Connect with us

Internattional

Sunita Williams Returns LIVE: धरती के लिए निकल पड़ीं सुनीता विलियम्स; जानें कब, कहां और कैसे होगी लैंडिग

Published

on

Last Updated:

Sunita Williams Returns Live Updates: सुनीता विलियम्स आखिरकार अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से धरती के सफर पर निकल पड़ी हैं. सुनीता अपने साथी बुच विलमोर के साथ आईएसएस को छोड़कर स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरक्षिण यात्र …और पढ़ें

धरती के लिए निकल पड़ीं सुनीता विलियम्स; जानें कब, कहां, कैसे होगी लैंडिंग

सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के साथ नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और अलेक्जैंडर गोर्बुनोव (मध्य में) भी धरती पर लौट रहे हैं. (NASA)

भारतीय मूल की अमेरिकी अतंरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार धरती के सफर पर निकल पड़ी हैं. सुनीता अपने साथी बुच विलमोर के साथ अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन यानी आईएसएस को छोड़कर स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरक्षिण यात्र पर सवार हुईं. यह यान ISS से धरती के लिए रवाना हो चुका है. आईएसएस पर 9 महीने से फंसी इन दोनों अंतरिक्षयात्रियों का पूरी दुनिया में इंतजार हो रहा है.

नासा ने एलन मस्क के स्वामित्व वाली स्पेसएक्स के यात्री ड्रैगन 10 क्रू यान के ISS से अनडॉकिंग (अलग होने) का वीडियो शेयर करते हुए बताया कि ‘वे अपने रास्ते पर हैं! क्रू9 ने आज रात 1:05 बजे ET (भारतीय समयानुसार 10:35 बजे) पर स्पेस स्टेशन से अनडॉक किया. धरती की कक्षा में इनके दोबारा दाखिल होने और स्प्लैशडाउन का सीधा प्रसारण आज शाम 4:45 बजे ET (भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 2:15 बजे) से एक्स, यूट्यूब और NASA+ पर शुरू होगा.

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Internattional

Earthquake News Today: पश्चिमी नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप, कोई नुकसान नहीं.

Published

on

Last Updated:

Nepal Earthquake News: पश्चिमी नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसका केंद्र अछाम जिले के बटुलासैन में था. किसी नुकसान या हताहत की खबर नहीं है. 8 मार्च को बागलुंग में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था.

नेपाल में फिर कांपी धरती, भूकंप के झटके ने सबको हिलाया, तबाही का संकेत तो नहीं

पश्चिमी नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप

हाइलाइट्स

  • नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया.
  • भूकंप का केंद्र अछाम जिले के बटुलासैन में था.
  • कोई नुकसान या हताहत की खबर नहीं है.

Nepal Earthquake News: क्या नेपाल में कोई बड़ी तबाही आने वाली है? क्या फिर से नेपाल को प्राकृतिक आपदा का दंश झेलना पड़ सकता है? ऐसा इसलिए क्योंकि यहां अब बार-बार धरती डोलने लगी है. नेपाल में एक बार फिर भूकंप की वजह से धरती कांपी है.  पश्चिमी नेपाल में मंगलवार को 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. हालांकि, अब तक भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान या किसी के हताहत होने की तत्काल कोई खबर नहीं है.

राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र (NEMRC) ने कहा कि उसने सुबह 6:33 बजे 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया जिसका केंद्र काठमांडू से 450 किलोमीटर पश्चिम में अछाम जिले के बटुलासैन में स्थित था. स्थानीय निवासियों ने हल्के झटके महसूस किए. लोगों की नींद ही भूकंप के झटके से खुली. इसके बाद लोग डरे-सहमे घर से बाहर की ओर भागे.

हालांकि, भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं है. इससे पहले, 8 मार्च को पश्चिमी नेपाल के बागलुंग जिले में 4.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. नेपाल भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र है और यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं. यही वजह है कि यहां के लोग इन भूकंप के झटकों से अधिक डरे हुए रहते हैं.

