Connect with us

Internattional

Pakistan Train Hijack News: पाक ट्रेन हाईजैकिंग से पाक ही नहीं, चीन भी की उड़ी नींद? BLA ने कैसे 1 तीर से किए 2 शिकार

Published

on

Last Updated:

Pakistan Train Hijack News: बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर पाकिस्तान और चीन के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. BLA के हमलों से चीन के CPEC प्रोजेक्ट और निवेश पर खतरा बढ़ गया है…और पढ़ें

ट्रेन हाईजैकिंग से कैसे उड़ी जिनपिंग की नींद? BLA ने पाक-चीन की ऐसे बजाई घंटी

बलूचिस्तान में बीएलए के हमले से पाकिस्तान और चीन की चिंता बढ़ी.

हाइलाइट्स

  • बीएलए के हमलों से चीन की परियोजनाओं पर खतरा बढ़ा.
  • जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर बीएलए ने पाक को चौंकाया.
  • CPEC प्रोजेक्ट पर बीएलए के हमलों से देरी की आशंका.

Pakistan Train Hijack Latest News: बलूचिस्तान में पाकिस्तान को गहरा जख्म मिला है. यह जख्म दिया है बीएलए यानी बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी ने. जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर बीएलए ने पाकिस्तान के होश उड़ा दिए. भले ही ट्रेन से सभी बंधकों को छुड़ाने में पाक सरकार कामयाब हो गई. मगर बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी ने खतरे की घंटी बजा दी है. यह खतरे की घंटी केवल शहबाज सरकार के लिए ही नहीं है. बल्कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भी बेचैनी बढ़ा दी है. बीएलए से केवल पाक हुकूमत को ही नहीं, अब चीनी सरकार को भी डरने की जररूत है. बीएलए ने ट्रेन हाईजैक कर पाकिस्तान और चीन दोनों को अपनी ताकत का एहसास करा दिया है.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीएलए जैसे समूहों ने जिस तरह से बीते कुछ दिनों में पाक में खलबली मचाई है, उससे पाकिस्तान के साथ-साथ चीन को भी चिंतित होना चाहिए. बीएलए के ये हमले बलूचिस्तान में चीन के हितों को भी निशाना बना रहे हैं. बीएलए ने एक तीर से दो शिकार किए हैं. एक तो पाकिस्तान बीएलए को हल्के में नहीं लेगी. दूसरी बात यह कि चीन भी अब बलूचिस्तान में फूंक-फूंककर कदम रखेगा.

बलूचिस्तान में चीन का क्या काम
बलूचिस्तान में चीन का बड़ा निवेश है. यहां चीन ने न केवल न्यू ग्वादर एयरपोर्ट बनाया है, बल्कि सीपीईसी प्रोजेक्ट में भी पानी की तरह पैसा लगाया है. ऐसे में अशांत बलूचिस्तान में बीएलए की इन हिमाकतों से शहबाज के साथ-साथ जिनपिंग की नींद उड़नी तय है. भारतीय खुफिया सूत्रों की मानें तो चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) में बीजिंग के अहम निवेश पर सीधे हमलों से प्रभावी ढंग से निपटने में पाकिस्तान की विफलता चिंता का कारण है. सूत्रों का कहना है कि बलूचिस्तान में लगातार हो रहे हमलों से चीनी कामगारों और परियोजनाओं के लिए जोखिम बढ़ गया है. इससे CPEC में देरी हो सकती है या यह पटरी से उतर सकता है. यह चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

चीन की कैसे उड़ी नींद
बीते कुछ हमलों को देखें तो बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (BLA) चीनी कामगारों और काफिले और परियोजनाओं जैसे बुनियादी ढांचे पर हमला करता रहा है, जिससे चीन के निवेश और कर्मियों की सुरक्षा को सीधे खतरा है. जाफर एक्सप्रेस की हाईजैकिंग बीएलए की बढ़ती क्षमताओं को दिखाती हैं. जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को जिस तरह से अगवा किया गया, उससे जिनपिंग को अपने प्रोजेक्ट पर खतरा सता रहा होगा. बीएलए ब्रिगेड में 5,000 से अधिक लड़ाके हैं. उनके पास हथियारों का जखीरा है. उन्होंने 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान को उपलब्ध कराए गए अमेरिकी हथियार हासिल कर लिए हैं. इस वजह से भी चीन की चिंता जायज है.

