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Argentina में भयंकर तूफान से तबाही, Bahia Blanca में सालभर की बारिश कुछ घंटों में

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अर्जेंटीना के बहिया ब्लांका शहर में भयंकर तूफान के कारण 13 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों बेघर हो गए. कुछ घंटों में सालभर की बारिश हुई, जिससे बाढ़ और तबाही मच गई.

तूफान ने इस देश में मचाई तबाही, 8 घंटे में ही हो गई साल भर की बारिश, डूब गए घर

अर्जेंटीना में बारिश से भारी तबाही मची है.

हाइलाइट्स

  • अर्जेंटीना के बहिया ब्लांका में भयंकर तूफान से 13 लोगों की मौत
  • 8 घंटे में सालभर की बारिश से बाढ़ और तबाही
  • अस्पताल और घर डूबे, सैकड़ों लोग बेघर

ब्यूनस आयर्स: अर्जेंटीना में एक भयानक तूफान ने तबाही मचाई है. अर्जेंटीना के बंदरगाह शहर बहिया ब्लांका में कुछ ही घंटों में एक साल की बारिश हो गई. तबाही इतनी ज्यादा है कि 13 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग अपने घरों से बेघर हो गए. शुक्रवार के तूफान के बाद बाढ़ के पानी में बह जाने के बाद चार और एक साल की दो छोटी लड़कियां लापता हो गईं. भारी बारिश के कारण अस्पताल के कमरे डूब गए. मोहल्ले टापुओं में बदल गए और शहर के बड़े हिस्से में बिजली चली गई. राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री पैट्रिसिया बुलरिच ने कहा कि बहिया ब्लांका ‘तबाह’ हो गया है.

अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को मरने वालों की संख्या 10 थी, जो शनिवार को बढ़कर 13 हो गई. मेयर के कार्यालय के अनुसार और भी लोगों के हताहत होने की संभावना है. 350,000 की आबादी वाला यह शहर, राजधानी ब्यूनस आयर्स से 600 किलोमीटर (370 मील) दक्षिण-पश्चिम में है. बुलरिच ने रेडियो मितरे को बताया कि लापता लड़कियों को शायद बाढ़ का पानी बहा ले गया. कम से कम पांच लोग बाढ़ग्रस्त सड़कों पर मारे गए, संभवतः क्योंकि वे तेजी से बढ़ते पानी में अपनी कारों में फंस गए थे.

8 घंटे में हुई सालभर की बारिश

प्रांतीय सुरक्षा मंत्री जेवियर अलोंसो के अनुसार शुक्रवार सुबह शुरू हुई बारिश ने केवल आठ घंटों में लगभग 400 मिलीमीटर (15.7 इंच) बारिश कर दी, जो बहिया ब्लांका को पूरे साल में मिलती है. शनिवार को बुलरिच और रक्षा मंत्री लुइस पेट्री ने एक प्रभावित इलाके का दौरा करने की कोशिश की, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी फैल गई. सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो के अनुसार लोगों ने शिकायत की कि उन्हें पिछली रात ही आना चाहिए था.

भारी बारिश के बाद सड़कों को साफ करते लोग.

इससे पहले कि पुलिस और सरकारी अधिकारियों ने उन्हें भीड़ से बाहर निकाल पाते कुछ स्थानीय लोगों ने बुलरिच को बाढ़ के पानी की ओर खींचने की कोशिश की और आपत्तिजनक शब्द कहे. पर्यावरण अधिकारी एंड्रिया डुफॉर्ग के लिए, यह चरम मौसम घटना ‘जलवायु परिवर्तन का स्पष्ट उदाहरण’ है. डुफॉर्ग ब्यूनस आयर्स के पास स्थित इटुजैंगो शहर के पर्यावरण नीति निदेशक हैं. उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य से यह जारी रहेगा… हमारे पास शहरों को तैयार करने, नागरिकों को शिक्षित करने, प्रभावी प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली स्थापित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.’

बच्चों को अस्पताल से निकाला गया

तूफान के कारण जोस पेन्या अस्पताल को खाली कराना पड़ा, जिसमें समाचार फुटेज और सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए दिखाया गया. बाद में सेना ने उनकी मदद की. डॉक्टर एडुआर्डो सेमिनारा के कार्यालय में लगभग 1.5 मीटर (पांच फीट) गंदा पानी भर गया. उन्होंने स्थानीय चैनल C5N को बताया, ‘सब कुछ बर्बाद हो गया है’. स्थानीय मीडिया ने बाढ़ग्रस्त दुकानों की तस्वीरें दिखाई और रात भर लूटपाट की खबरें दीं.

एजेंसी इनपुट के साथ.

