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165 KMPH! भयानक साइक्लोन की आहट से सहमा यह देश, इकलौते एयरपोर्ट पर लटका ताला

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Cyclone Garance News: मॉरीशस के मौसम विभाग ने हिंद महासागर में कैटेगरी 3 के साइक्लोन की चेतावनी जारी की है. 165 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका को देखते हुए देश के इकलौते एयरपोर्ट को बंद कर …और पढ़ें

165 KMPH! भयानक तूफान की आहट से ही कांपा यह देश, इकलौते एयरपोर्ट पर लटका ताला

Garance नामक के चक्रवाती तूफान की आहट से सहमा मॉरीशस.

हाइलाइट्स

  • मॉरीशस में 165 KMPH की रफ्तार से तूफान की चेतावनी.
  • देश का इकलौता एयरपोर्ट अनिश्चितकाल के लिए बंद.
  • गेरांस तूफान से सीधा खतरा, लोगों को सतर्क रहने की अपील.

पोर्ट लुई: हिंद महासागर से उठा एक चक्रवाती तूफान Garance मॉरीशस के लिए बड़ा खतरा बन गया है. देश के मौसम विभाग ने बुधवार को पहली बार इस समर सीजन में साइक्लोन वॉर्निंग को क्लास 3 तक बढ़ा दिया. मॉरीशस का इकलौता इंटरनेशनल एयरपोर्ट बुधवार शाम 7:10 बजे (स्थानीय समयानुसार) से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. एयरपोर्ट ऑपरेटर, एयरपोर्ट्स ऑफ मॉरीशस लिमिटेड ने इसकी पुष्टि की. बुधवार को मॉरीशस में पहले से ही पब्लिक हॉलीडे था, लेकिन साइक्लोन वॉर्निंग जारी रहने पर बैंक, स्टॉक एक्सचेंज और अन्य गैर-जरूरी सेवाओं के दफ्तर भी बंद रहेंगे.

मौसम विभाग के अनुसार, ‘गेरांस’ नाम का यह ट्रॉपिकल स्टॉर्म नॉर्थवेस्ट कोस्ट के पास मौजूद है और यह जल्द ही ट्रॉपिकल साइक्लोन में तब्दील हो सकता है. अगर ऐसा हुआ तो हवा की स्पीड 165 किमी प्रति घंटे (102 मील प्रति घंटे) तक पहुंच सकती है.

165 KMPH की रफ्तार से आएगा तूफान!

मौसम विभाग ने कहा, “गेरांस से आईलैंड को सीधा खतरा है.” इस चेतावनी के बाद लोगों से समुद्र तट से दूर रहने और सतर्क रहने की अपील की गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार सुबह से हवाएं 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती हैं. तूफान के चलते हवाओं की अधिकतम रफ्तार 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने का अंदेशा है.

मॉरीशस में आमतौर पर साल के पहले दो महीने सबसे ज्यादा बारिश वाले होते हैं, लेकिन इस साल जनवरी पिछले 25 वर्षों में दूसरी सबसे सूखी रही. इस दौरान औसत से केवल 30% बारिश हुई, जिससे प्रमुख जलाशयों का जलस्तर घट गया. जल संकट को देखते हुए सरकार ने गैर-जरूरी गतिविधियों के लिए पानी के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है.

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अरबपति की बेटी, जीती थी लग्जरी लाइफ, फिर हुआ कुछ ऐसा पहुंच गई जेल

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वसुंधरा ओसवाल भारतीय अरबपति पंकज ओसवाल की बेटी हैं. उन्हें युगांडा पुलिस ने अपहरण और हत्या के एक झूठे केस में गिरफ्तार किया था. जेल में अमानवीय यातनाओं के बाद, मामला खारिज कर दिया गया.

अरबपति की बेटी, जीती थी लग्जरी लाइफ, फिर हुआ कुछ ऐसा पहुंच गई जेल

भारतीय मूल के अरबपति पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा ने जेल में दी गई यातनाएं बयान की हैं. (PTI फोटो)

हाइलाइट्स

  • वसुंधरा भारतीय मूल के अरबपति पंकज ओसवाल की बेटी हैं.
  • युगांडा पुलिस में अपहरण और हत्या के झूठे केस में गिरफ्तार किया था.
  • जेल में अमानवीय यातनाओं के बाद, मामला खारिज कर दिया गया.