बहुत खतरनाक हो गया है बीएलए
साल 2018 के बाद से बीएलए ने भी खुद को डेवलप किया है. खासकर आत्मघाती बम विस्फोटों जैसे आतंकवादी इस्लामी समूहों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति को अपनाकर. BLA ने महिलाओं की भर्ती करके भी अपने रैंक को बढ़ाया है. बीएलए के हमलों के आगे पाक थरथर कांपता है. पाक अब तक बीएलए को रोकने में फेल रहा है. बलूचिस्तान में हाल में जितने हमले हुए हैं, सबके पीछे बीएलए ही है. बलूचिस्तान को सोने की चिड़िया कहा जाता है. यहां खूब प्राकृतिक संपदा हैं. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भी बलूचिस्तान के खजाने से ही चलती है. बीएलए और बलोच पाक पर इस इलाके का दोहन करने का आरोप लगाते हैं. बीएलए अलग देश की मांग करते रहे हैं.

बीएलए को रोकने में पाक फेल
न्यूज18 को एक टॉप खुफिया सूत्र ने कहा, बीएलए के हमलों को रोकने के मामले में यह पाकिस्तान की पूरी तरह से विफलता है. सुरक्षा सुनिश्चित करने में पाकिस्तान की विफलता का मतलब है कि चीन के आर्थिक और रणनीतिक लक्ष्य जोखिम में पड़ सकते हैं या संभावित देरी, बढ़ी हुई लागत या परियोजना रद्द भी हो सकती है. ये हमले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन की प्रतिष्ठा को भी प्रभावित कर रहे हैं, क्योंकि अस्थिरता को अपने हितों की रक्षा करने में विफलता के रूप में देखा जा सकता है.’

कहा जाता है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का साथ है. हाल के हमलों ने चीनी हितों को सीधे तौर पर खतरा पैदा कर दिया है, जिसकी जिम्मेदारी BLA ने ली है.

  • 13 अगस्त 2023 चीनी इंजीनियरों पर हमला: BLA के लड़ाकों ने ग्वादर में एक काफिले पर हमला किया.
  • 6 अक्टूबर, 2024, कराची हमला: BLA के मजीद ब्रिगेड ने कराची हवाई अड्डे के पास दो चीनी नागरिकों को मार डाला, जो बलूचिस्तान से बहुत दूर चीनी कामगारों को निशाना बनाने वाले एक पैटर्न का हिस्सा था.
  • अगस्त 2024 अटैक: राजमार्गों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने सहित 70 से अधिक लोग मारे गए.
homeworld

ट्रेन हाईजैकिंग से कैसे उड़ी जिनपिंग की नींद? BLA ने पाक-चीन की ऐसे बजाई घंटी

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Internattional

MP-CG Association celebrated Holi in Kenya | केन्या में MP-CG एसोसिएशन ने धूमधाम से मनाई होली: जमकर उड़ा अबीर-गुलाल, आपस में बांटी मिठाई; 1200 लोगों ने लिया हिस्सा

Published

on

नैरोबी3 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

केन्या में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ एसोसिएशन आफ केन्या ने होली समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर लगभग 1200 लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने एक दूसरे को मिठाई बांटी और जमकर अबीर गुलाल उड़ाया।

गौरतलब है कि केन्या में मध्यप्रदेश के लगभग 200 लोग रहते हैं। इनमें से कुछ अप्रवासी है जबकि कुछ भारतीय मूल के हैं।

एसोसिएशन के ट्रस्टी अभिजित गुप्ता इंदौर (महू) मूल निवासी के हैं, वो जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वहीं जबलपुर के किन्शुक चौकसे इस संस्था के अध्यक्ष हैं। वो हर साल इस तरह के प्रोग्राम आयोजित करते हैं। विकास नामदेव इस संगठन सचिव हैं और एक प्रिंटिंग कंपनी के डायरेक्टर हैं।

यह प्रोग्राम केन्या के भारती सेंटर के सहयोग से आयोजित किया गया था।

तस्वीरों में देखिए होली की मस्ती…

Continue Reading

Internattional

भारतीय सेना को मिलेंगी 220 नई एयर डिफेंस गन: स्वदेशी कंपनियों से खरीद.

Published

on

Last Updated:

AIR DEFENCE GUN: एयर डिफेंस गन की खासियत यह है की इनका रेट ऑफ फायर जबरदस्त होता है. इन्हें उसे मैनुअल, सेमि ऑटोमैटिक और रडार बेस्ड फुल ऑटोमैटिक तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है. आसानी से किसी भी कम उंचाई पर उड…और पढ़ें

हमास वाली गलती करके तो देखे पाक, सेना का एक राउंड भी नहीं जाएगा खराब

बदली जा रही है पुरानी एंटी एयरक्राफ्ट गन

हाइलाइट्स

  • भारतीय सेना 220 नई एयर डिफेंस गन खरीदेगी.
  • स्वदेशी कंपनियों से ही एंटी एयरक्राफ्ट गन खरीदी जाएंगी.
  • पुरानी L-70 और Zu-23 गन को स्वदेशी गन से बदला जाएगा.

