Connect with us

Sports

Women Wrestling: गांव की मिट्टी से अखाड़े तक… बेटियों ने रच दिया इतिहास! हर तरफ जश्न का माहौल

Published

on

Last Updated:

Chhatarpur News: छतरपुर जिले के शासकीय महाविद्यालय लवकुशनगर से पहली बार 5 छात्राओं का चयन ऑल इंडिया महिला कुश्ती के लिए हुआ है. पहले वे राज्य स्तरीय कुश्ती में सफल रही थीं. क्रीड़ा अधिकारी डॉ. सोना विश्वकर्मा क…और पढ़ें

X

ऑल

ऑल इंडिया महिला कुश्ती खेलकर आईं महिला पहलवान 

हाइलाइट्स

  • छतरपुर के लवकुश नगर कॉलेज से 5 लड़कियों का चयन हुआ.
  • पहली बार कॉलेज से ऑल इंडिया महिला कुश्ती में चयन हुआ.
  • कुश्ती में रुचि बढ़ाने के लिए लड़कियों को मोटिवेट किया गया.

छतरपुर. छतरपुर जिले से ऑल इंडिया महिला कुश्ती के लिए शासकीय महाविद्यालय लवकुश नगर से 5 छात्राओं का चयन हुआ है. इससे पहले छात्राओं ने महिला कुश्ती में राज्य स्तरीय कुश्ती में सफलता प्राप्त की थी. जिसके बाद अब ऑल इंडिया महिला कुश्ती में चयन हुआ है.

शासकीय कॉलेज लवकुश नगर के क्रीड़ा अधिकारी डॉ.सोना विश्वकर्मा लोकल 18 से बातचीत में बताती हैं कि हमारे कॉलेज से पहली बार ऑल इंडिया महिला कुश्ती के लिए पहली बार कॉलेज से लडकियों का चयन हुआ है. हाल ही में ये सभी लड़कियां पंजाब के भटिंडा की गुरु काशी यूनिवर्सिटी में खेलकर आई हैं.

ऑल इंडिया महिला कुश्ती की चयन प्रक्रिया
डॉ. सोना बताती हैं कि ऑल इंडिया महिला कुश्ती तक पहुंचने के लिए 4 स्टेज को क्रॉस करना होता है. पहला जिला लेवल (स्तर)पर होता है, फिर संभाग स्तर पर होता है. संभाग स्तर पर जो गोल्ड लेकर आता है उनका आगे राज्य स्तर के लिए सेलेक्शन होता है. 2 साल पहले वेस्ट और साउथ जोन था. इसके बाद उन्होंने ऑल इंडिया कर दिया.

पहली बार हुआ लड़कियों का चयन 
मेरे यहां से सौभाग्य है कि पहली बार मेरे गाइडेंस में कॉलेज ऑल इंडिया महिला कुश्ती के लिए 5 लड़कियों का चयन हुआ है. साथ ही लड़कों का भी सेलेक्शन हुआ है. इस बार कुल 16 स्टूडेंट्स का ऑल इंडिया महिला कुश्ती के लिए चयन हुआ है जिसमें 5 लड़कियां भी शामिल हैं. हालांकि, पिछले 4 साल से ऑल इंडिया जूडो गेम में लड़कियों का लगातार सिलेक्शन हुआ है.

लड़कियां कुश्ती में दिखा रहीं रुचि 
डॉ. सोना बताती हैं कि कुश्ती खेल सेल्फ डिफेंस का गेम है इसलिए लड़कियां इस खेल में रुचि ज्यादा दिखा रही हैं. इस कॉलेज में क्रीड़ा अधिकारी के तौर पर मेरी पोस्टिंग 2017 में हुई थी. इसके बाद मैंने लड़कियों को हर तरह के गेम के लिए मोटिवेट किया. खासकर, कुश्ती के लिए लड़कियों को बहुत प्रैक्टिस कराईं. प्रैक्टिस के दौरान ही कुश्ती के सभी तरह के दांव-पेंच सिखाते थे.

homesports

गांव की मिट्टी से अखाड़े तक… बेटियों ने रच दिया इतिहास! हर तरफ जश्न का माहौल

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sports

नेशनल गेम्स के लिए बिहार लॉन बॉल्स टीम के मैनेजर बने चंपारण के खिलाड़ी, अब तक जिले से अकेले कर रहे थे प्रतिनिधित्व

Published

on

Last Updated:

National Games 2025 : चितरंजन कुमार को नेशनल गेम्स 2025 में बिहार लॉन बॉल्स टीम का मैनेजर नियुक्त किया गया है. 2020 के खेलो इंडिया में कांस्य पदक विजेता चितरंजन ने कई राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का प्रतिनिधित्व किय…और पढ़ें

X

Chitranjan

Chitranjan Kumar

हाइलाइट्स

  • चितरंजन कुमार बने बिहार लॉन बॉल्स टीम के मैनेजर.
  • चितरंजन ने 2020 खेलो इंडिया में कांस्य पदक जीता था.
  • नेशनल गेम्स 2025 में बिहार टीम का नेतृत्व करेंगे.