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GK, Smallest Country of world: दुनिया का ऐसा देश, जहां नहीं है बच्‍चे पैदा करने की अनुमति, नहीं है एक भी अस्पताल

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GK, General Knowledge: देश दुनिया में कई बातें ऐसी हैं जो चौंकाने वाली हैं. कई बार इन तथ्‍यों को जानकर लोग हैरान रह जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे.तो आइए आ…और पढ़ें

GK: दुनिया का ऐसा देश, जहां नहीं है बच्‍चे पैदा करने की अनुमति

Vatican City, smallest country, GK: दुनिया का किस देश में नही है बच्‍चे पैदा करने की इजाजत.

हाइलाइट्स

  • वेटिकन सिटी में बच्चों का जन्म नहीं होता.
  • वेटिकन सिटी में बच्चों के लिए कोई अस्पताल नहीं है.
  • वेटिकन सिटी में शादी और बच्चों की अनुमति नहीं है.

GK, General Knowledge: क्‍या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है, जहां बच्‍चों का एक भी अस्‍पताल नही है. वहां 95 सालों में एक भी बच्‍चा पैदा नहीं हुआ? इस देश का नाम है वेटिकन सिटी.यह वही देश है जहां रोमन कैथोलिक ईसाई धर्म के सभी बड़े धार्मिक नेता रहते हैं. एक ओर भारत जहां दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, वहीं वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है. इस देश की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यहां अब तक एक भी बच्चा पैदा नहीं हुआ है. 11 फरवरी 1929 को स्थापित इस देश में एक भी बच्चा पैदा नहीं हुआ है. यह इटली की राजधानी रोम में स्‍थित है.

Vatican City Religion: शादी की नही है अनुमति
वेटिकन सिटी के कुछ नियम हैरान करने वाले हैं. वेटिकन सिटी में नागरिकों को अपने धर्म के कारण शादी करने या बच्‍चे पैदा करने की अनुमति नहीं होती है.जिस कारण ये देश अन्य देशों से अलग है. वेटिकन सिटी में माता-पिता बनना सख्त वर्जित है. यहां अधिकांश जनसंख्या ब्रह्मचारी पुरुषों की हैं.

Vatican City Knowledge: बच्‍चों के लिए नहीं है कोई अस्‍पताल
वेटिकन सिटी में बच्‍चों के लिए कोई अस्‍पताल या किसी तरह की कोई सुविधाएं नहीं हैं. ऐसे में अगर कोई महिला प्रेग्‍नेंट हो जाती है, तो नियम के अनुसार वह वेटिकन सिटी में बच्‍चे की डिलीवरी नहीं कर सकती. जैसे ही पता चलता है कि कोई महिला प्रेग्‍नेंट है या उसकी डिलीवरी होने वाली है, तो उसे वेटिकन सिटी से तब तक के लिए बाहर जाना होता है. जब‍ तक वह बच्‍चे को जन्‍म नहीं दे देती.

Vatican City population: यहां रहते हैं सिर्फ 499 लोग
यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक वेटिकन सिटी में महज 499 लोग रहते हैं. यहां सिर्फ उन्‍हीं लोगों को नागरिकता दी जाती है, जो शहर के भीतर काम करते हैं. यहां पर पुरुष और महिला दोनों के लिए खास ड्रेस कोड है, जिनमें मिनी स्कर्ट, शॉर्ट्स और स्लीवलेस ड्रेस पर पूरी तरह से बैन है.

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GK: दुनिया का ऐसा देश, जहां नहीं है बच्‍चे पैदा करने की अनुमति

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GK: इस देश में नहीं है एक भी हॉस्पिटल, 96 सालों से नहीं पैदा हुआ कोई बच्चा, क्या आप जानते हैं नाम?

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इसके अलावा, वेटिकन में केवल 800-900 लोग रहते हैं, जिनमें रोमन कैथोलिक ईसाई धर्म से जुड़े वरिष्ठ पादरी भी शामिल हैं. हालांकि, यहां अपराध दर अन्य देशों की तुलना में अधिक है. ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां कई व्यक्तिगत अपराध होते हैं. ये अपराध आमतौर पर लाखों बाहरी पर्यटकों द्वारा किए जाते हैं. आम अपराधों में दुकान से चोरी, पर्स छीनना और जेबकतरी शामिल हैं.

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भारत-बांग्लादेश सीमा पर बिना वीजा और कस्टम ड्यूटी के बाजार.

