Connect with us

Internattional

Pakistan Train Hijack Video Update; Balochistan BLA Vs PAK Army | Jaffar Express | पाकिस्तानी सेना बोली- ट्रेन हाईजैक के सभी बंधक छुड़ाए गए: 28 सैनिकों की मौत, 33 विद्रोही ढेर; बलूच लड़ाकों का दावा- हमने 100 सैनिक मारे

Published

on

इस्लामाबाद2 दिन पहले

  • कॉपी लिंक
पाकिस्तानी सुरक्षा बल हाईजैक ट्रेन से छुड़ाए गए बंधकों को मालगाड़ी से लेकर माछ रेलवे स्टेशन पहुंचे। तस्वीर- सोशल मीडिया - Dainik Bhaskar

पाकिस्तानी सुरक्षा बल हाईजैक ट्रेन से छुड़ाए गए बंधकों को मालगाड़ी से लेकर माछ रेलवे स्टेशन पहुंचे। तस्वीर- सोशल मीडिया

पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने बुधवार रात 9:30 बजे ट्रेन हाईजैक खत्म होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है।

उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं। बाकी सभी बंधकों को रिहा करा लिया गया है। पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि हमारे सैनिकों ने कई विद्रोहियों को नरक भेज दिया है।

न्यूज एजेंसी AFP ने पाकिस्तान आर्मी के हवाले से बताया है कि ट्रेन में यात्रा कर रहे 27 ऑफ ड्यूटी पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जबकि 1 सैनिक रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मारा गया। जबकि बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का दावा है कि उसने दो दिन में 100 पाकिस्तानी सैनिक मार गिराए हैं।

ट्रेन हाईजैक ऑपरेशन लगभग 36 घंटे चला। इसमें 450 लोगों को बंधक बनाया गया था। पाकिस्तानी आर्मी अफसर ने बताया कि 346 बंधकों को छुड़ा लिया गया है।

पाकिस्तानी सरकार ने प्रोटोकॉल के तहत बलूचिस्तान में 200 ताबूत भेजे हैं, ताकि इमरजेंसी के हालात में इनका इस्तेमाल किया जा सके।

पाकिस्तानी सरकार ने प्रोटोकॉल के तहत बलूचिस्तान में 200 ताबूत भेजे हैं, ताकि इमरजेंसी के हालात में इनका इस्तेमाल किया जा सके।

10 पाइंट्स में समझिए अब तक क्या क्या हुआ…

  • बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कल दोपहर 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर 450 यात्रियों को बंधक बनाया।
  • BLA ने जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
  • हमले के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने पैसेंजर्स की रिहाई के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लड़ाकों पर ड्रोन और हेलिकॉप्टर से हमला किया।
  • पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की।
  • पाकिस्तानी सेना ने सुबह 150 बंधकों को छुड़ाने की बात कही, शाम होते तक 190 बंधकों को रिहा करने की बात कही।
  • सेना के अफसर ने बताया विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं, इससे बाकी बंधकों को रिहा कराने में मुश्किल हो रही है।
  • पाक सरकार की तरफ से 200 ताबूत क्वेटा भेजे गए। बताया गया कि ये ताबूत प्रोटोकॉल के तहत भेजे गए हैं।
  • BLA ने दावा किया कि हमले में 100 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। हालांकि सेना ने अब तक इतनी मौतों की पुष्टि नहीं की।
  • प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मारे गए लोगों के लिए संवेदना जाहिर की। बताया कि इस ऑपरेशन में दौरान दर्जनों आतंकवादी मारे गये हैं।
  • पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि 33 बलूच लड़ाके मारे गए हैं और सभी बंधकों को रिहा करा लिया गया है।

लड़ाकों की कैद से रिहा पैसेंजर्स की तस्वीर…

बच्चे और महिलाओं को छुड़ाने के बाद उन्हें नजदीक के माच रेलवे स्टेशन ले जाया गया।

बच्चे और महिलाओं को छुड़ाने के बाद उन्हें नजदीक के माच रेलवे स्टेशन ले जाया गया।

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने ट्रेन से लोगों को रेस्क्यू किया।

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने ट्रेन से लोगों को रेस्क्यू किया।

एक घायल यात्री का बलूचिस्तान के माच रेलवे स्टेशन पर इलाज किया गया।

एक घायल यात्री का बलूचिस्तान के माच रेलवे स्टेशन पर इलाज किया गया।

BLA लड़ाकों की कैद से रिहा होने के बाद क्वेटा में रेलवे स्टेशन से घर लौटते पाकिस्तानी यात्री।

BLA लड़ाकों की कैद से रिहा होने के बाद क्वेटा में रेलवे स्टेशन से घर लौटते पाकिस्तानी यात्री।

कैद से छूटने के बाद बलूचिस्तान के क्वेटा में रेलवे स्टेशन पर बैठे यात्री डरे हुए नजर आए।