पूर्वी चंपारण : भारत का ओलंपिक कहे जाने वाले नेशनल गेम्स 2025 का आयोजन इंडियन ओलंपिक एसोसिशन के द्वारा उत्तराखंड के दस जिलों में 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक आयोजन किया जा रहा है. वहीं लॉन बॉल्स प्रतिस्पर्धा 1 फरवरी से 8 फरवरी 2025 तक देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित किया जाएगा. लॉन बॉल प्रतिस्पर्धा से बिहार से जाने वाली 17 सदस्यीय टीम में पूर्वी चंपारण के परसा गांव के रहने वाले लॉन बॉल खिलाड़ी चितरंजन कुमार को बिहार लॉन बॉल्स टीम मैनेजर के पद पर बिहार बोलिंग एसोसिएशन के द्वारा नियुक्त किया गया है.

जिले से एकमात्र लॉन बॉल खिलाड़ी

इस प्रतियोगिता में बिहार की ओर से जाने वाली टीम में नौ पुरुष और आठ महिलाएं शामिल हैं. इस खेल में पूर्वी चंपारण जिला से एकमात्र खिलाड़ी चितरंजन शामिल है. लॉन बॉल के नेशनल स्तर टीम में विगत कई वर्षों से जिला का अकेले प्रतिनिधत्व कर रहें है और अब बिहार टीम को बतौर प्रबंधक लीड करने की बड़ी जिम्मेवारी इनके हिस्से आई है.

2020 में मिली थी बड़ी पहचान

चितरंजन ने वर्ष 2020 में असम में आयोजित खेलो इंडिया प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर जिले सहित अपना नाम रौशन किया था, जिसके बाद ये चर्चा में आए थे. इसके साथ ही नेशनल गेम्स 2022 और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप 2024 में व्यक्तिगत स्पर्धा में छठा स्थान प्राप्त किया था. शुरुआती समय में कम संसाधन और सीमित मार्गदर्शन के बावजूद इसने अपनी राह बनाई.

चितरंजन के सफलता से खुशी का माहौल

इस बड़े प्रतियोगित के लिए मैनेजर के पद पर नियुक्त होने पर चितरंजन के माता उदावंती देवी व पिता रामप्रताप साह सहित अन्य परिजनों व गांव तथा पूरे परिक्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर कायम है.

लोकल18 से बातचीत में खिलाड़ी चितरंजन ने बताया कि मुझे पहली बार इतना बड़ा गेम्स का जिम्मेदारी संभाले का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. मैं कोशिश करूंगा कि यह जिम्मेवारी भी अच्छे से निभा सकूं. टीम को किसी तरह का कोई परेशानी नहीं हो इसका ख्याल रहेगा. हम सब मिलकर अपने राज्य का नाम रौशन करेंगे.

homesports

नेशनल गेम्स के लिए बिहार लॉन बॉल्स टीम के मैनेजर बने चंपारण के खिलाड़ी

Continue Reading

Sports

AO 2025: यानिक सिनर लगातार दूसरी बार बने चैंपियन, जर्मनी के जेवरेव को हराया, हासिल की बड़ी उपलब्धि

Published

on

Last Updated:

Australian Open 2025 final: इटली के यानिक सिनर लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का फाइनल जीत गए हैं. उन्होंने खिताबी मुकाबले में अलेक्जेंडर जेवरेव को हराया.

सिनर लगातार दूसरी बार बने चैंपियन, जर्मनी के जेवरेव को हराया, बनाया रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में यानिक सिनर की जीत.

नई दिल्ली. जैनिक सिनर ने रविवार (26 जनवरी) को लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियनशिप जीती. उन्होंने फाइनल में 6-3, 7-6 (4), 6-3 की जीत के लिए अलेक्जेंडर जेवरेव को हराया. 23 साल के सिनर ने 1992-93 में जिम कूरियर के बाद से लगातार दो साल ट्रॉफी जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं. सिनर पिछले जून में रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुंचे थे.