ARMY AIR DEFENCE GUN: 7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकियों ने ग्लाइडर के जरिए हमला कर एयर डिफेंस गन की जरूरत का एहसास करा दिया. ग्लाइडर की मदद से हमले को अंजाम देकर आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम को धता साबित कर दिया. इजराइल की हथियारों की इंवेंटरी में एयर डिफेंस गन या एंटी एयरक्रफ्ट गन की कहीं जिक्र नहीं मिलता. यह हमास को भी ठीक से पता था. वह सफल हो गया. भारत भी अपने दो पड़ोसी देशों की साजिशों पर हमेशा नजर बानाए रखता है. जंग हुई तो ड्रोन का इस्तेमाल होगा. लेहाजा भारतीय सेना ने अपने एयर डिफेस ताकत तो मजबूत करना शुरू कर दिया. सेना ने 220 नई एयर डिफेंस गन की खरीद की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है.

सेना के मिलेगी एयर डिफेंस गन
90 के दशक के बाद से भारत ने कोई नया एयर डिफेंस या कहें एंटी एयरक्राफ्ट गन की खरीद नहीं की है. मौजूदा जितनी भी गन मौजूद है वह आज की तकनीकी जंग के लेहाज से कारगर नहीं है. जितनी भी पुरानी गन है उसे समय के साथ साथ अपग्रेड जरूर किया है. अब ऐसे एंटी एयरक्राफ्ट की खरीद की जा रही है जो एयरक्राफ्ट और ड्रोन के खिलाफ कारगर हो. सेना के 220 आधुनिक एंटी एयरक्राफ्ट गन की खरीद स्वदेशी कंपनी से करेगी. डीजी एयर डिफेंस लें.जन सुमेर इवान डी’कुन्हा ने कहा कि इसके लिए जुलाई में ट्रायल शुरू होने वाले है. दो स्वदेशी कंपनी अपने अपने एंटी एयरक्राफ्ट गन और स्मार्ट एम्यूनेशन के साथ ट्रायल देगी. न्यूज 18 के सवाल पर लें.जन सुमेर इवान डी’कुन्हा ने यह साफ कर दिया की एंटी एयरक्राफ्ट गन की खरीद सिर्फ स्वदेशी कंपनियों से ली जाएंगी. कोई भी गन विदेशों से नहीं ली जाएंगी. भारतीय सेना अपने पुरानी L-70 और Zu-23 एंटी एयरक्राफ्ट गन को स्वदेशी गन से बदलने की तैयारी में है.

L-70 गन को किया जा चुका है अपग्रेड
1971 की जंग के तुरंत बाद भारत ने स्वीडन से L-70 एंटी एयरक्राफ्ट गन की खरीद की थी.
इसके रेट ऑफ फायर की बात करें तो यह एक मिनट में 300 राउंड फायर करती है. फायर होने के बाद इसका राउंड तकरीबन 1000 मीटर प्रति सैंकेड की रफ्तार से टार्गेट की तरफ बढ़ता है. इसकी रेंज 3 से 4 किलोमीटर है. हाल ही में इसकी सभी यूनिट को अपग्रेट किया जा चुका है. दिन और रात दोनों समय ऑप्रेट करने के लिए हाई रिजॉल्यूशन सेंसर, कैमरे और रडार सिस्टम से लेस किया गया है. यह पूर्वी लद्दाख, पूर्वोत्तर सहित पाकिस्तान के मोर्चे पर भी तैनात किया गया है. भारतीय सेना के पास L-70 की 36 यूनिट है. हर यूनिट में 20 गन है. कुल मिलाकर 750 से ज्यादा अपग्रेटेड गन फिलहाल मौजूद है.

रूसी Zu-23 का ढूंढा जा रहा रिप्लेसमेंट
80 के दशक की शुरुआत में Zu-23 रूस से ली गई थी. यह एक डबल बैरल गन है. हर बैरल से 1600 से 2000 राउंड प्रति मिनट फायर किए जा सकते हैं. यानी एक गन 4000 राउंड फयर कर सकती है. यह गन मैनुअल इस्तेमाल की जाती है. इसकी रेंज 2 से 2.5 किलोमीटर है. रेट ऑफ फायर घातक होने के चलते यह आने वाले किसी भी संभावित खतरे को छलनी कर देता है. भारतीय सेना के पास इसकी 15 यूनिट है. हर यूनिट में 16 से 32 गन मौजूद है. एक लाइट गन होने के चलते इसे आसानी से है खींच कर उंचे पहाड़ों पर तैनात किया जा सकता है. नई गन के साथ नया एम्यूनेशन की भी खरीद की जाएगी. जो पहले वाले से ज्यादा असरदार हो.

homeknowledge

हमास वाली गलती करके तो देखे पाक, सेना का एक राउंड भी नहीं जाएगा खराब

Continue Reading

Internattional

चीन में कोरोना जैसा वायरस मिलने से हड़कंप, जानवर से इंसान में फैलने का खतरा, फिर दुनिया में आएगी तबाही?