कैद से छूटने के बाद बलूचिस्तान के क्वेटा में रेलवे स्टेशन पर बैठे यात्री डरे हुए नजर आए।

बलूचिस्तान में मुश्कफ के रेलवे स्टेशन पर पहरा देता एक पाकिस्तानी सैनिक।

बलूचिस्तान में मुश्कफ के रेलवे स्टेशन पर पहरा देता एक पाकिस्तानी सैनिक।

कैद से छूटने के बाद लोगों ने अपने घर पर कॉल करके हालात बताए।

कैद से छूटने के बाद लोगों ने अपने घर पर कॉल करके हालात बताए।

बंधकों की आपबीती- पहचान पत्र चेक किए, ऐसा लगा जैसे कयामत आ गई

  • जाफर एक्सप्रेस के यात्री नूर मुहम्मद ने बताया, ‘विस्फोट के बाद भीषण गोलीबारी हुई और हमें अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा।’
  • एक महिला ने बताया, ‘हम ट्रेन में बैठे थे, तभी अचानक धमाका हुआ और हमें बाहर निकलने का आदेश दिया गया। हमले के बाद हमें दो घंटे तक पैदल चलना पड़ा।’
  • यात्री मुहम्मद अशरफ ने इस दृश्य को भयावह बताया। ऐसा लगा जैसे कयामत आ गई हो। हर जगह दहशत का माहौल था। हमलावरों ने महिलाओं या बुजुर्ग यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। हमलावरों की संख्या 100 से अधिक थी।

BLA ने बलूच लड़ाके बोले- ये हमारे हक की लड़ाई BLA की तरफ से एक ऑडियो भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह इंसाफ और जिंदा रहने की लड़ाई है। हम ट्रेन हाईजैक के इस ऑपरेशन में शामिल हुए हैं क्योंकि यह हमारे हक की लड़ाई है।

हम बलूच लोगों से कहना चाहते हैं कि वह इस संघर्ष में शामिल हो और इसका हिस्सा बने। हम ये लड़ाई आपके लिए लड़ रहे हैं। आज हमने इस ट्रेन को हाईजैक किया। हमारे साथ आपके लिए और इस जमीन के लिए अपना खून बहा रहे हैं। हालांकि अभी तक इस ऑडियो की पुष्टि नहीं हुई है।

चीन बोला- पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सहयोग मजबूत करने को तैयार चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने बलूचिस्तान में ट्रेन पर हमले का निंदा की है। उन्होंने कहा है कि चीन किसी भी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। हम आतंकवाद से लड़ने और इलाके में स्थिरता बनाए रखने के लिए पाकिस्तान का समर्थन जारी रखेंगे।

माओ ने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ आतंकवाद विरोधी और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करने को तैयार है।

बलूचिस्तान के बोलान जिले में हुआ हमला जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी। इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था। इससे पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी ने गुडालार और पीरू कुनरी के बीच इस हमले को अंजाम दिया। यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है। इसका फायदा उठाकर BLA ने ट्रेन पर हमला किया।

सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इसके बाद BLA ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ।

इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और ISI के एजेंट्स सफर कर रहे थे। सभी पंजाब जा रहे थे। इन्होंने BLA के हमले का जवाब दिया, लेकिन BLA ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी मारे गए।

घटना की जानकारी मिलने पर पाकिस्तान आर्मी ने BLA पर जमीनी फायरिंग की और हवा से बम भी बरसाए, लेकिन BLA लड़ाकों ने किसी तरह आर्मी के जमीनी ऑपरेशन को रोक दिया।

पिछले साल 25 और 26 अगस्त 2024 की आधी रात BLA ने इस ट्रेन के रूट में कोलपुर और माच के बीच एक ब्रिज को उड़ा दिया था। इसके चलते ट्रेन की सर्विस रोक दी गई थी। 11 अक्टूबर 2024 से ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई थी।

पाकिस्तानी मंत्री बोले- ये कायर लड़ाके हैं पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने मंगलवार रात को बताया था कि सिक्योरिटी फोर्सेज ने कुछ यात्रियों को रिहा करा लिया है। कई लोगों को ट्रेन से उतारकर पहाड़ी इलाकों में ले जाया गया है। BLA के लड़ाके महिलाओं और बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सेना के सैनिक सावधानी से काम कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लोगों की जान जाने का खतरा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। ये लड़ाके कायर हैं। वे आसान टारगेट चुनते हैं और छिपकर हमला करते हैं।

पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने हमले की निंदा की है। साथ ही बलूच लड़ाकों से बंधकों की रिहाई के लिए कहा है।

मंगलवार शाम को पाकिस्तानी सेना ने हमले वाली जगह के लिए एक ट्रेन रवाना की। इसमें सैनिकों और डॉक्टरों को भेजा गया।

