Connect with us

Internattional

General Knowledge: ये है दुनिया का नंबर 1 मेडिकल कॉलेज, इतने करोड़ में बन जाएंगे डॉक्टर, जानिए MBBS की फीस

Published

on

Last Updated:

General Knowledge, Top Medical School: दुनियाभर में मेडिकल की पढ़ाई का काफी क्रेज है. ज्यादातर स्टूडेंट्स स्कूल की पढ़ाई के साथ ही मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की तैयारी शुरू कर देते हैं. दुनिया का नंबर 1 मेडिकल कॉल…और पढ़ें

दुनिया का No.1 मेडिकल कॉलेज, इतने करोड़ में बन जाएंगे डॉक्टर, जानें MBBS फीस

World Best Medical College: ज्यादातर रैंकिंग में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल टॉप पर है

हाइलाइट्स

  • दुनिया का नंबर 1 मेडिकल कॉलेज हार्वर्ड मेडिकल स्कूल है.
  • हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की 4 साल की फीस लगभग 3.85 करोड़ रुपये है.
  • हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में सीमित स्कॉलरशिप और Need-Based Aid उपलब्ध है.

नई दिल्ली (General Knowledge, Top Medical School). भारत में एम्स टॉप मेडिकल कॉलेज माना जाता है. वहीं, दुनिया का नंबर 1 मेडिकल कॉलेज हार्वर्ड मेडिकल स्कूल (Harvard Medical School) है. यह अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में स्थित है. कई ग्लोबल रैंकिंग में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल को नंबर 1 का दर्जा दिया गया है. यह रैंकिंग कई मानदंडों पर आधारित है, जैसे एकेडमिक रेपुटेशन, रिसर्च आउटपुट, फैकल्टी की क्वॉलिटी और ग्लोबल इंपैक्ट आदि.

Number 1 Medical College: हार्वर्ड नंबर 1 मेडिकल कॉलेज कैसे है?
स्थापना: हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की स्थापना 1782 में हुई थी. यह अमेरिका का तीसरा सबसे पुराना मेडिकल स्कूल है.

रैंकिंग: QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2025 (मेडिसिन) और टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) 2024 में इसे नंबर 1 पर रखा गया.

Harvard Medical School: हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की खासियत क्या है?

  • मॉडर्न रिसर्च फैसिलिटी.
  • विश्व-प्रसिद्ध फैकल्टी (10 से ज्यादा नोबेल पुरस्कार विजेता).
  • हार्वर्ड से संबद्ध अस्पताल, जैसे मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल और बर्मिंघम एंड विमेन हॉस्पिटल.
  • इनोवेटिव सिलेबस, जो क्लिनिकल और बायोमेडिकल लीडरशिप पर फोकस्ड है.

Harvard Medical School Fees: हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की फीस कितनी है?

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में एमबीबीएस की डिग्री नहीं मिलती है (Harvard Medical School MD Fees). वहां इस कोर्स को Doctor of Medicine – MD के रूप में जाना जाता है. यह 4 साल का कोर्स है. 2024-25 एकेडमिक सेशन के आधार पर जानिए, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की फीस.

फीस और खर्च (प्रति वर्ष):
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के Pathways प्रोग्राम (जो सामान्य MD ट्रैक है) के लिए पहले साल की फीस:
ट्यूशन फीस: $71,032 (लगभग 61 लाख 76 हजार रुपये).

अन्य फीस:
किताबें, कोर्स सामग्री और उपकरण: $3,500 (लगभग 3 लाख रुपये).
हेल्थ इंश्योरेंस (Harvard BC/BS): $4,120 (लगभग 3.50 लाख रुपये. अगर आपके पास पहले से कोई इंश्योरेंस है तो इसे स्किप भी कर सकते हैं).

रहने का खर्च (Living Expenses):
हाउसिंग (ऑन-कैंपस): $18,384 (लगभग 16 लाख रुपये).
व्यक्तिगत खर्च और अन्य: $6,700 (लगभग 5.80 लाख रुपये).
ट्रांसपोर्टेशन: $1,402 (लगभग 1.21 लाख रुपये).

कुल लागत (Cost of Attendance) प्रति वर्ष:
हेल्थ इंश्योरेंस के साथ: $109,438 (लगभग 95 लाख रुपये).
हेल्थ इंश्योरेंस के बिना: $105,318 (लगभग 91.50 लाख रुपये).

चार साल की कुल फीस:
चार साल के MD प्रोग्राम की औसत फीस (हर साल के खर्च में थोड़ा बदलाव हो सकता है) लगभग $442,381 (लगभग 3.85 करोड़ रुपये) है.

