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US Tornado Situation Videos Update; Missouri Texas | Kansas Mississippi Dust Storm | अमेरिका में भयानक बवंडर से 32 लोगों की मौत: अकेले मिसौरी में 12 की जान गई, कन्सास में हाईवे पर 50 गाड़ियां टकराईं

वॉशिंगटन6 मिनट पहले
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मिसौरी राज्य के टाइलरटाउन में टॉरनेडो के बाद मची तबाही।
अमेरिका के कई राज्य इन दिनों भयानक बवंडर (टॉरनेडो) की चपेट में हैं। अब तक इस बवंडर में 32 लोगों की जान जा चुकी है। सबसे ज्यादा 12 मौतें मिसौरी राज्य में हुई हैं। वहीं, शुक्रवार को कैनसस में धूलभरी आंधी के चलते हाईवे पर लगभग 50 गाड़ियां टकरा गई। इसमें 8 लोगों की मौत हुई।
कई राज्यों में भीषण बवंडर के चलते स्कूल बिल्डिंग टूट-फूट गई हैं। मिसिसिपी में तीन इलाकों में 6 लोगों की मौत हो गई और तीन लोग लापता हैं। पूरे राज्य में 29 लोग घायल हुए हैं।
तूफान की तस्वीरें…

मिजूरी राज्य में तूफान के चलते एक घर पूरी तरह तबाह हो गया।

अर्कान्सास की केव सिटी में फायर डिपार्टमेंट के कर्मचारी एक ड्रग स्टोर के बचे हुए हिस्से को बचाने में मदद करते हुए।

मिसौरी के फ्लोरिसेंट में तूफान के बाद घर का बिखरा हुआ मलबा।
आज भी टॉरनेडो का असर रहने की संभावना
अमेरिकी स्टॉर्म प्रेडिक्शन सेंटर ने दावा किया कि तेज गति से बढ़ते ये टॉरनेडो गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। आज भी कई राज्यों में बेसबॉल के आकार के ओले गिरने और टॉरनेडो आने की संभावना है।
ईस्ट लुइसियाना, मिसिसिपी, अलबामा, वेस्ट जॉर्जिया और फ्लोरिडा में टॉरनेडो का अलर्ट है। टेक्सास, कंसास, मिसौरी और न्यू मैक्सिको में जंगल की आग का खतरा है।
टेक्सास, ओक्लाहोमा, मिसौरी, इलिनोइस, इंडियाना और मिशिगन में तेज हवाओं के चलते दो लाख से ज्यादा घरों की बिजली गुल हो गई है।
नेशनल वेटर सर्विस ने साउथ डकोटा और वेस्ट मिनेसोटा के कुछ हिस्सों में बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी की है। इन क्षेत्रों में 6 इंच तक बर्फ गिरने की संभावना है।
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Earth Orbit A Mess: ग्लोबल वार्मिंग से अंतरिक्ष मलबा बढ़ रहा है, जिससे उपग्रहों और अंतरिक्ष यात्रा को खतरा है. MIT के शोध के अनुसार, सदी के अंत तक निम्न पृथ्वी कक्षा में 82% तक गिरावट हो सकती है.