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Indo-Bangladesh International Border: शेख हसीना को शरण देने के लिए भारत और बांग्‍लादेश के बीच भले ही राजनैतिक तनाव बढ़ा हो, लेकिन दोनों देशों की सीमाओं पर होने वाला स्‍थानीय व्‍यापार एक बार फिर सामान्‍य होने लग…और पढ़ें

तनाव के बीच भी बॉर्डर पर सजा बाजार, वीजा-कस्‍टम का नहीं झंझट, खूब खरीदें सामान

हाइलाइट्स

  • भारत-बांग्लादेश सीमा पर फिर से बाजार सजने लगे हैं.
  • बिना वीजा और कस्टम ड्यूटी के खरीददारी संभव.
  • भारतीय और बांग्लादेशी करेंसी दोनों स्वीकार्य.

Indo-Bangladesh International Border: बांग्‍लादेश में तख्‍ता पलट के बाद तत्‍कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत में शरण ले ली थी. तब से भारत और बांग्‍लादेश के बीच तनाव चरम पर है. दोनों देशों के बीच जारी तनाव के इतर भारत-बाग्‍लांदेश की सीमा पर एक अनूठा बाजार सजा है. इस बाजार में दोनों देश के नागरिक जाकर मनचाही खरीददारी कर सकते हैं. इस खरीददारी के लिए उन्‍हें ना ही वीजा की जरूरत होगी और ना ही कस्‍टम ड्यूटी के भुगतान का कोई झंझट होगा.

इतना ही नहीं, भारतीय नागरिक बांग्‍लादेश में और बांग्‍लादेशी नागरिक भारत में बिना रोक आ जा सकते हैं. यहां पर खरीददारी के लिए आपको करेंसी एक्‍सचेंज कराने की भी जरूरत नहीं है. दोनों ही देश एक-दूसरे की करेंसी भी स्‍वीकार करेंगे. पहला बाजार दक्षिण त्रिपुरा के श्रीनगर और दूसरा बाजार कमलासागर इलाके में है. दोनों ही इलाके भारत और बांग्‍लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थि‍त है. सप्‍ताह में एक से दो दिन लगने वाला यह बाजार स्‍थानीय लोगों के बीच खासा लोकप्रिय है.

दोनों देशों की तरफ से लगती है करीब 54 दुकानें
सुरक्षा से जुड़े सीनियर ऑफिसर के अनुसार, इस बाजार के लिए दोनों देशों की तरफ से 75-75 वर्ग मीटर जगह उपलब्‍ध कराई गई है. जिसमें भारत की तरफ से 27 दुकाने लगाई जाती है और इतनी ही दुकाने बांग्‍लादेश की तरफ से भी लगाई जाती है. बांग्‍लादेशी दुकानों में सबसे अधिक वहां की प्रस‍िद्ध हिल्‍सा मछली, रेडिमेड गारमेंट, कॉटन की साड़ियां, लेदर की वस्‍तुएं, प्‍लाटिक का सामान, फल और सब्जियां उपलब्‍ध होता है. बांग्‍लादेश की हिल्‍सा मछली त्रिपुरा के लोग बहुत पसंद करते हैं.

भारत से बांग्‍लादेश जाती हैं ये वस्‍तुएं
इसी तरह, भारत की तरफ स्थित दुकानों में दवाइयां, बनारसी साडियां, हस्‍तशिल्‍प की वस्‍तुएं, स्‍टील के बर्तन, फल और कटहल खास तौर पर उपलब्‍ध होता है. उन्‍होंने बताया कि बांग्‍लादेश की तरफ स्थिति बाजार की सुरक्षा की जिम्‍मेदारी बॉर्डर गार्डिंग बांग्‍लादेश (बीजीबी) के हिस्‍से में होती है. वहीं, भारत के तरफ की दुकानों की जिम्‍मेदारी बॉर्डर सिक्‍योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के पास होती है. इस दौरान, इस बात का खास ख्‍याल रखा जाता है कि कोई भी शख्‍स गैरकानूनी तरीके से बाजार के इतर दोनों देशों की सीमा में दाखिल न हो पाएं.

फिलहाल जारी हैं दो ही बॉर्डर हाट
आपको बता दें कोविड के पहले तक भारत और बांग्‍लादेश की सीमा में कुल सात बाजार लगते थे. इनमें, तारापुर-कमला सागर, बलियामारी-कलैरचर, छगलनैया-श्रीनगर, भोलागंज-पूर्वी खासी हिल्स, डोलुरा-बालाट, लाउवाघर-बलात और बागानबाड़ी-रिंकू बॉर्डर हाट शामिल थे. कोविड के दौरान सभी बाजारों को बंद कर दिया गया था. वहीं, भारत और बांग्‍लादेश के बीच राजनैतिक दबाव बढ़ने के बाद तक सभी बाजार बंद थे. बीते कुछ समय पहले तारापुर-कमला सागर और छगलनैया-श्रीनगर को खोला गया है.

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तनाव के बीच भी बॉर्डर पर सजा बाजार, वीजा-कस्‍टम का नहीं झंझट, खूब खरीदें सामान

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