Harvard Medical School Scholarship for International Students: क्या हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में स्कॉलरशिप मिलती है?
फाइनेंशियल एड: हार्वर्ड इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को सीमित स्कॉलरशिप देता है, लेकिन यहां Need-Based Aid उपलब्ध है. ज्यादातर भारतीय स्टूडेंट्स बाहरी स्कॉलरशिप या लोन पर निर्भर रहते हैं.

लोन फीस: अगर आप फेडरल लोन लेते हैं तो उसमें ओरिजिनेशन फीस ($300-$400) भी काटी जाती है.

विविधता: Pathways और HST (Health Sciences & Technology) ट्रैक में फीस में थोड़ा अंतर हो सकता है. HST में पहले साल का खर्च करीब $108,627 है.

World Best Medical Colleges: दुनिया के टॉप मेडिकल कॉलेज
हर साल संस्थानों की कई रैंकिंग जारी की जाती हैं. कुछ रैंकिंग्स में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को दुनिया का नंबर 1 मेडिकल कॉलेज बताया गया है. जानिए दुनिया के टॉप मेडिकल कॉलेज कौन से हैं-

1- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (UK): प्री-क्लिनिकल और क्लिनिकल रिसर्च के लिए प्रसिद्ध.
2- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (USA): इनोवेशन और टेक्नोलॉजी में आगे.
3- जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (USA): मॉडर्न मेडिसिन का पायनियर.
4- यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज (UK): मजबूत एकेडमिक्स और रिसर्च बेस.

homecareer

दुनिया का No.1 मेडिकल कॉलेज, इतने करोड़ में बन जाएंगे डॉक्टर, जानें MBBS फीस

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Internattional

Russia-Ukraine War LIVE News: रूस में सबसे दूर तक यूक्रेन ने किया ड्रोन हमला, तेल रिफाइनरी तबाह

Published

on

Last Updated:

Russia-Ukraine War LIVE News: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने यूरोपीय नेताओं संग शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें यूक्रेन के एयर डिफेंस के लिए 2 बिलियन डॉलर के फंड का ऐलान हुआ. जेलेंस्की ने अमेरिका सं…और पढ़ें

रूस में सबसे दूर तक यूक्रेन ने किया ड्रोन हमला, तेल रिफाइनरी तबाह

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. (Reuters)

वॉशिंगटन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने रविवार को लंदन में यूरोपीय नेताओं के एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन की मेजबानी की. इस मीटिंग का उद्देश्य ट्रंप और जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में हुई तीखी बहस का समाधान निकालना था. इस मीटिंग के बाद यूक्रेन के एयर डिफेंस के लिए 2 बिलियन डॉलर के एक नए फंड का ऐलान किया गया. इसके जरिए यूक्रेन 5000 एयर-डिफेंस मिसाइलें खरीद सकेगा. इसके अलावा कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो भी मीटिंग में शामिल हुए, जिन्होंने रूस के सहयोगियों, अर्धसैनिक संगठनों, उनके नेताओं और अन्य के खिलाफ नए प्रतिबंधों का ऐलान किया. आइए जानें 3 मार्च की दुनिया की बड़ी खबरों के बारे में.

Russia-Ukraine War LIVE News Update: जेलेंस्की को तुर्की पर भरोसा

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि तुर्किये यूक्रेन के भविष्य के सुरक्षा ढांचे में भाग ले सकता है.

यूक्रेन का रूस में सबसे दूर तक ड्रोन हमला

यूक्रेनी ड्रोन ने युद्ध शुरू होने के बाद रूस के सबसे अंदर तक हमलों को अंजाम दिया है. रूस की ऊफा तेल रिफाइनरी पर यूक्रेनी ड्रोन ने हमला किया है जो लड़ाई के इलाके से 1,300 किमी दूर है.

इस्तीफा देने को तैयार हूं: जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि वह राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अगर नाटो की सदस्यता यूक्रेन को दी जाती है तो वह सत्ता छोड़ देंगे.

Russia Ukraine Live: एक महीने का हो सीजफायर- फ्रांस

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस-यूक्रेन के युद्ध में एक महीने के सीमित युद्धविराम का सुझाव दिया है. यह हवाई, समुद्र और महत्वपूर्ण ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमलों पर लागू होगा. जेलेंस्की ने संकेत नहीं दिया है कि वह इसे स्वीकार करेंगे या नहीं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह हर चीज से अवगत थे.