सिनर ने आठवें गेम में जेवरेव की सर्विस तोड़ी और फिर पहला सेट अपने हक में करके खत्म समाप्त किया. दूसरे सेट में कोई सर्विस ब्रेक नहीं था. वह यहां 7-6 से आगे रहे. जिसका फ़ैसला एक कड़े टाईब्रेकर में हुआ. बता दें कि पिछले मार्च में दो बार एनाबॉलिक स्टेरॉयड के लिए सिनर का परीक्षण पॉजिटिव आया था. लेकिन उन्होंने इसके लिए अपनी टीम के दो सदस्यों के को जिम्मेदार ठहराया था. जिन्हें बाद में निकाल दिया गया था. हालांकि, अगस्त में सिनर को शुरू में दोषमुक्त कर दिया गया था.

सेमीफाइनल में अमेरिका को हराया
उन्होंने शुक्रवार को पैर की जकड़न के बावजूद अमेरिका के बेन शेल्टन को 7-6, 6-2, 6-2 से हराया. इटली के यानिक सिनर लगातार दूसरे साल फाइनल में पहुंचे थे. फाइनल में उनका मुकाबला जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव से होना था. जो अब उनके नाम हो गया है.

homesports

सिनर लगातार दूसरी बार बने चैंपियन, जर्मनी के जेवरेव को हराया, बनाया रिकॉर्ड

Continue Reading

Sports

ATP Ranking: सुमित नागल टॉप 100 से बाहर, बोपन्ना भी टॉप 20 में नहीं, पहले नंबर पर सिनर

Published

on

Last Updated:

एटीपी रैंकिंग जारी कर दी गई है. यानिक सिनर पहले स्थान पर हैं. खराब प्रदर्शन के कारण सुमित नागल टॉप 100 का भी हिस्सा नहीं हैं. रोहन बोपन्ना टॉप 20 में नहीं हैं.

ATP Ranking: सुमित नागल टॉप 100 से बाहर, बोपन्ना भी टॉप 20 में नहीं

एटीपी रैंकिंग जारी कर दी गई है.

नई दिल्ली. भारत के सुमित नागल (Sumit Nagal) एटीपी टेनिस सिंगल रैंकिंग में लगातार 10 महीने टॉप 100 में रहने के बाद लचर प्रदर्शन के कारण सोमवार को जारी रैंकिंग में इससे बाहर हो गए जबकि ऑस्ट्रेलियाई ओपन में जल्दी हारने के कारण अनुभवी रोहन बोपन्ना भी अब डबल रैंकिंग में टॉप 20 खिलाड़ियों का हिस्सा नहीं हैं. यानिक सिनर पहले स्थान पर हैं.

नागल मार्च 2024 से टॉप 100 खिलाड़ियों में शामिल थे. उन्होंने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया ओपन में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत फरवरी 2024 में पहली बार टॉप 100 सिंगल खिलाड़ियों की सूची में जगह बनाई थी. रैंकिंग में वह हालांकि 16 स्थान के नुकसान से 106वें नंबर पर खिसक गए हैं. उनके 565 अंक हैं.

नागल पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. उन्होंने जुलाई में विंबलडन 2024 के बाद से 18 टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और इस दौरान एटीपी टूर और चैलेंजर सर्किट पर मुख्य ड्रॉ के केवल तीन मैच जीत पाए. टॉप 100 में शामिल खिलाड़ियों को ग्रैंडस्लैम सहित बड़ी प्रतियोगिताओं में सीधे एंट्री मिलती है जहां पहले दौर में हार के बावजूद खिलाड़ियों को ठीक-ठाक इनामी राशि मिल जाती है.

नागल के बाद शशिकुमार मुकुंद 365वें स्थान पर हैं. उन्हें दो स्थान का फायदा हुआ है. रामकुमार रामनाथन एक स्थान के नुकसान से 406वें जबकि उनके बाद करण सिंह (20 स्थान के नुकसान से 496वें स्थान पर) और आर्यन शाह (नौ स्थान के नुकसान से 593वें स्थान पर) का नंबर आता है. बोपन्ना डबल रैंकिंग में पांच स्थान के नुकसान से 21वें स्थान पर खिसक गए हैं.

homesports

ATP Ranking: सुमित नागल टॉप 100 से बाहर, बोपन्ना भी टॉप 20 में नहीं

Continue Reading

TRENDING