मंगलवार शाम को पाकिस्तानी सेना ने हमले वाली जगह के लिए एक ट्रेन रवाना की। इसमें सैनिकों और डॉक्टरों को भेजा गया।

BLA ने कहा- कत्ल-ए-आम की जिम्मेदार पाकिस्तानी सेना की होगी

मंगलवार को BLA ने बयान जारी कर कहा कि हमारे लड़ाकों ने माशकाफ, धादर और बोलान में इस ऑपरेशन को प्लान किया। हमने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिसकी वजह से जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा। इसके बाद हमारे लड़ाकों ने इस ट्रेन पर कब्जा कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया।

बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एक्टिव ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, जो पंजाब जा रहे थे। हमने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया है और सिर्फ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के कर्मियों को बंधक बनाया है।

इस ऑपरेशन का नेतृत्व BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिन्हें फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन प्राप्त है। इन्होंने कहा कि अगर हमारे खिलाफ कोई मिलिट्री ऑपरेशन करने की कोशिश की गई तो हम सभी बंधकों को मार देंगे। इस कत्ल-ए-आम की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना की होगी।

BLA ने हमला क्यों किया

BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग होकर बलूचिस्तान देश का गठन करना है। बलूचिस्तान से होकर चीन का CPEC प्रोजेक्ट गुजरता है। लगभग 500 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट का बलूच आर्मी विरोध करती है।

उसका कहना है कि ग्वादर पोर्ट पर स्थानीय बलूच लोगों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। पिछले 4 साल में BLA के 76 हमलों में 1156 पाक फौजी मारे जा चुके हैं।

दो साल पहले भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था

16 फरवरी 2023 को भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट तब हुआ था, जब ट्रेन चिचावतनी रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी।

वहीं, पिछले साल 14 नवंबर 2024 को क्वेटा रेलवे स्टेशन पर ब्लास्ट में 26 लोगों की मौत हुई थी। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब भी हमले की जिम्मेदारी मिलिटेंट ग्रुप बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी।

14 नवंबर 2024 के हमले का CCTV फुटेज। इसमें ब्लास्ट होते हुए दिखाई दे रहा है।

14 नवंबर 2024 के हमले का CCTV फुटेज। इसमें ब्लास्ट होते हुए दिखाई दे रहा है।

बलूचिस्तान के 590 करोड़ टन खनिज पर चीन की नजर

पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान से बलूचों को खदेड़ने के लिए बार-बार सैन्य कार्रवाई करती रही है। इस कार्रवाई की दो बड़ी वजह हैं। पहली- बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति, जो इसे दुनिया के कुछ सबसे अमीर स्थानों में खड़ा कर देती है।

दरअसल, यह इलाका पाक के दक्षिण-पश्चिम में है, जिसके क्षेत्रफल में ईरान और अफगानिस्तान की भी जमीनें शामिल हैं। यह 347190 वर्ग किमी में फैला है। इस हिसाब से यह पाक का सबसे बड़ा प्रांत है। देश का 44% भूभाग यहीं है, जबकि इतने बड़े क्षेत्र में पाक की कुल आबादी के सिर्फ 3.6% यानी 1.49 करोड़ लोग ही रहते हैं।

दूसरी, इस जमीन के नीचे मौजूद तांबा, सोना, कोयला, यूरेनियम और अन्य खनिजों का अकूत भंडार। इससे यह पाक का सबसे अमीर राज्य भी है। यहां की रेको दिक खान दुनिया की सोने और तांबे की खदानों में से एक है। यह चगाई जिले में है, जहां 590 करोड़ टन खनिज होने का अनुमान है। इसके प्रति टन भंडार में 0.22 ग्राम सोना और 0.41% तांबा है।

इस हिसाब से इस खान में 40 करोड़ टन सोना छिपा है। जिसकी अनुमानित कीमत 174.42 लाख करोड़ रुपए तक हो सकती है। इसके बावजूद यह इलाका पाकिस्तान के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है। पाकिस्तान ये बेशकीमती खदानें चीन को देकर अपनी किस्मत चमकाना चाहता है। उस पर 124.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है, जो उसकी GDP का 42% है।

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी क्या है

बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद वे एक आजाद देश के तौर पर रहना चाहते थे, लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर दिया गया था। इस वजह से बलूचिस्तान में सेना और लोगों का संघर्ष आज भी जारी है।

BBC के मुताबिक बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वाले कई संगठन हैं। इनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे ताकतवर संगठन है। ये संगठन 70 के दशक में अस्तित्व में आया, लेकिन 21वीं सदी में इसका प्रभाव बढ़ा है।

BLA बलूचिस्तान को पाकिस्तानी सरकार और चीन से मुक्ति दिलाना चाहता है। उनका मानना है कि बलूचिस्तान के संसाधनों पर उनका हक है। पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को 2007 में आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था।