Russia Ukraine Live News: ‘अमेरिका से मिनरल डील करने को तैयार’

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि वह अमेरिका के साथ मिनरल डील करने को तैयार हैं. इसके अलावा अच्छे संबंध चाहते हैं. शुक्रवार को जेलेंस्की और ट्रंप के बीच ओवल ऑफिस में बहस देखने को मिली थी, जिसके बाद मिनरल डील पर हस्ताक्षर नहीं हो पाए. यहां से जेलेंस्की सीधे ब्रिटेन पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. यूरोपीय देशों की मीटिंग में जेलेंस्की भी शामिल हुए. इस मीटिंग के बाद अमेरिका को लेकर उनका रुख नरम दिखा. इससे जुड़ी पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

homeworld

रूस में सबसे दूर तक यूक्रेन ने किया ड्रोन हमला, तेल रिफाइनरी तबाह

Continue Reading

Internattional

US America Earthquake Today: वॉशिंगटन हॉलीवुड में 3.9 तीव्रता का भूकंप, ऑस्कर अवार्ड के दौरान आया

Published

on

Last Updated:

Earthquake News US: ऑस्कर अवार्ड समारोह के दौरान अमेरिका के उत्तरी हॉलीवुड में 3.9 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र डॉल्बी थिएटर से कुछ ही मील की दूरी पर था.

ऑस्कर का जश्न मना रहे थे हॉलीवुड के सितारे, तभी भूकंप से हिल गई US की धरती

अमेरिका में भूकंप आया है.

हाइलाइट्स

  • ऑस्कर समारोह के दौरान 3.9 तीव्रता का भूकंप आया
  • भूकंप का केंद्र डॉल्बी थिएटर से कुछ मील की दूरी पर था
  • लॉस एंजिल्स में भूकंप के झटके महसूस किए गए

वॉशिंगटन: अमेरिका के हॉलीवुड में दुनिया भर के सितारे रेड कार्पेट पर थे, ऑस्कर अवार्ड का जश्न रहा था कि तभी अचानक धरती हिलने लगी. दरअसल जब अमेरिका में ऑस्कर अवार्ड शो चल रहा था तभी 3.9 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र उत्तरी हॉलीवुड में था. ऑस्कर अवार्ड शो डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया गया था. भूकंप का केंद्र समारोह की जगह से कुछ ही मील की दूरी पर था. स्थानीय समय के मुताबिक भूकंप रविवार रात 10 बजे आया. यह वही समय था जब सेलिब्रिटी ऑस्कर अवार्ड की आफ्टर पार्टी के लिए जमा हो रहे थे.

इस दौरान लोगों ने अचानक झटके महसूस किए. कुछ लोग चिल्लाने लगे. लोगों का कहना है कि इमारतों को उन्होंने जेली की तरह हिलते देखा. भूकंप पर अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने कहा कि झटके पूरे लॉस एंजिल्स में कई मीलों तक महसूस किए गए. भूकंप अपेक्षाकृत छोटा था, जिस कारण सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई. अभी तक किसी भी तरह के नुकसान या लोगों के घायल होने की जानकारी नहीं मिली है. लॉस एंजिल्स फायर डिपार्टमेंट ने कहा कि भूकंप का असर पूरे डाउनटाउन लॉस एंजिल्स में महसूस किया गया. एजेंसी ने कहा कि झटके इतने तगड़े नहीं थे कि ‘भूकंप मोड’ को एक्टिव किया जाए.

मार्च में आए 40 भूकंप

अगर भूकंप ताकतवर होता तो अधिकारी इमारतों और बुनियादी ढांचों के नुकसान की जांच करते. BBC की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च की शुरुआत से दक्षिणी कैलिफोर्निया में आए लगभग 40 भूकंपों में से यह एक है. USGS के जिस डेटा का विश्लेषण किया गया, उसके मुताबिक ज्यादातर की तीव्रता 1 थी, जो आमतौर पर लोगों को महसूस नहीं होते. पिछले महीने पास के मालिबू क्षेत्र में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था. दिसंबर में उत्तरी कैलिफोर्निया में 7 तीव्रता का एक तगड़ा भूकंप आया, जिसके बाद तटीय इलाके के लोगों को भूकंप की चेतावनी दी गई.

भूकंप पर क्या बोले लोग?
BBC की रिपोर्ट के कुछ लोगों ने कहा कि झटका ऐसा था, जैसे कोई बम फटा हो. एक स्थानीय निवासी ने कहा कि उसने अब तक का सबसे तगड़ा भूकंप का झटका महसूस किया. हालांकि उन्होंने इस बात पर आश्चर्य भी जताया कि झटका सिर्फ 3.9 तीव्रता का था. एक शख्स ने कहा कि मैंने झटके को अपनी हड्डियों में महसूस किया.

homeworld

ऑस्कर का जश्न मना रहे थे हॉलीवुड के सितारे, तभी भूकंप से हिल गई US की धरती

Continue Reading

Internattional

Chandrayaan Blue Ghost Lander: फायरफ्लाई एयरोस्पेस ने चंद्रमा पर उतारा पहला यान.