वसुंधरा ओसवाल स्विट्जरलैंड में बेहद लग्जिरी लाइफ जी रही थी. वह भारतीय मूल के अरबपति पंकज ओसवाल की बेटी है, जिनका स्विटरलैंड की बर्फीली वादियों में आलीशान कोठी है. हालांकि वसुंधरा ओसवाल की जिंदगी कुछ ही महीनों में लग्जरी से जेल की चारदीवारी तक सिमट गई. 26 वर्षीय वसुंधरा को पिछले साल युगांडा पुलिस ने उनके पिता के पूर्व कर्मचारी के अपहरण और हत्या के झूठे आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि, कुछ समय बाद पता चला कि जिसे मरा हुआ बताया जा रहा था, वह तंजानिया में जिंदा मिला.

हालांकि इस दौरान वसुंधरा को युगांडा की जेल में अमानवीय यातनाओं का सामना करना पड़ा. उन्होंने दावा किया कि उन्हें खाने-पीने तक के लिए तरसाया गया, नहाने नहीं दिया गया और वॉशरूम तक जाने से रोका गया.

कैसे शुरू हुआ मामला?
वसुंधरा को 1 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 21 अक्टूबर को जमानत मिली. उन्होंने बताया कि उनकी गिरफ्तारी बिना किसी वैध सबूत और वारंट के हुई थी.

वसुंधरा के मुताबिक, युगांडा पुलिस ने जबरन उनके घर की तलाशी ली. जब उन्होंने सर्च वारंट मांगा, तो पुलिसवालों ने कहा, ‘यह युगांडा है, यहां हम कुछ भी कर सकते हैं, तुम यूरोप में नहीं हो.’

इसके बाद उन्हें इंटरपोल मुख्यालय ले जाने की बात कही गई, लेकिन जब उन्होंने उसी दिन जाने से मना कर दिया, तो एक पुरुष पुलिस अधिकारी ने जबरन उन्हें उठाकर वैन में डाल दिया.

‘वॉशरूम तक जाने की इजाजत नहीं’
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में वसुंधरा ने कहा, ‘मुझे पांच दिन हिरासत में रखा गया और फिर दो हफ्ते जेल में डाल दिया गया. मेरी मानवाधिकारों की बुरी तरह अनदेखी की गई. न खाने को दिया गया, न पानी मिला.’

वह आगे कहती हैं, ‘मेरे माता-पिता को पुलिस अधिकारियों को रिश्वत देकर वकीलों के जरिए मुझे भोजन और जरूरी सामान पहुंचाना पड़ा. एक बार तो मुझे वॉशरूम तक जाने की इजाजत नहीं दी गई, इसे मेरे लिए सजा बना दिया गया था.’

जेल में 2 हफ्तों तक किया गया अमानवीय व्यवहार
वसुंधरा को पहले सामान्य अपराधियों की जेल में रखा गया, लेकिन बाद में उन्हें खतरनाक कैदियों के साथ एक हाई-सिक्योरिटी जेल में भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि उन्हें कई बार कोर्ट से ज़मानत मिलने के बावजूद अवैध रूप से हिरासत में रखा गया. उन्होंने कहा, ’10 अक्टूबर को जब यह साफ हो गया था कि जिसे मरा बताया जा रहा था, वह जिंदा है, उसके बाद भी मुझे जेल में रखा गया.’

जमानत के लिए 30,000 डॉलर मांगे गए!
वसुंधरा ने बताया कि उन्हें जमानत के लिए 30,000 अमेरिकी डॉलर और पासपोर्ट जमा करने को कहा गया. हालांकि, उन्होंने सभी दस्तावेज सौंप दिए, फिर भी उन्हें रिहा नहीं किया गया और 72 घंटे तक अवैध रूप से हिरासत में रखा गया.