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान दूसरे नंबर पर

सिडनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस की तरफ से जारी वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) रिपोर्ट 2025 में पाकिस्तान को दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित इलाके हैं। देश भर की कुल आतंकी घटनाओं में से 90% इसी इलाके में हुईं।

रिपोर्ट में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को लगातार दूसरे साल पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बताया गया। 2024 में इस ग्रुप ने 482 हमले किए, जिसकी वजह से 558 मौतें हुई थीं, जो 2023 के मुकाबले 91% ज्यादा हैं।

—————————-

पाकिस्तान में बम ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बस पर आतंकी हमला:6 की मौत, 25 से ज्यादा घायल; बलूच आर्मी ने ली हमले की जिम्मेदारी

पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के तुरबत शहर में जनवरी में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने एक बस में बम ब्लास्ट कर दिया। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 25 अन्य घायल हैं। इनमें से 5 घायलों की हालत गंभीर है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

कराची में विस्फोट, 2 चीनी इंजीनियरों की मौत:बलूच विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी ली; चीन ने अपराधियों को सजा देने की मांग की

पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट के पास पिछले साल अक्टूबर में हुए एक विस्फोट में कम से कम 2 चीनी नागरिकों की मौत हुई थी। इस घटना में एक चीनी नागरिक घायल भी है। पाकिस्तान में स्थित चीन के दूतावास ने इसे एक आंतकी हमला बताया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Internattional

International Drug Mafia Shaun Bhinder; FBI Wanted Arrested By Punjab Police | Tarn Taran | तरनतारन में इंटरनेशनल ड्रग तस्कर गिरफ्तार: अमेरिकी एजेंसी FBI भी थी भिंडर की तलाश में, कोलंबिया से अमेरिका-कनाडा में कोकीन सप्लाई करता था – tarn-taran News

Published

on

तरनतारन पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया शहनाज सिंह उर्फ ​​शॉन भिंडर को गिरफ्तार किया है, जिसकी तलाश अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई को भी काफी समय से थी। शहनाज सिंह ड्रग तस्करी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना था, जो कोलंबिया

.

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अमेरिका में उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका में अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद शहनाज सिंह भारत भाग गया था, लेकिन पंजाब पुलिस ने उसका पीछा कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पंजाब पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से इस कार्रवाई को अंजाम दिया। यह कार्रवाई पंजाब सरकार और पुलिस की ड्रग तस्करी और संगठित अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। पुलिस ने कहा कि पंजाब को ड्रग माफिया और अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह नहीं बनने दिया जाएगा।

अमेरिका में उसके चार सहयोगी पहले ही गिरफ्तार

इससे पहले 26 फरवरी 2025 को अमेरिका में इसके चार साथियों को गिरफ्तार किया गया था:

  • अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत उर्फ बल
  • अमृतपाल सिंह उर्फ चीमा
  • तकदीर सिंह उर्फ रोमि
  • सरबजीत सिंह उर्फ साबी
  • फर्नांडो वलादारेस उर्फ फ्रैंको

अमेरिकी अधिकारियों ने इस कार्रवाई के दौरान 391 किलोग्राम मेथामफेटामिन, 109 किलोग्राम कोकीन और चार हथियार जब्त किए थे।

Continue Reading

Internattional

Lalit Modi Citizenship Controversy; Vanuatu PM Jotham Napat | Passport | भगोड़े ललित मोदी की वानुअतु की नागरिकता रद्द: PM जोथम ने पासपोर्ट कैंसिल करने का आदेश दिया

Published

on

पोर्ट विला5 दिन पहले

  • कॉपी लिंक
ललित मोदी पर 2010 में करप्शन के आरोप लगे थे, इसके बाद वह भागकर लंदन चला गया। - Dainik Bhaskar

ललित मोदी पर 2010 में करप्शन के आरोप लगे थे, इसके बाद वह भागकर लंदन चला गया।

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व कमिश्नर और भगोड़े ललित मोदी की वानुअतु की नागरिकता रद्द होगी। वानुअतु के प्रधानमंत्री जोथम नापाट ने नागरिकता आयोग को ललित मोदी को जारी पासपोर्ट रद्द करने का आदेश दिया है।

वानुअतु डेली पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक यह फैसला उन रिपोर्ट्स के आधार पर लिया गया है, जिनमें ये दावा किया गया था कि ललित मोदी भारत में प्रत्यर्पण से बचने की कोशिश कर रहा है। इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में कई रिपोर्ट्स छपी थीं।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के बयान में कहा गया कि इंटरपोल ने दो बार ललित मोदी के खिलाफ अलर्ट जारी करने से मना कर दिया था। इसके चलते उसके पासपोर्ट आवेदन को रिजेक्ट नहीं किया गया था। उसका बैकग्राउंड जांचने के बाद भी उसे किसी अपराध में दोषी नहीं पाया गया था।

