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FIFA World Cup में दूसरा बड़ा उलटफेर, जापान ने 4 बार की वर्ल्ड चैम्पियन जर्मनी पर दर्ज की अप्रत्याशित जीत – second big upset in fifa world cup japan shocking victory over 4 time world champion germany

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फीफा वर्ल्ड कप में जापान ने 4 बार की वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी को 2-1 से हरा कर सबको चौंका दिया. कतर के खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जर्मन टीम ने शुरू में दबदबा बनाए रखा. जर्मनी ने 33वें मिनट में पेनाल्टी शूट आउट क…और पढ़ें

FIFA: जापान ने 4 बार की वर्ल्ड चैम्पियन जर्मनी पर दर्ज की अप्रत्याशित जीत

जापान ने जर्मनी पर चौंकाने वाली जीत दर्ज करते हुए उलटफेर कर दिया. (FIFA World Cup Twitter Page)

दोहा. फीफा वर्ल्ड कप का बुधवार को दूसरा बड़ा उलटफेर करते हुए जापान ने जर्मनी पर चौंकाने वाली जीत दर्ज की. इससे पहले वर्ल्ड कप की दावेदार अर्जेंटीना पर सऊदी अरब जीत दर्ज की थी, जिसे वर्ल्ड कप के इतिहास का सबसे बड़ा उलटफेर माना जा रहा है, अरब के बाद दूसरी एशियाई टीम जापान ने जर्मनी पर अप्रत्याशित जीत दर्ज की.

ग्रुप ई के मुकाबले में जापान ने 4 बार की वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी को 2-1 से हरा कर सबको चौंका दिया. कतर के खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जर्मन टीम ने शुरू में दबदबा बनाए रखा. जर्मनी ने 33वें मिनट में पेनाल्टी शूट आउट किया. लेकिन जर्मनी की ओर से दूसरा गोल हो ही नहीं पाया. दूसरी तरफ जापान का जर्मनी पर हमलावर बना रहा और आखिर में उलटफेर भरी जीत दर्ज की. किसी बड़ी प्रतिस्पर्धा के अपने पहले मैच में जर्मनी की ये तीसरी हार थी. इससे पहले साल 2018 के फीफा कप में उसे मेक्सिको ने तो यूरो 2020 में फ्रांस ने हराया था.

FIFA world cup 21

मैदान पर जीत का जश्न मनाती जापान की टीम. (FIFA Twitter Page)

वन लव आर्मबैंड को लेकर जर्मन टीम ने किया अनोखा विरोध

जर्मनी के खिलाड़ियों ने फुटबॉल वर्ल्ड कप में टीम के पहले मैच से पूर्व फोटो खींचे जाने के दौरान अपने चेहरे ढक लिए जो मेजबान देश कतर में भेदभाव का विरोध करने के लिए आर्मबैंड (बांह पर पट्टी बांधना) पहनने की योजना पर फीफा के कड़े रुख की निंदा का तरीका है. जापान के खिलाफ बुधवार के मैच से पहले टीम पारंपरिक तरीके से खड़ी हुई लेकिन सभी 11 खिलाड़ियों ने अपने दाहिने हाथ से अपना मुंह ढक लिया.

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ऐसा लगता है कि यह जर्मनी सहित सात यूरोपीय संघों को फीफा की चेतावनी पर प्रतिक्रिया थी. फीफा ने कहा था कि समावेश और विविधता के प्रतीक के रूप में रंगीन ‘वन लव’ आर्मबैंड पहनने पर खिलाड़ियों को दंडित किया जाएगा. इन सात टीम के कप्तानों ने आर्मबैंड पहनने की योजना बनाई थी. कतर अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड और समलैंगिकता को अपराध बताने वाले कानूनों के कारण समीक्षा के दायरे में रहा है.

फीफा ने सोमवार को चेतावनी जारी की जबकि कुछ घंटों बाद इन 7 में से पहली टीम के कप्तान को आर्मबैंड पहनकर उतरना था. फीफा ने कहा कि खिलाड़ियों को तुरंत पीला कार्ड दिखाया जाएगा. फीफा के फैसले की आलोचना करने वालों में जर्मनी के कोच हेंसी फ्लिक और फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष बर्न्ड न्यूएनडॉर्फ भी शामिल थे.