19 दिसंबर 2024 को अदालत ने उनके खिलाफ मामला खारिज कर दिया, लेकिन वसुंधरा ने कहा कि युगांडा सरकार को अपनी गलती सुधारनी चाहिए. वसुंधरा कहती हैं, ‘हमने वहां व्यापार में निवेश किया था, लेकिन उनके सिस्टम की वजह से मुझे इतना कुछ सहना पड़ा. यह अब उनकी जिम्मेदारी है कि वे अपने सिस्टम को सुधारें.’

फिलहाल, वह कानूनी उपायों पर विचार कर रही हैं ताकि उन्हें जेल में झेलनी पड़ी पीड़ा का न्याय मिल सके.

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चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस फ्लाइट एसजेड-4509 एयर क्रैश: 61 लोगों की मौत

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Air Crash: करीब 3300 फीट की ऊंचाई पर मौजूद चाइना साउथ वेस्‍ट एयरलाइंस का यह प्‍लेन अगले 12 मिनट के भीतर एयरपोर्ट पर लैंड होने वाला था. अचानक इस प्‍लेन में एक जोरदार धमाका हुआ और यह प्‍लेन आमसान में ही दो टुकड़ो…और पढ़ें

आसमान में हुआ जोरदार धमाका, फिर बरसने लगे मांस के लोथड़े, कांपी ड्रैगर की रुह

हाइलाइट्स

  • चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस का प्लेन हादसे का शिकार हुआ.
  • प्लेन में सवार सभी 61 लोगों की मौत हो गई.
  • गलत लॉकनट के कारण प्लेन का कंट्रोल खो गया.

Air Crash: हैलो… एयर ट्रैफिक कंट्रोल, दिस इस कैप्‍टन फ्रॉम एसजेड-4509, रिक्‍वेस्टिंग फॉर लैंडिंग क्‍लीयरेंस… यह आवाज लैंडिंग के लिए इजाजत मांग रहे चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस की फ्लाइट एसजेड-4509 के कप्तान याओ फुचेन की थी. करीब 3300 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे प्‍लेन को जैसे ही एटीसी का ग्रीन सिग्‍नल मिला, कप्‍तान ने फ्लाइट का रुख रनवे की तरफ कर दिया. प्‍लेन अगले करीब 12 मिनट बाद रनवे पर लैंड होने वाला था. एटीसी में बैठे कंट्रोलर और एयर साइट पर मौजूद तमाम एयरलाइंस स्‍टाफ प्‍लेन की लैंडिंग का इंतजार कर रहा था.

तभी अचानक आसमान से एक जोरदार धमाके की आवाज आई. एयर साइट पर मौजूद स्‍टाफ को कुछ समझ आता, इससे पहले झुलसे हुए मांस के लोथड़ों की आसमान से जमीन पर गिरने लगे. घबराए हुए लोगों ने आसमान की तरफ देखा तो धुंए के गुबार और आग की लपटों से घिरा एक एयरक्राफ्ट उनकी दिखा में आ रहा था. यह देखते ही एयर साइट पर भगदड़ मच गई. हर कोई अपनी जान बचाने के लिए भागता नजर आया. अगले कुछ ही सेकेंडों में एक एयरक्राफ्ट दो टुकड़ों में जमीन पर गिरा और उसका मलवा लगभर पूरे एयर साइट पर फैल गया.

यह भी पढ़ें: बैग में कुंडली मारे बैठे थे नागराज और… एक-एक कर बाहर निकले 9 खरतनाक अजगर, साजिश से एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप… इंटेलिजेंस यूनिट ने बड़ी साजिश नाकाम करते हुए दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक ऐसा बैग बरामद किया है, जिसमें अजगर, सांप सहित कई खतरनाक वन्‍य जीव भरे हुए थे. इस मामले में कुछ तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है. पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें.