वानुअतु का गोल्डन पासपोर्ट प्रोग्राम ऐसे लोगों के बीच काफी मशहूर है, जो अपने देश से फरार हैं। यहां सिर्फ 1.55 लाख डॉलर यानी करीब 1.3 करोड़ रुपए देकर नागरिकता खरीद सकते हैं।

वानुअतु का गोल्डन पासपोर्ट प्रोग्राम ऐसे लोगों के बीच काफी मशहूर है, जो अपने देश से फरार हैं। यहां सिर्फ 1.55 लाख डॉलर यानी करीब 1.3 करोड़ रुपए देकर नागरिकता खरीद सकते हैं।

भास्कर पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दें…

भारत का पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया

वानुअतु की नागरिकता लेने के बाद ललित मोदी ने भारतीय पासपोर्ट को सरेंडर करने के लिए आवेदन किया था। विदेश मंत्रालय ने 7 मार्च को बताया था कि ललित ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में पासपोर्ट जमा किया था।

मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि ललित मोदी ने वानुअतु की नागरिकता ले ली है। हम उनके खिलाफ मामले को कानून के अनुसार आगे बढ़ाते रहेंगे।

8 मार्च को X पोस्ट करते हुए ललित मोदी ने लिखा-

QuoteImage

भारत की किसी भी अदालत में मेरे खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है। यह सिर्फ मीडिया की कल्पना है। 15 साल हो गए, लेकिन वे अब भी कहते हैं कि वे मेरे पीछे पड़े हैं।

QuoteImage

भारत से क्यों भागा ललित मोदी?

ललित मोदी 2005 से 2009 तक राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष था। 2008 में उसने IPL शुरू किया। BCCI ने उसे IPL का अध्यक्ष और कमिश्नर बनाया।

2010 में ललित पर IPL में करप्शन के आरोप लगे। ललित ने मॉरीशस की कंपनी वर्ल्ड स्पोर्ट्स को IPL का 425 करोड़ का ठेका दिया था। मोदी पर 125 करोड़ रुपए कमीशन लेने के आरोप लगे। ये भी कहा गया कि उसने दो नई टीमों की नीलामी के दौरान गलत तरीके अपनाए।

2010 में BCCI ने IPL के तीसरे सीजन के फाइनल के तुरंत बाद ललित को सस्पेंड कर दिया। 2010 में ही अंडरवर्ल्ड से धमकियों का हवाला देते हुए ललित मोदी भारत से भाग कर लंदन चला गया। ED ने उसके खिलाफ ‘ब्लू कॉर्नर’ नोटिस जारी किया। उसका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया।

2011 में BCCI ने अरुण जेटली की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई। तब के कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और तब के BCCI अध्यक्ष एन श्रीनिवासन इसके सदस्य थे। 2012 में ललित मोदी ने कहा कि उसने 2009 के IPL में CSK में इंग्लैंड के ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ को लाने में श्रीनिवासन की मदद की।

ललित लंदन में रह रहा था। उसके खिलाफ IPL में खिलाड़ियों की बोली में हेराफेरी, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यानी FEMA के उल्लंघन का मामला चल रहा है।

ललित लंदन में रह रहा था। उसके खिलाफ IPL में खिलाड़ियों की बोली में हेराफेरी, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यानी FEMA के उल्लंघन का मामला चल रहा है।

12 हजार करोड़ रुपए की कंपनी का मालिक है ललित मोदी

ललित मोदी, मोदी इंटरप्राइजेज का प्रेसिडेंट है। मोदी इंटरप्राइजेज की कुल नेटवर्थ 12 हजार करोड़ रुपए की है। कंपनी एग्रो, टोबैको, पान मसाला, माउथ फ्रेशनर, कन्फेक्शनरी, रिटेल, एजुकेशन, कॉस्मेटिक, एंटरटेनमेंट और रेस्तरां का बिजनेस करती है।

भारत के अलावा मोदी इंटरप्राइजेज का कारोबार मिडिल ईस्ट, वेस्ट अफ्रीका, साउथ-ईस्ट अफ्रीका, साउथ-ईस्ट एशिया, ईस्ट यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अमेरिका और सेंट्रल अमेरिका तक फैला है।

वहीं मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ललित मोदी की कुल संपत्ति 4.5 हजार करोड़ रुपए की है। ललित मोदी के पास तीन फेरारी हैं, जिनकी कीमत 15 करोड़ रुपए है।

————————–

ललित मोदी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

आज का एक्सप्लेनर:भारत से भागे ललित मोदी ने वानुअतु की नागरिकता क्यों ली; ज्वालामुखी और भूकंपों वाला देश, आबादी महज कस्बे जितनी

IPL के पूर्व चेयरमैन और भगोड़े ललित मोदी ने भारत की नागरिकता छोड़ने के लिए आवेदन किया है। अब वह छोटे-छोटे द्वीपों के देश वानुअतु का नागरिक बन गया है। प्रशांत महासगार में बसे इस द्वीपीय देश की कुल आबादी 3 लाख है, जो देहरादून जैसे एक शहर की आबादी से भी आधी है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…
Continue Reading

