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Kho Kho World Cup: उद्घाटन समारोह में पहुंचे उपराष्ट्रपति, खेल मंत्री… भारत ने नेपाल को हराकर जीता पहला मैच

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Kho Kho World Cup: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मशाल जलाकर खो खो विश्व टूर्नामेंट का उद्घाटन किया, जिसमें खेल मंत्री मनसुख मांडविया और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा भी मौजूद थीं. भारत ने पहले मैच में नेप…और पढ़ें

Kho Kho: उद्घाटन समारोह में पहुंचे उपराष्ट्रपति... भारत ने जीता पहला मैच

रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ खो खो विश्व कप.

नई दिल्ली. खो खो विश्व कप की शुरुआत हो चुकी है. सोमवार (13 जनवरी) को दिल्ली में रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ यह शुरू हुआ. जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मशाल जलाकर टूर्नामेंट का शुरुआत कराई. इस अवसर पर खेल मंत्री मनसुख मांडविया और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा समेत कई बड़ी पर्सनालिटी मौजूद थी. खचाखच भरे इंदिरा गांधी स्टेडियम में हजारों दर्शकों ने भी उद्घाटन समारोह का आनंद लिया.

खेल मंत्री मांडविया ने कहा कि उन्होंने खो खो को एशियाई खेलों में शामिल करने के लिए एशियाई ओलंपिक परिषद को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा,‘‘इस खेल की शुरुआत भारत से हुई और अब इसे 50 देशों में खेला जाता है. मुझे उम्मीद है कि जल्द ही यह खेल एशियाई खेलों और ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनेगा.’’

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भारत ने जीता पहला मैच
भारत ने पहले खो-खो विश्व कप के रोमांचक शुरुआती मुकाबले में सोमवार को नेपाल को 42-37 से हराकर अपने अभियान का आगाज किया. भारत ने शुरुआती सात मिनट के खेल में 24-0 की बढ़त बनायी जबकि नेपाल ने अगले सात मिनट में 20 अंक जुटाये. मध्यांतर तक भारत के पास 24-20 की बढ़त थी. भारतीय टीम ने मध्यांतर के बाद 14 मिनट के खेल में 18 अंक बनाये जबकि नेपाल की टीम 17 अंक ही हासिल कर सकी.

ब्राजील के कप्तान क्या बोले?
ब्राजील पुरुष खो-खो टीम के कप्तान गेब्रियल बैरोस कोरोनास ने कहा, ” मैं अपनी टीम को धन्यवाद देना चाहूंगा जिसने मुझे कप्तान के रूप में चुना, विशेष रूप से हमारी मुख्य कोच लॉरा को. यह ब्राजील के लिए बहुत नया है. ब्राजील जल्द ही सर्वश्रेष्ठ में से एक बनने जा रहा है.”

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Katinka Hosszu retires swimming – News18 हिंदी

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Gold Medal: सिरोही के अर्जुन ने जीता गोल्ड मेडल, इंडो-नेपाल प्रतियोगिता में दिखाया अपना जलवा, 3 किलोमीटर की दौड़ मात्र 10 मिनट में

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Gold Medal: जनापुर गांव निवासी अर्जुन मेघवाल ने 8 वी इंडो नेपाल प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व कर  3000 मीटर की दौड़ को 9 मिनट 30 सेकंड में खत्म कर गोल्ड मेडल हासिल किया. अर्जुन की इस जीत की खबर जैसे ही गांव में …और पढ़ें

सिरोही के अर्जुन ने इंडो-नेपाल प्रतियोगिता में जीता गोल्ड मेडल

अर्जुन मेघवाल

सिरोही : जिले में पत्थर घड़ाई का काम करने वाले एक मजदूर के बेटे ने नेपाल में आयोजित 8वीं इंडो नेपाल स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है. खिलाड़ी के परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है.

9 मिनट 30 सेकंड में 3000 मीटर की दौड़
जिले के पिंडवाड़ा तहसील के जनापुर गांव निवासी अर्जुन मेघवाल ने 8 वी इंडो नेपाल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व कर  3000 मीटर की दौड़ को 9 मिनट 30 सेकंड में खत्म कर गोल्ड मेडल हासिल किया.  अर्जुन की इस जीत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, तो परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. घर पर बधाई देने के लिए रिश्तेदारों और दोस्तों की भीड़ उमड़ पड़ी.