हाल ही में 8 मार्च को भी नेपाल के बागलुंग जिले में 4.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. इस घटना के दौरान भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था. पिछले वर्षों में नेपाल ने कई बार विनाशकारी भूकंपों का सामना किया है. 2015 में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने काठमांडू और आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें करीब 9,000 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग बेघर हो गए थे. इसके बाद से नेपाल में भूकंप की निगरानी और पूर्वानुमान प्रणाली को मजबूत किया गया है.

homeworld

नेपाल में फिर कांपी धरती, भूकंप के झटके ने सबको हिलाया, तबाही का संकेत तो नहीं

Continue Reading

Internattional

रेड सी में अमेरिका-हूती संघर्ष से तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं

Published

on

Last Updated:

USA VS HOUTHI: रेड सी में अमेरिकी नौसेना की सबसे ज़्यादा एक्टिविटी है. 2023 से ही अमेरिका ने अपनी मौजूदगी को मिडिल ईस्ट के इलाके में लगातार जारी रखी है. यमन के हूती विद्रोहीअमेरिकी , यूएस और इजरायली मर्चेंट वेस…और पढ़ें

रेड सी का मिजाज फिर से होने लगा लाल, अमेरिका-हूती है आमने सामने

रेड सी का रंग होने लगा लाल..

हाइलाइट्स

  • अमेरिका और हूती विद्रोहियों में रेड सी में तनाव बढ़ा.
  • तेल की कीमतों में उछाल की संभावना.
  • रेड सी में व्यापार बाधित होने से वैश्विक असर.

USA VS HOUTHI: रेड सी लंबे समय से अमेरिका और यमन के हूती का जंग का मैदान बना हुआ है. इजरायल का हमसा और हिज्बुल्लाह के साथ जंग ने तो मानों आग घी डालने का कम कर दिया. यह पूरा इलाका अमेरिका के सेंट्रल कमांड के कार्यक्षेत्र में आता है. पिछले साल 15 दिसंबर को मिडिल ईस्ट मे तैनात के लिए कैरियर स्ट्राइक ग्रुप USS हैरी ए ट्रूमैन स्वेज कैनाल को पार करते हुए रेड सी के इलाके में पहु्ंचा. इसी कैरियर से अमेरिकी F-18 ने उड़ान भर कर हूती पर बड़ा हमला किया. हैरी एस. ट्रूमन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में USS गेटिसबर्ग (CG-64), USS स्टाउट (DDG-55) और USS जैसन डनहम (DDG-109) शामिल हैं. कैरियर एयर विंग (CVW) 1 ट्रूमन में सवार है. इसके जवाब में हूती ने भी अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप पर भी हमले का दावा किया. रेड सी का इलाके का मिज़ाज फिर से लाल होने लगा है. हूती और अमेरिका आमने सामने है और इस जारी जंग से दुनिया की मुश्किलें बढ सकती है. तेल की क़ीमतों में उछाल आने की संभावना है.अमेरिका के सेंट्रल कमांड ने दो दिन से लगातार यमन में हूती के ठिकानों पर हमला किया.