Internattional

Canada will send Gujarat’s daughter to space | गुजरात की बेटी को अंतरिक्ष में भेजेगा कनाडा: शॉना पंड्या बोलीं- नवरात्रि-दिवाली मेरे पसंदीदा त्योहार, जलेबी मुझे पसंद है, कनाडा में बहुत भेदभाव सहा – Gujarat News

Published

on

डॉ शाना पंड्या के पिता गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के कोडिनार के मूल निवासी हैं।

‘भले ही मैं कनाडा में रहती हूं, लेकिन मेरा पालन-पोषण बहुत साधारण तरीके से हुआ है। मैंने अपने पिता को घर पर प्रतिदिन 15 घंटे काम करते देखा है। मां ने भी बहुत मेहनत की है। कनाडा में भी घर पर पूरा दिन गुज्जू का माहौल रहता है।

.

हर दिन पूजा-पाठ करती हूं, मंदिर जाती हूं, सभी भारतीय त्योहार मनाती हूं। अब, इससे पहले कि मैं अंतरिक्ष में जाऊं, मैं चाहती हूं कि सुनीता विलियम्स दीदी सुरक्षित धरती पर लौट आएं ताकि हम एक-दूसरे से मिल सकें। आखिर हम दोनों ही पंड्या बेटियां हैं…’

ये शब्द हैं डॉ. शॉना पंड्या के जो कनाडा की पहली कमर्शियल महिला अंतरिक्ष यात्री हैं। शॉना पेशे से डॉक्टर (एम.डी., फिजीशियन) हैं और 2026 के अंत में अंतरिक्ष में उड़ान भरने जा रही हैं। वे सुनीता विलियम्स के बाद दूसरी गुजराती होंगी जो अंतरिक्ष में जाने वाली हैं। उनके पिता मूल रूप से गुजरात के कोडिनार के रहने वाले हैं।

हमने उनसे बातचीत की…

कोडिनार से मुंबई होते हुए कनाडा पहुंचा परिवार

डॉ. शॉना ने गुजराती -अंग्रेजी लहजे में बातचीत शुरू की। उन्होंंने कहा में कनाडा में पैदा हुई, लेकिन मेरे पिता मूल रूप से गुजरात में गिर सोमनाथ जिले के कोडिनार से हैं और मेरी मां मुंबई से हैं। पिताजी ने मुंबई से ग्रेजुएशन किया। उसके बाद कोडिनार में फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम किया, लेकिन कुछ समय बाद वे नौकरी के लिए मुंबई चले गए। तभी उनकी मुलाकात मेरी मां से हुई और दोनों की शादी हो गई।

शादी के कुछ समय बाद ही मां को कनाडा में ऑफिस मैनेजर की नौकरी मिल गई, इसलिए वे दोनों कनाडा चले गए। पिताजी कनाडा आये और अपना फिजियोथेरेपी क्लिनिक शुरू किया। शुरुआत में वे जब कनाडा गए तो काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। शुरुआत में पिताजी सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक 15 घंटे काम करते थे। इसलिए मुझे बचपन से ही कड़ी मेहनत करना सिखाया गया है।

मेरे माता-पिता दोनों ही कट्टर गुजराती हैं, इसलिए घर में हमेशा गुजराती माहौल रहा। हम अब भी हर पांच साल में मुंबई घूमने आते हैं। इसके अलावा, हम शादी जैसे किसी समारोह में शामिल होने के लिए भी गुजरात जाते हैं।

यह मेरा सपना

अंतरिक्ष यात्री बनने के बारे में शॉना कहती हैं, ‘मेरा बचपन से ही एक सपना था। जब मैं छोटी था तब भी मैं अंतरिक्ष यात्रियों की जीवनियां और किताबें पढ़ा करती थी। उस समय, कनाडा की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री रॉबर्टा बोंडार अंतरिक्ष में गयीं। मैं उनसे बहुत प्रेरित हुई। मैंने भी फैसला लिया कि मैं भी बोंडार की तरह मेडिसिन की पढ़ाई करूंगी न्यूरोसाइंटिस्ट बनूंगी, और फिर अंतरिक्ष यात्री बनूंगी।

कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोनॉटिकल साइंसेज से मास्टर डिग्री हासिल की। मास्टर्स के बाद मैंने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी में 3 महीने की इंटर्नशिप की। तभी मैंने फैसला लिया कि अब मैं केवल अंतरिक्ष चिकित्सा पर ही काम करूंगी।

‘एक महिला होने के नाते मुझे बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा’