वेनझोउ एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था प्‍लेन
एयरसाइट पर फैला यह मलवा उसी चाइना साउथवेस्ट एयरलाइंस की फ्लाइट एसजेड-4509 का था, जिसे कुछ ही मिनट पहले एटीसी ने लैंडिंग की इजाजत दी थी. जी हां, 24 फरवरी 1999 को हुए इस एयर क्रैश में प्‍लेन में सवार सभी 61 लोगों की मृत्‍यु हो गई थी. मरने वालों में 50 पैसेंजर और 11 क्रू मेंबर शामिल थे. उल्‍लेखनीय है कि चाइना साउथ वेस्‍ट एयरलाइंस की फ्लाइट एसजेड-4509 ने 24 फरवरी 1999 को चीन में चेंगदू श्वांगलियू इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वेनझोउ योंगकियांग एयरपोर्ट के लिए उड़ान भी थी और लैंडिंग से ठीक पहले यह हादसा हो गया.

1000 मीटर ऊंचाई पर हुआ था एयर क्रैश
रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसे का शिकार होने वाला प्‍लेन 1990 में बना टुपोलेव Tu-154M था. तीन इंजन वाले इस प्‍लेन के कप्‍तान याओ फुचेन और फर्स्‍ट ऑफिसर जू माओ थे. क्रैश के समय कॉकपिट में नेविगेटर लैन झांगफ़ेंग और फ्लाइट इंजीनियर गुओ शुमिंग भी मौजूद थे. वहीं केबिन में 50 पैसेंजर के साथ 7 फ्लाइट अटेंडेंट भी थे. लैंडिंग के लिए आगे बढ़ रहा प्‍लेन के फ्लैप करीब 1000 मीटर की ऊंचाई पर खोल दिए गए. फ्लैप खुलने के साथ प्‍लेन का अगला हिस्‍सा आगे की तरफ छुक गया. देखते ही देखते यह प्‍लेन दो टुकड़ों में बंट गया.

यह भी पढ़ें: किसी जंग से कम नहीं थी यह लड़ाई, मुंबई पुलिस-BSF-ITBP कमांडो कर गए कुछ ऐसा… देश का हर जवान कर रहा सैल्‍यूट… 15वीं अखिल भारतीय पुलिस कमांडो प्रतियोगिता में महाराष्ट्र पुलिस ने ओवरऑल पहली रैंकिंग हासिल की. सिंगल स्नाइपर में एनएसजी ने गोल्ड जीता. पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें.

जांच रिपोर्ट में हुआ यह बड़ा खुलासा
हादसे के बाद हुई जांच में पता चला कि इस हादसे के लिए जिम्‍मेदार सिर्फ एक लॉकनट था. दरअसल, इस प्‍लेन में एलिवेटर सिस्‍टम में गलत लॉकनट लगे थे. फ्लाइट टेकऑफ से पहले हुए इंस्‍पेक्‍शन में फ्लाइट मेंटिनेंस की टीम ने गलत लगे इन लॉकनट को नजरअंदाज कर दिया. उड़ान के दौरान, कंपन के चलते यह लॉकनट खुल गए और प्‍लेन का कंट्रोल खो गया. इस तरह एक एक छोटा सा लॉकनट इस एयर क्रैश की वजह बन गया. इस हादसे के बाद चीन ने 30 अक्‍टूबर 2002 को एक बड़ा फैसला लिया और सभी टुपोलेव Tu-154 प्‍लेन को सर्विस से हटा दिया.

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आसमान में हुआ जोरदार धमाका, फिर बरसने लगे मांस के लोथड़े, कांपी ड्रैगर की रुह

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गवर्नमेंट एम्‍प्‍लाई के कंधे पर हाथ क्‍या रखा, मंत्री को देना पड़ा इस्‍तीफा, यहां तो धमका दो तब भी… New Zealand Minister Resigns for Putting Hand on Employees Shoulder

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न्‍यूजीलैंड के वाणिज्य मंत्री एंड्रयू बेली ने कर्मचारी के कंधे पर हाथ रखने के कारण इस्तीफा दे द‍िया. क्‍योंक‍ि इसे दबंगई मानी गई, हालांक‍ि मंत्री ने कहा क‍ि वे शाबाशी देने की कोश‍िश कर रहे थे.

गवर्नमेंट एम्‍प्‍लाई के कंधे पर हाथ क्‍या रखा, मंत्री को देना पड़ा इस्‍तीफा

न्‍यूजीलैंड के वाण‍िज्‍य मंत्री को देना पड़ा इस्‍तीफा.