Published

on

Last Updated:

US Moon Landing:अमेरिकी प्राइवेट कंपनी फायरफ्लाई एयरोस्पेस ने ब्लू घोस्ट मिशन 1 के तहत चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की. यह भारत के चंद्रयान-3 से अलग है, क्योंकि इसमें कोई रोवर नहीं है. जल्द ही दो और मिशन उतरेंगे.

चंद्रयान की बराबरी नहीं कर पाया अमेरिका का ब्लू घोस्ट लैंडर, समझें किसमें चूका

चांद पर उतरा ब्लू घोस्ट मिशन. (Reuters)

हाइलाइट्स

  • अमेरिकी कंपनी ने ब्लू घोस्ट लैंडर चांद पर उतारा
  • ब्लू घोस्ट में कोई रोवर नहीं है
  • दो और मिशन जल्द ही चांद पर उतरेंगे

वॉशिंगटन: आसमान में दिखने वाला चमकदार चांद हमेशा इंसानों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है. यही कारण है कि वैज्ञानिकों को यहां पहुंचने की चाहत रही है. दुनिया में पांच देश भारत, अमेरिका, रूस, चीन और जापान ही चांद पर जा सके हैं. रविवार को अमेरिका की एक प्राइवेट कंपनी ने चंद्रमा पर अपना पहला अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक उतारा, जो विज्ञान के लिए एक बड़ी कामयाबी है. फायरफ्लाई एयरोस्पेस का ब्लू घोस्ट मिशन 1 स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 8:34 बजे मॉन्स लैट्रेल के पास उतरा. यह चंद्रमा के उत्तर-पूर्वी भाग में मारे क्रिसियम में एक ज्वालामुखीय संरचना है. एयरक्राफ्ट के लैंड होते ही मिशन टीम में खुशी की लहर दौड़ गई. हालांकि यह कामयाबी वैसी नहीं है, जैसी चंद्रयान-3 मे हासिल की थी, लेकिन फिर भी यह एक बड़ा कदम है.

गोल्डेन लैंडर का आकार एक छोटी कार के बराबर है जो 15 जनवरी को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया था. चंद्रमा की यात्रा के दौरान इसने धरती और चांद की कई शानदार तस्वीरें खींची. भारत के चंद्रयान 3 मिशन से अगर इसकी तुलना करें तो बेहद फर्क है. सबसे बड़ा फर्क यही है कि चंद्रयान को भारत सरकार की फंडिंग से लॉन्च किया गया था. चंद्रयान ने विक्रम लैंडर के साथ में प्रज्ञान नाम का रोवर भी भेजा था, जो चंद्रमा की सतह पर चला. लेकिन गोल्डेन लैंडर में कोई भी रोवर नहीं है. इसके अलावा भारत ने वह कारनामा कर दिखाया था, जो उससे पहले कोई नहीं कर पाया.

भारत ने किया था बड़ा कारनामा
भारत का विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा था. यहां लैंडिंग करवाना बेहद मुश्किल होता है. इसके अलावा यह वह क्षेत्र है, जहां पानी की मौजूदगी होने की संभावना है. ब्लू घोस्ट में 10 उपकरण हैं, जिनमें एक चंद्रमा के मिट्टी का विश्लेषण करने वाला यंत्र भी शामिल है. 14 मार्च को एक पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने वाला है. इस दौरान उम्मीद है कि यह शानदार तस्वीरें कैप्चर करेगा. इससे पहले फरवरी 2024 में अमेरिका की एक कंपनी का लैंडर बहुत तेजी से नीचे आया था. तब इसका एक पैर फंस गया और पलट गया, जिससे मिशन लगभग फेल ही हो गया.

दो और मिशन के उतरने की तैयारी
ब्लू घोस्ट की सफल लैंडिंग के बाद चांद पर दो और मेहमान पहुंचने वाले हैं. आने वाले हफ्तों में चांद पर दो और मिशन उतरेंगे. इंटुएटिव मशीन्स का एथेना और जापानी प्राइवेट मिशन रेजिलिएंस हकुतो-आर2 अगले लैंडर में से हैं, जिनके उतरने की उम्मीद है. स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए 26 फरवरी, 2025 को एथेना लॉन्च किया गया था. इंट्यूएटिव मशीन्स का यह दूसरा चंद्र मिशन है. इसके 6 मार्च को उतरने की उम्मीद है. एथेना दक्षिणी ध्रुव के करीब उतरने की कोशिश करेगा, जहां भारत पहले ही उतर चुका है.

homeknowledge

चंद्रयान की बराबरी नहीं कर पाया अमेरिका का ब्लू घोस्ट लैंडर, समझें किसमें चूका

Continue Reading

TRENDING