हमने सुना है कि कनाडा में बहुत अधिक नस्लवाद है, तो क्या आपको कभी नस्लवाद का सामना करना पड़ा है? शॉना कहती हैं, ‘मैं कनाडा में न केवल नस्लवाद, बल्कि सेक्सिज्म (महिलाओं के प्रति अन्याय) का भी शिकार रही हूं।’ एक महिला के लिए इस क्षेत्र में इतना आगे बढ़ना बहुत कठिन है। आज भी मैं किसी से कहती हूं, ‘नमस्ते, मैं डॉ. पंड्या तो लोग मुझे आश्चर्य से देखते हैं। हम 2025 में हैं और फिर भी लोग अभी भी यह विश्वास नहीं करते कि एक महिला डॉक्टर बन सकती है।

इन सबके बीच, मैं 2026 से पहले ‘वर्जिन गैलेक्टिक’ के साथ अंतरिक्ष में जाऊंगी। मैं पांच अंतरिक्ष यात्रियों की टीम में एकमात्र महिला हूं। इसलिए यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।’

जब शॉनाबेन अंतरिक्ष में जाएंगी तो क्या करेंगी?

आप जिस प्रोजेक्ट पर काम करने जा रही हैं उसका मुख्य उद्देश्य क्या है? इसके बारे में बात करते हुए शॉना कहती हैं, ‘हम 2026 के अंत तक IIAS (इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉटिकल साइंसेज) के साथ वर्जिन गैलेक्टिक के कमर्शियल स्पेसशिप ‘डेल्टा-क्लास’ में अंतरिक्ष जाएंगे। हम तीन अंतरिक्ष शोधकर्ता इस प्रोजेक्टपर काम कर रहे हैं।

इस अंतरिक्ष यान में 2 पायलट और 6 शोधकर्ता जा सकते हैं। मुझे IIAS02 मिशन के लिए चुना गया है। मुझे वहां क्रू( चालक दल) की महिलाओं के स्वास्थ्य पर शोध करना है। हम उनके तंत्रिका विज्ञान और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रयोग करेंगे। इससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों को स्वास्थ्य लाभ हो सकता है।

एक शोध अंतरिक्ष यात्री के रूप में आपका दिन कैसा होता है?

शॉना कहती हैं, ‘मैं सारा दिन अंतरिक्ष चिकित्सा पर ध्यान केंद्रित करती हूं। लेकिन मेरे दो दिन एक जैसे नहीं होते। एक दिन आपको लैब में रिसर्च करना है, अगले दिन आपको अंतरिक्ष चिकित्सा पर काम करना है, अगले दिन आपको एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में उड़ान के संचालन की जांच करनी है, और अगले दिन आपको एक चिकित्सक के रूप में रोगियों को देखना है। क्योंकि मैं एक डॉक्टर भी हूं। बहुत व्यस्त हूं लेकिन मुझे यह सब पसंद है।

इन सभी अन्य उपलब्धियों के साथ-साथ, मैं वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान संस्थान के अंतरिक्ष चिकित्सा समूह के निदेशक के रूप में कार्यरत हूं। जहां हमारा अंतरिक्ष चिकित्सा अनुसंधान चल रहा है। इसके साथ ही हम पहली बार अंतरिक्ष में मनुष्यों पर दवा का प्रयोग करने जा रहे हैं। इसके अलावा, मैं नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट कनाडा के साथ भी काम कर रही हूं।

मौजूदा दौर में अंतरिक्ष पर्यटन लोकप्रिय हो जाएगा? ​​​​​​​

आप व्यावसायिक तौर पर भी लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराने जा रहे हैं, तो क्या आपको लगता है कि मौजूदा दौर में अंतरिक्ष पर्यटन लोकप्रिय हो जाएगा? शॉना कहती हैं, “लोग अब किसी न किसी तरह से अंतरिक्ष में जा रहे हैं, क्योंकि वाणिज्यिक कंपनियां वहां जा सकती हैं।”

कुछ लोग अंतरिक्ष के शून्य गुरुत्वाकर्षण का अनुभव करने और पृथ्वी को बाहर से देखने के लिए पर्यटक के रूप में जाना चाहते हैं, कुछ प्रतियोगिता के लिए जाना चाहते हैं, और कुछ रिसर्च के लिए। हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि निकट भविष्य में अंतरिक्ष पर्यटन बहुत आसान हो जाएगा।

90 मिनट की यात्री होगी

शॉना ने बताया कि उनके अंतरिक्ष यान को अमेरिकी राज्य न्यू मैक्सिको के एक स्पेसपोर्ट से लॉन्च किया जाएगा और यह 80 से 88 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाएगा। नासा ने उस रेखा को अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच की सीमा के रूप में परिभाषित किया है। पृथ्वी से उड़ान भरने से लेकर पृथ्वी पर वापस उतरने तक की पूरी यात्रा में 90 मिनट का समय लगेगा।