अंतरिक्ष मलबे का एक घातक जाल पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है. (फोटो NASA)
हाइलाइट्स
- ग्लोबल वार्मिंग से अंतरिक्ष मलबा बढ़ रहा है.
- सदी के अंत तक निम्न पृथ्वी कक्षा में 82% तक गिरावट संभव.
- अंतरिक्ष मलबा उपग्रहों और यात्रा के लिए गंभीर खतरा.
Earth Orbit A Mess: हमारे ग्रह पर मंडराते खतरे, जलवायु परिवर्तन के कारण, अब एक नए और भयावह रूप ले रहे हैं. यह खतरा हमारे ऊपर, अंतरिक्ष के विशाल अंधेरे में छिपा है, जहां अंतरिक्ष मलबे का एक घातक जाल पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है. एक नए अध्ययन ने चेतावनी दी है कि ग्लोबल वार्मिंग न केवल हमारे ग्रह को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि यह अंतरिक्ष में कक्षाओं को भी अस्थिर कर रही है, जिससे उपग्रहों और अंतरिक्ष यात्रा के लिए गंभीर खतरा पैदा हो रहा है.
जैसे-जैसे कोयला, तेल और गैस का जलना जारी है, वैसे-वैसे हमारा वायुमंडल गर्म होता जा रहा है. विडंबना यह है कि यह गर्मी ऊपरी वायुमंडल में ठंडक पैदा करती है, जहां अंतरिक्ष शुरू होता है. यह शीतलन एक पतले वातावरण के लिए बनाता है, और एक पतला वातावरण का अर्थ है घर्षण में कमी. घर्षण वह बल है जो स्वाभाविक रूप से अंतरिक्ष मलबे को धीमा कर देता है, जिससे वह पृथ्वी के वायुमंडल में वापस गिर जाता है और जल जाता है. इस प्राकृतिक सफाई तंत्र के कमजोर होने से अंतरिक्ष मलबा अब हमारी कक्षा में जमा हो रहा है जिससे एक खतरनाक बाधा बन रही है.
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अंतरिक्ष में भीड़भाड़: एक बढ़ता हुआ खतरा
MIT के शोधकर्ताओं ने शोध में पाया है कि सदी के अंत तक निम्न पृथ्वी कक्षा में उपग्रहों के लिए उपलब्ध स्थान में भारी गिरावट आ सकती है. यह गिरावट 82% तक की हो सकती है. अंतरिक्ष मलबे की यह भयावह भीड़ हमारे ग्रह के लिए एक गंभीर खतरा है. वर्तमान में लाखों मलबे के टुकड़े, निष्क्रिय उपग्रहों के टुकड़े, रॉकेट के हिस्से और अन्य मानव निर्मित मलबे पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं, जो अविश्वसनीय गति से यात्रा कर रहे हैं.
टकराव का खतरा: एक दुःस्वप्न
अंतरिक्ष में एक छोटी सी वस्तु भी विनाशकारी क्षति पहुंचा सकती है. कल्पना कीजिए कि एक छोटा सा पेंट का टुकड़ा 17,500 मील प्रति घंटे की रफ्तार से किसी उपग्रह से टकराता है तो इसका प्रभाव विनाशकारी होगा. अब, कल्पना करें कि यह परिदृश्य लाखों बार दोहराया जाता है, क्योंकि अंतरिक्ष मलबे की मात्रा लगातार बढ़ रही है. यह एक भयावह वास्तविकता है जिसका हम सामना कर रहे हैं. साल 2009 में दो उपग्रहों की टक्कर हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप हजारों मलबे के टुकड़े अंतरिक्ष में बिखर गए थे. यह घटना अंतरिक्ष मलबे के बढ़ते खतरे और हमारे ग्रह के लिए इसके गंभीर परिणामों की एक गंभीर याद दिलाती है.
संचार बाधित: टेक्नोलॉजी खतरे में
अंतरिक्ष मलबे का हमारे उपग्रहों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है, जो हमारे दैनिक जीवन के लिए आवश्यक हैं. ये उपग्रह संचार, नेविगेशन, मौसम पूर्वानुमान और कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को शक्ति प्रदान करते हैं. मलबे से एक भी टक्कर से व्यापक रुकावटें आ सकती हैं, जिससे हमारी तकनीकी आधारशिला अस्त-व्यस्त हो सकती है.
एक सामूहिक जिम्मेदारी: भविष्य को सुरक्षित रखना
अंतरिक्ष मलबे का मुद्दा एक बढ़ता हुआ खतरा है जिसे तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है. हमें इस खतरे को पहचानने और अंतरिक्ष के स्थायी उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है. इसमें अंतरिक्ष मलबे को कम करने, मौजूदा मलबे को ट्रैक करने और इस बढ़ते हुए खतरे को कम करने के लिए नए तकनीकी समाधान विकसित करने के प्रयास शामिल हैं. हमारे ग्रह के चारों ओर अंतरिक्ष की सुरक्षा और स्थिरीकरण के लिए एक सामूहिक जिम्मेदारी है, यह सुनिश्चित करते हुए कि यह क्षेत्र भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुलभ और सुरक्षित रहे.
New Delhi,Delhi
March 10, 2025, 23:41 IST
पृथ्वी के ऑर्बिट में झोल, इंसानों ने किया ऐसा कांड, एक झटके में सब होगा खत्म
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PM Modi Mauritius Visit: आज से मॉरीशस में मोदी-मोदी; PM का स्वागत करने आए सभी 34 मंत्री, जानिए 2 दिन तक क्या-क्या होगा?

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PM Modi Mauritius Visit: पीएम नरेंद्र मोदी मॉरीशस के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. इस यात्रा से भारत-मॉरीशस संबंधों में नया अध्याय जुड़ने की उम्मीद है.

