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400 साल पुराना ‘खंडहर’, आज भी देखता है मालिक का रास्ता, सजे हैं चाय के प्याले, खुली हैं किताबें!
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विशाल घर इतने सालों में लगभग खंडहर बन चुका है, लेकिन आज भी यहां डाइनिंग टेबल पर मालिक के लिए चाय के प्याले सजे हैं. इतना ही नहीं एक पियानो भी इंतज़ार कर रहा है कि कोई उस पर मीठी धुन बजाए.

400 साल पुराना घर आज भी है इंतज़ार में. (Credit- Canva)
दुनिया में आपको बहुत सी अलग-अलग तरह की जगहें मिल जाएंगी. कुछ शहर आज भी आबाद हैं तो कुछ शहर ऐसे भी हैं, जो कभी आबाद होते थे लेकिन आज वीरान हैं. ऐसी जगहों के बारे में लोगों को ज्यादा तो पता नहीं होता लेकिन अगर कोई कभी वहां पहुंच जाए, तो उसकी आंखें आश्चर्य से फटी रह जाती हैं. कुछ ऐसा ही हुआ एक शख्स के साथ, जो 400 साल पुराने खंडहर में पहुंच गया.
कभी ये एक विशाल घर इतने सालों में लगभग खंडहर बन चुका है, लेकिन आज भी यहां डाइनिंग टेबल पर मालिक के लिए चाय के प्याले सजे हैं. इतना ही नहीं एक पियानो भी इंतज़ार कर रहा है कि कोई उस पर मीठी धुन बजाए. मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक ये घर 17वीं सदी का बना हुआ है, जहां मानो वक्त रुक सा गया है.
400 साल पुराना ‘खंडहर’ आज भी इंतज़ार में
अर्बन एक्सप्लोरर ने सोशल मीडिया पर बताया है कि वो एक ऐसी जगह पर पहुंचा, जहां एक विशाल मैंशन था. बाहर से वो खंडहर हो चुका था, लेकिन अंदर का इंटीरियर बिल्कुल सही था, मानो यहां कोई रहता हो. लिविंग रूम के बीच में एक खूबसूरत पियानो रखा हुआ था, जो मानो किसी का इंतज़ार कर रहा है. वहीं पास में एक फायरप्लेस, साइड टेबल और दीवारों पर आर्टवर्क लगे हुए थे. हरे रंग की दीवारों के साथ लाल रंग का कालीन मौजूद था, जबकि किताबें अलमारियों पर करीने से लगी हुई थीं. ऐसा लग रहा था कि यहां जब कोई रहता था, तो उसे किताबों का खासा शौक था. हालांकि उन्हें पिछले सैकड़ों सालों से किसी ने छुआ भी नहीं.
सजे हैं अलमारियों पर प्याले
जैसे ही आप आगे बढ़ते हैं, आपको एक डायनिंग टेबल मिलता है, जो आज भी करीने से सजा है. यहां पर कई बिल्ट इन शेल्व्स हैं, जिनमें बर्तन सजे हुए हैं. ये कमरा खूबसूरत और हवादार है और यहां भी रंगीन पेंटिंग्स लगी हुई हैं. लोगों ने इस घर को देखने के बाद कमेंट किया है कि बस इसे थोड़ी साफ-सफाई की ज़रूरत है. वहीं एक यूज़र ने लिखा कि ये 1800 से 1600 के बीच का लग रहा है.
March 13, 2025, 11:02 IST
400 साल पुराना ‘खंडहर’, आज भी देखता है मालिक का रास्ता, सजे हैं चाय के प्याले!