जिसमें हम कुछ मिनटों के लिए शून्य गुरुत्वाकर्षण और निर्वात का भी अनुभव करेंगे, जहां शोध के लिए आए लोग अपना काम करेंगे और पर्यटन के लिए आए लोगों को वहां से पृथ्वी का सुंदर दृश्य भी देखने को मिलेगा।

डॉ शीना गेलेक्टिक स्पेसशिप में अंतरिक्ष जाएंगी। इसमें 2 क्रू मेंबर्स और 4 रिसर्चर जा सकते हैं।

डॉ शीना गेलेक्टिक स्पेसशिप में अंतरिक्ष जाएंगी। इसमें 2 क्रू मेंबर्स और 4 रिसर्चर जा सकते हैं।

मैं भी इसरो के साथ काम करना चाहूंगी

क्या आप इसरो की गगनयान और चंद्रयान परियोजनाओं से अवगत हैं? शॉना कहती हैं, ‘दोनों परियोजनाएं बहुत रोमांचक हैं। जब मैं इसरो के प्रोजेक्ट्स को देखती हूं तो एक भारतीय होने के नाते मुझे अंदर से बहुत खुशी होती है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि अब भारत भी अंतरिक्ष में मनुष्य भेजेगा। मैं इंतजार कर रही हूं कि कैप्टन शुभांशु शुक्ला गगनयान में कब उड़ान भरेंगे। अगर मुझे मौका मिला तो मैं भविष्य में इसरो के साथ काम करना चाहूंगी।’

क्या आपमें कोई गुजराती या भारतीय भावना है जिसने आपको यहां तक ​​पहुंचने में मदद मिली?

शॉना कहती हैं, ‘हां, बिल्कुल, मुझमें एक भारतीय की तरह कड़ी मेहनत करने का माद्दा है, लेकिन इन सबके साथ ही, मैं अपने परिवार से बहुत ज्यादा जुड़ी हुई हूं। चाहे मेरी उम्र कितनी भी हो जाए, मैं अपने परिवार का सहयोग करना कभी बंद नहीं करूंगी। जो केवल हम भारतीयों में ही देखने को मिलता है।

मेरा लालन-पालन गुजराती रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ है, इसलिए मैं पूजा-पाठ, मंदिर जाना और नवरात्रि मनाना समेत सभी काम करती हूं। दिवाली, होली और नवरात्रि मेरे पसंदीदा त्योहार हैं। खाने में जलेबी बहुत पसंद है।

अमेरिका-कनाडा जाने का पागलपन बंद करो।

आपको पता ही होगा कि कनाडा और अमेरिका जाने के लिए भारतीय किसी भी हद तक जा सकते हैं और हाल ही में अमेरिका ने ऐसे कई घुसपैठियों को वापस भी खदेड़ा है। आप उनके बारे में क्या कहना चाहेंगे? क्या वहां जाना सचमुच आपके जीवन में चेंज लाता है? शॉना कहती हैं, ‘यह कुछ भी नहीं है, अगर आपके पास काम करने का जुनून है, तो आप कहीं भी सफल होंगे, चाहे आप भारत में रहें या किसी अन्य देश में।’ जहां हो वहीं रहो और अपने काम पर ध्यान दो।’

अमेरिका-कनाडा जाने का पागलपन बंद होना चाहिए।

अंतरिक्ष में चिकित्सा अनुसंधान का उद्देश्य क्या है?

यदि आप चिकित्सा क्षेत्र से हैं, तो आप उस क्षेत्र में कैसे उपयोगी हो सकते हैं? डॉ.शॉना कहती हैं, ‘जब हम अंतरिक्ष में जाते हैं तो सबसे बड़ा परिवर्तन हमारे शरीर में होता है। कई बीमारियां भी हो जाती हैं। मनुष्यों को इन सब से सुरक्षित रखने के लिए हमें अंतरिक्ष में दवा की जरूरत है। इसके अलावा, अंतरिक्ष में जीवित रहने तथा हाई रेडिएशन और अन्य चीजों से बचने के लिए बहुत अधिक इलाज की जरूरत होती है।

दुनिया में केवल 12-15% महिला अंतरिक्ष यात्री

डॉ. शॉना कहती हैं, ‘मैं अभी कनाडा की पहली व्यावसायिक महिला अंतरिक्ष यात्री के बजाय एक गुजराती महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में पहचानी जाना पसंद करूंगी। मैं विशेष रूप से लड़कियों से कहना चाहूंकि यदि आप किसी चीज में प्रथम हैं तो कभी भी डरें नहीं। आएं शुरू करें। विश्व में केवल 12-15% अंतरिक्ष यात्री महिलाएं हैं। लेकिन मैंने ऐसा किया और अब आप देख सकते हैं कि मैं कहां हूं। चाहे आप किसी भी क्षेत्र में हों, आप अंतरिक्ष में जा सकते हैं। हमें अभी भी कई महिलाओं को अंतरिक्ष में ले जाना है।

—————————————

Continue Reading
Advertisement

TRENDING