पीएम नरेंद्र मोदी का मॉरीशस दौरा: द्विपक्षीय संबंधों में नया अध्याय.
हाइलाइट्स
- पीएम मोदी मॉरीशस के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे.
- मॉरीशस एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ.
- भारत-मॉरीशस संबंधों में नया अध्याय जुड़ने की उम्मीद.
PM Modi Mauritius Visit: पीएम नरेंद्र मोदी मॉरीशस पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी का मॉरीशस दौरा दो दिनों का है. इन दो दिनों में भारत और मॉरीशस के बीच रिश्तों का नया अध्याय शुरू होगा. पीएम मोदी मॉरीशस संग भारत की दोस्ती को और गहरा करेंगे. दोस्ती की नई इबारत लिखेंगे. इसकी शुरुआत आज सुबह से ही हो गई. पीएम मोदी आज सुबह जब मॉरीशस एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्हें रिसीव करने के लिए सभी 34 मंत्री आ गए. जी हां, पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर सभी मॉरीशस के मंत्री मौजूद थे. एयरपोर्ट पर लोग मोदी-मोदी का नारा लगाते दिखे. इस तरह पीएम मोदी का मॉरीशस के एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ.
दरअसल, पीएम मोदी आधी रात के बाद मंगलवार को द्वीप राष्ट्र मॉरीशस के लिए रवाना हो गए. वह मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के न्योते पर इस यात्रा पर गए हैं. वह मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मेहमान होंगे. मॉरीशस का राष्ट्रीय दिवस 12 मार्च को है. भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी, भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत और भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा ‘स्काईडाइविंग टीम’ (मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस) समारोह में भाग लेगी. मॉरीशस की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में एक ‘नया और उज्ज्वल’ अध्याय जोड़ेगी.
पीएम मोदी ने अपनी यात्रा परक्या कहा
पीएम मोदी ने मॉरीशस रवाना होने से पहले जारी एक बयान में कहा, ‘मैं अपने सागर विजन के हिस्से के रूप में अपने लोगों की प्रगति और समृद्धि के साथ-साथ हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए अपनी स्थायी मित्रता को मजबूत करने तथा अपने सभी पहलुओं में अपनी साझेदारी को बढ़ाने के लिए मॉरीशस नेतृत्व के साथ जुड़ने के अवसर की प्रतीक्षा में हूं.’ ‘सागर’ से आशय ‘सेक्युरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन’ (क्षेत्र में सबके लिये सुरक्षा और विकास) से है.
भारत के लिए क्यों अहम है मॉरीशस
भारत मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है. सिंगापुर के बाद मॉरीशस 2023-24 के लिए भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत था. यह प्रधानमंत्री मोदी की 2015 के बाद पहली मॉरीशस यात्रा है. प्रधानमंत्री मोदी की वर्तमान यात्रा से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूती मिलने की उम्मीद है. भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार को और अधिक मजबूत करने के लिए इस यात्रा के दौरान कई नई परियोजनाओं की शुरुआत की जा सकती है. भारत मॉरीशस में बुनियादी ढांचे, डिजिटल टेक्नोलॉजी और स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश कर रहा है, जिससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे.
पीएम मोदी के दौरे पर क्या-क्या हो सकता है?
-व्यापार-सुरक्षा पर समझौता
-लाइन ऑफ क्रेडिट पर समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर
-मॉरीशस को कई परियोजनाओं की सौगात दी जा सकती है.
-मॉरीशस में भारत के निवेश को लेकर हो सकते हैं ऐलान
-समुद्री सुरक्षा को लेकर हो सकता है समझौता.
-सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग पर समझौता.
Delhi,Delhi,Delhi
March 11, 2025, 08:26 IST
मॉरीशस में मोदी-मोदी; PM का स्वागत करने आए सभी 34 मंत्री, जानिए क्या-क्या होगा
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सूरज की चमक, पलकें बिछाए बैठा कैबिनेट और मॉरीशस में यूं दिखी PM मोदी की धमक, वेलकम ऐसा कि रचा इतिहास

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प्रधानमंत्री मोदी स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे मॉरीशस पहुंचे. जब उनके कदम मॉरीशस की धरती पर पड़े, तब सूर्य अपनी सुबह की लालिमा बिखेर रहा था. पीएम मोदी का यहां गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया गया. मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया.उनके साथ उप प्रधानमंत्री, मॉरीशस के मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के स्पीकर, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के अध्यक्ष और कई अन्य लोग मौजूद थे.
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