पिता पत्थर घड़ाई का करते हैं काम
खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल एक गरीब परिवार से होने के बावजूद परिवार के सपोर्ट और लगातार मेहनत से खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके पिता दरगाराम मेघवाल पिंडवाड़ा में ही पत्थर घड़ाई का काम कर अर्जुन को पढ़ाने के साथ ही परिवार का खर्च उठाते है. अर्जुन ने पिंडवाड़ा के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर लैब टेक्नीशियन का कोर्स कर करियर चुनते हुए खेल में अपना प्रयास जारी रखा. रेवदर के कोच भरत कोली के मार्गदर्शन में अर्जुन खेलकूद प्रतियोगिता में आगे बढ़ा और नेपाल में आठवीं इंडो नेपाल चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 3 किलोमीटर दौड़ में हिस्सा लेकर जीत के साथ प्रथम स्थान हासिल कर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर गांव का नाम रोशन किया है.

ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतना है लक्ष्य
खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल के परिजनों ने बताया कि अर्जुन का लक्ष्य एएफआई में खेलकर वर्ष 2028 या 2032 में होने वाले पेरिस ओलंपिक में भाग लेना और देश मेडल हासिल करना लक्ष्य है. अर्जुन अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिदिन 10 से 12 किलोमीटर दौड़ लगाकर नियमित अभ्यास करते है.

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‘मुझे जहर दिया गया…’ नोवाक जोकोविच का दावा, ऑस्ट्रेलिया ने किया था देश छोड़ने को मजबूर

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Novak djokovic Statement: टेनिस के स्टार खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने दावा किया है कि साल 2022 में उनके खाने में जहर मिलाकर उन्हें दिया गया था.

'मुझे ऑस्ट्रेलिया में जहर दिया गया...' नोवाक जोकोविच का दावा

जोकोविच ने दिया बड़ा बयान.

नई दिल्ली. टेनिस के स्टार खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने दावा किया है कि साल 2022 में उनके खाने में जहर मिलाकर उन्हें दिया गया था. वह उस समय मेलबर्न में थे. ऑस्ट्रेलिया ओपन 2022 के दौरान मेलबर्न में उनके साथ इस तरह की घटना घटी थी. उन्होंने उस दौरान कोविड 19 का टीका लगवाने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद उन्हें देश छोड़ने के लिए भी कहा गया था.

37 साल जोकोविच ने गुरुवार को एक इंटरव्यू में बताया, “मुझे उस समय कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं और मुझे एहसास हुआ कि मेलबर्न के उस होटल में मुझे कुछ ऐसा खाना खिलाया गया था, जिसमें जहर मिला हुआ था. जब मैं सर्बिया वापस आया, तो मुझे पता चला. मैंने यह बात कभी किसी को नहीं बताई, लेकिन मुझे पता चला कि मेरे शरीर में पारा (Mercury) और शीशा काफी ज्यादा मात्रा में थी.”

गृह मंत्रालय ने क्या कहा?

ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वह ” प्राइवेसी कारणों से मैं इन मामलों पर टिप्पणी नहीं कर सकता.” हालांकि, सरकार का कहना है कि जिस पार्क होटल में नोवाक को रखा गया था. वहां हर किसी को ताज़ा पका हुआ लंच और डिनर दिया गया था.

होटल में क्यों रखे गए थे नोवाक?
नोवाक को हिरासत में होटल में रखा गया था, क्योंकि वे वहां बने रहने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे. उन्होंने कोविड 19 टेस्ट कराने से इंकार कर दिया गया था जिसके बाद उनके साथ इस तरह का रवैया अपनाया जा रहा था. उन्हें दिन या रात के किसी भी समय ब्रेड,, नूडल्स, चाय और कॉफी जैसे नाश्ते के आइटम भी दिए गए थे. हालांकि, इसमें जहर था या नहीं. यह तो वहां के अधिकारी ही जानते होंगे.

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