तेल की कीमतों में आ सकता है उछाल
यमन के हूती विद्रोहियों ने रेड सी से अदन की खाड़ी और मध्य/उत्तरी अरब सागर के अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाता आ रहा है.अमेरिका की तरफ से जारी किए गए बयान में साफ कही गया कि पिछले 18 महीने के भीतर हूती ने अमेरिकी नौसेना के वॉरशिप पर 174 बार हमले किए. इसके अलावा उस इलाके से गुजरने वाले कमर्शियल शिपिंग पर 145 बार अटैक किए. पहले तो सोमालिया के समुद्री लुटेरे ही व्यापारिक जहाजो के लिए समस्या होते थे लेकिन अब हूती विद्रोहियों ने भी मुश्किले खड़ी कर दी. अगर हम सिर्फ भारत के परीपेक्ष में इस मौजूदा हालात को देखें तो अरब सागर में स्ट्रेट ऑफ हॉरमूज के पास फारस और ओमान की खाड़ी के इलाके से भारत का 80 फीसदी एनर्जी ट्रेड आता है. दूसरा अदन की खाड़ी में एनर्जी ट्रेड के अलवा 90 फीसदी अन्य व्यापार होता है. स्वेज कैनाल से रेड सी और अदन की खाड़ी से होते हुए सारा ट्रेड अरब सागर के रास्ते भारत पहुंचता है. इसी रूट से चीन और अन्य ईस्ट के देशों तक तेल और अन्य व्यापर पहुंचता है. रेड सी में गदर बढ़ा तो पूरा ट्रेड बाधित हो जाएगा. इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा. जिसमें तेल की कीमतों में भी उछाल आ सकता है.

रेड सी बाधित हुआ तो बढ़ेगी मुसीबत
रेड सी से होते हुए अदन की खाड़ी तक पहुंचना बेहद चुनौती पूर्ण हो जाता है. यह पूरा इलाका सबसे बडा पायरेसी का इलाका है. जिबूती और सोमालिया से लुटेरे इसी जगह पर डकैती डालते है. समुद्री रास्ते से व्यापार का यह सबसे छोटा रूट है. इसलिए यहां पर ट्रैफिक बाकी जगह से कहीं ज़्यादा है. अगर जंग के चलते कभी अदन की खाड़ी वाला रूट बाधित हुआ, तो व्यापारिक जहाजों को अपना रास्ता बदलना पड़ेगा. मर्चेंट वेसल को मेडिटेरियन सी से होते हुए अफ्रीका के नीचे केपौ ऑफ गुड होप रूट से आना होगा. इस रूट से ना सिर्फ समय ज्यादा लगेगा बल्कि कीमते भी बढ़ जाएंगी.

homeworld

रेड सी का मिजाज फिर से होने लगा लाल, अमेरिका-हूती है आमने सामने

Continue Reading

Internattional

Jalandhar bhogpur woman dies by Canadian flight | Jalandhar | Bhogpur | Canada | Paramjit Kaur | जालंधर की महिला की कनाडाई फ्लाइट में मौत: बेटी से मिलने गई थी, तबीयत बिगड़ी तो इमरजेंसी लैंडिंग करवाई, रास्ते में दम तोड़ा – Jalandhar News

Published

on

जालंधर की एक महिला की कनाडा में फ्लाइट के अंदर मौत हो गई। मृतक महिला की पहचान जालंधर के कस्बा भोगपुर की रहने वाली परमजीत कौर गिल के रूप में हुई है। जो कनाडा के एक एरयपोर्ट से दूसरे किसी प्रोविंस के एयरपोर्ट पर जा रही थी। इस दौरान फ्लाइट में उसकी तबीय

.

बेटी से मिलने विदेश गई थी महिला

जानकारी के अनुसार, भोगपुर की रहने वाले परमजीत कौर गिल अपनी बेटी से मिलने के लिए कनाडा गई थी। महिला कनाडा में ही ट्रैवल कर रही थी। इस दौरान जब परमजीत की तबीयत बिगड़ी तो तुरंत फ्लाइट के क्रू मेंबर्स को सूचना दी गई।

जिसके बाद फ्लाइट को इमरजेंसी में तय समय से पहले किसी अन्य एयरपोर्ट पर उतारा गया। जहां से तुरंत उस महिला को अस्पताल ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। अस्पताल ले जाते ही महिला को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया था। हालांकि फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि महिला की मौत का सटीक कारण क्या था। परमजीत की मौत के बाद से भोगपुर में रह रहे परिवार में शोक की लहर है।

Continue Reading

TRENDING