हाइलाइट्स

  • न्यूजीलैंड के वाणिज्य मंत्री एंड्रयू बेली ने पिछले हफ्ते एक एम्‍प्‍लाई के ऊपर हाथ रखा था.
  • मंत्री ने कहा, मैं उस कर्मचारी के काम से काफी प्रभाव‍ित था, उत्‍साह में रख द‍िया था हाथ.
  • न्‍यूजीलैंड के समाज में इसे दबंगई माना जाता है, ऐसा माना गया मंत्री ने दबंगई दिखाई.

कर्मचार‍ियों के कंधे पर हाथ रखना क्‍या कोई अपराध हो सकता है? अगर आप सोच रहे हैं क‍ि ये क्‍या सवाल है, हमारे यहां तो कंधे पर हाथ रखना शाबाशी माना जाता है. लेकिन आप जानकर हैरान होंगे क‍ि न्‍यूजीलैंड में एक मंत्री को सिर्फ इसल‍िए इस्‍तीफा देना पड़ा, क्‍योंक‍ि उन्‍होंने एक गवर्नमेंट एम्‍प्‍लाई के कंधे पर हाथ रख दिया था. इसे मंत्री की दबंगई मानी गई और मुख्‍यमंत्री ने उनसे तुरंत इस्‍तीफा ले ल‍िया. अपने यहां तो धमकी भी दे दो तो कोई कार्रवाई नहीं होती.

न्यूजीलैंड के वाणिज्य मंत्री एंड्रयू बेली ने पिछले हफ्ते एक एम्‍प्‍लाई के ऊपर हाथ रखा था, तब से वे आलोचनाओं में घ‍िर गए थे. विरोध इतना ज्‍यादा था क‍ि बेली ने सोमवार को मंत्री पद से इस्‍तीफा दे द‍िया. मंत्री ने कहा, मैं इस घटना के ल‍िए काफी दुखी हूं और सिर झुकाकर माफी मांगता हूं. मैंने उत्‍साह में उनके कंधे पर हाथ रख द‍िया था.

खुशी में क‍िया ऐसा
क्रिस्टोफर लक्सन सरकार में मंत्री एंड्रयू बेली ने कहा, मैं उस कर्मचारी के काम से काफी प्रभाव‍ित था. उत्‍साह में मैंने उसे उसके हाथ पर हाथ रख द‍िया. मुझे नहीं मालूम की यह मामला इतना तूल पकड़ेगा. लेकिन चूंक‍ि लोगों का विरोध इतना ज्‍यादा है, इसल‍िए मैंने इस्‍तीफा देने का फैसला ल‍िया है. इस्‍तीफे के बाद पीएम ने कहा, मंत्री ने गलती मान ली है. अब इस पर सियासत नहीं होनी चाह‍िए. दूसरी ओर विपक्षी लेबर पार्टी के नेताअेां ने सरकार पर मामले केा गंभीरता से हैंडल न करने का आरोप भी लगाया.

संसद सदस्‍य बने रहेंगे
प्रधानमंत्री से जब पूछा गया क‍ि क्‍या उन्‍हें संसद की सदस्‍यता भी छोड़नी होगी? इस पर लक्‍सन ने कहा- एंड्रयू बेली ने इस्‍तीफा देकर एक मानदंड सेट कर द‍िया है. इससे ज्‍यादा अब और क‍िसी को क्‍या चाहिए. मंत्री ने खुद कहा क‍ि उन्‍होंने इस बर्ताव के ल‍िए अपने पर‍िवार से भी माफी मांगी है. क्‍योंक‍ि मीडिया बार-बार उन्‍हें कठघरे में खड़ा कर रहा था. बेली को पहली बार 2014 में सत्तारूढ़ नेशनल पार्टी के सांसद के रूप में न्यूजीलैंड संसद में चुना गया था. उन्हें 2023 के अंत में लक्सन के चुनाव के बाद वाणिज्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री, छोटे व्यवसाय और विनिर्माण मंत्री, और सांख्यिकी मंत्री नियुक्त किया गया था.

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