Published

on

Last Updated:

New Covid-19 Virus in China: चीन के वुहान लैब में कोविड-19 जैसा नया वायरस मिला है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है. हालांकि यह नया वायरस अभी तक इंसानों में नहीं पाया गया है.

चीन में कोरोना जैसा वायरस मिलने से हड़कंप, जानवर से इंसान में फैलने का खतरा

वुहान के एक लैब में एक नए कोरोना वायरस की खोज की गई है. (सांकेतिक फोटो)

हाइलाइट्स

  • चीन में कोविड-19 जैसा नया वायरस मिला.
  • नए वायरस से मानव स्वास्थ्य को खतरा.
  • वैक्सीन निर्माताओं के शेयरों में वृद्धि.

नई दिल्ली: कोरोना महामारी को कई भूल नहीं सकता. कोरोना ने पूरी दुनिया में लाखों लोगों की जान ले ली. चीन से फैले इस वायरस ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया. एक बार फिर कोरोना फैलने का डर सताने लगा है. क्योंकि चीन के एक लैब में कोविड-19 का नया वायरस मिला है. चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने एक नए कोरोना वायरस की खोज की है. यह कोविड-19 के लिए जिम्मेदार वायरस के समान है. यह वायरस मानव स्वास्थ्य के लिए एक नया खतरा पैदा कर सकता है.

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह नया वायरस अभी तक इंसानों में नहीं पाया गया है. शोधकर्ताओं के अनुसार यह वायरस उन्हीं रिसेप्टर के जरिए कोशिकाओं में प्रवेश करता है, जिनका उपयोग कोविड-19 वायरस करता है. शोधकर्ताओं ने बताया कि यह वायरस इंसानों और अन्य स्तनधारियों के शरीर में पाए जाने वाले एक प्रोटीन से जुड़कर कोशिकाओं को संक्रमित करता है. यह वायरस मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) के कारण बनने वाले कोरोनावायरस परिवार से निकटता से संबंधित है.

पढ़ें- चीन की अटक गई सांसे, 3 एयरक्राफ्ट कैरियर जा पहुंचे उसके दरवाजे तक, फिलिपींस सागर से ड्रैगन को संदेश

फिर बढ़ी चिंताएं
यह खोज मंगलवार को ‘सेल’ पत्रिका में प्रकाशित एक पेपर में विस्तृत की गई है और इसके जानवरों से इंसानों में फैलने की संभावना को लेकर चिंताएं बढ़ सकती हैं. MERS वायरस जिसे 2012 से मई 2024 तक लगभग 2,600 लोगों में पुष्टि की गई है ने संक्रमित लोगों में से लगभग 36% की जान ले ली है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट के अनुसार अधिकांश मामले सऊदी अरब में पाए गए हैं.

अमेरिका ने रोक दिया था फंड
वुहान वायरस रिसर्च सेंटर चमगादड़ों में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर अपने काम के लिए जाना जाता है. कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बारे में एक सिद्धांत यह है कि यह वुहान लैब से लीक हुआ हो सकता है, शायद किसी संक्रमित कर्मचारी के माध्यम से. संस्थान के शोधकर्ताओं ने पहले किसी भी ऐसे वायरस पर काम करने से इनकार किया है जो महामारी की शुरुआत कर सकता था. विवाद के बाद 2023 में अमेरिका ने इस लैब के लिए फंडिंग रोक दी थी, जिसे यूएस-आधारित इकोहेल्थ एलायंस के माध्यम से फंड प्राप्त हुआ था.

वैक्सीन निर्माताओं के शेयरों में हुई वृद्धि
नए वायरस की घोषणा से शेयर बाजार पर तत्काल प्रभाव पड़ा है. इसमें वैक्सीन निर्माताओं के शेयरों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है. मॉडर्ना इंक. के शेयर 6.6% तक बढ़ गए. जबकि नोवावैक्स इंक. के शेयर 7.8% तक चढ़ गए. बायोएनटेक एसई के अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट्स, जो कोविड वैक्सीन के विकास में फाइजर के हिस्सेदार हैं, 5.1% तक बढ़ गए और फाइजर के शेयरों में 2.6% की वृद्धि हुई.

homeworld

चीन में कोरोना जैसा वायरस मिलने से हड़कंप, जानवर से इंसान में फैलने का खतरा

Continue Reading

TRENDING