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Nainital: 15 अगस्त 1947 को हुआ था इस फुटबॉल टूर्नामेंट का पहला फाइनल, प्लेयरों की लंबाई का नियम भी दिलचस्प – students football competition in dsa flats since 15 august 1947 in nainital localuk

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जब देश में हर शहर में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, तब उत्तराखंड के नैनीताल में एक फुटबाॅल प्रतियोगिता का आयोजन इसलिए खास हो गया है क्योंकि पहली बार यह 15 अगस्त 1947 को ही संपन्न हुई थी. 75 साल की हो ग…और पढ़ें

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नैनीताल

नैनीताल का 75 साल पुराना फुटबाॅल टूर्नामेंट

(रिपोर्ट- हिमांशु जोशी)



नैनीताल. उत्तराखंड की पर्यटन नगरी के मल्लीताल में स्थित ऐतिहासिक DSA मैदान में इन दिनों ‘एनएच पांडे इंडिपेंडेंस डे चिल्ड्रन फुटबॉल’ टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है. इस टूर्नामेंट में 12 स्कूलों की टीमें हिस्सा ले रही हैं. इस टूर्नामेंट से जुड़ी खास बात यह है कि इसका सबसे पहला फाइनल इसी मैदान में देश की आजादी के दिन यानी 15 अगस्त, 1947 को खेला गया था. 1 अगस्त, 2022 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट की एक खास विशेषता यह भी है कि प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों की लंबाई 4 फुट 9 इंच से कम होना जरूरी है.

इसमें स्कूलों के केवल कक्षा 8वीं तक के छात्र प्रतिभाग कर सकते हैं. इस साल इस टूर्नामेंट में 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें 4 पूल में डिवाइड किया गया है. पूल ए में बिरला विद्या मंदिर, जीडी जेएम चोरगलिया और बीएसएसवी, पूल बी में सरस्वती शिक्षा मंदिर, सनवाल स्कूल और वुडब्रिज स्कूल, पूल सी में लेक्स इंटरनेशनल भीमताल, सेंट जोसेफ और नैनी स्कूल, पूल डी में आरएसएसवी निशांत, लॉन्ग व्यू पब्लिक स्कूल और लेक्स इंटरनेशनल शामिल हैं.

75 साल पुराना है इस टूर्नामेंट का इतिहास

राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ मल्लीताल टीम के कोच कुंदन सिंह सुयाल का कहना है कि कोरोना के चलते दो साल तक इस टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो पाया था. हालांकि इस बार छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है. खेलने से बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है, जिससे वह काफी क्षेत्र में आगे रहते हैं.

बता दें कि इस टूर्नामेंट को सीआरएसटी ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की तरफ से आयोजित किया गया है. इस एसोसिएशन के मेंबर ललित तिवारी बताते हैं कि हर साल यह प्रतियोगिता 1 अगस्त से 15 अगस्त तक आयोजित होती है और 15 अगस्त के दिन इसका फाइनल मुकाबला खेला जाता है. 15 अगस्त, 1947 को इस प्रतियोगिता का पहला फाइनल मुकाबला हुआ था, जो सीआरएसटी स्कूल और जीआईसी के बीच खेला गया था. इस साल इस टूर्नामेंट को नैनीताल बैंक की तरफ से स्पॉन्सर किया गया है.

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Nainital: 15 अगस्त 1947 को हुआ था इस फुटबॉल टूर्नामेंट का पहला फाइनल

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COA ने कहा- भारत को निलंबित करने का फीफा का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण – fifas decision to suspend india is unfortunate coar

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प्रशासकों की समिति ने मंगलवार को कहा कि चुनाव और संविधान के ढांचे जैसे मसलों पर सहमति बनने के करीब पहुंचने के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ पर प्रतिबंध के फीफा के दुर्भाग्यपूर्ण फैसले से वे हैरान हैं.

COA ने कहा- भारत को निलंबित करने का फीफा का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण

सीओए ने फीफा के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. (सांकेतिक तस्वीर)

नई दिल्ली. प्रशासकों की समिति (COA) ने मंगलवार को कहा कि चुनाव और संविधान के ढांचे जैसे मसलों पर सहमति बनने के करीब पहुंचने के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ पर प्रतिबंध के फीफा के दुर्भाग्यपूर्ण फैसले से वे हैरान हैं. भारत को करारा झटका देते हुए विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा ने मंगलवार को तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए.

सीओए ने एक बयान में कहा ,‘‘सीओए हैरान है कि फीफा का फैसला ऐसे समय में आया है जब उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार फीफा, एएफसी, एआईएफएफ, सीओए और खेल मंत्रालय समेत सभी पक्षों के बीच गहन बातचीत जारी थी.’’ इसने कहा ,‘‘सीओए एआईएफएफ के चुनाव संबंधी माननीय उच्चतम न्यायालय के तीन अगस्त 2022 के आदेश का पालन करने के लिये प्रतिबद्ध है और सभी पक्षों से बातचीत जारी थी.’’

यह भी पढ़ें- डूरंड कप की तैयारियों का जायजा लेने लम्पक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स पहुंचे मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह

इसने आगे कहा,‘‘सभी पक्षों के बीच पिछले कुछ दिन से जारी बातचीत में सुझाव रखा गया था कि एआईएफएफ कार्यकारी समिति के वर्तमान चुनाव 36 प्रदेशों के प्रतिनिधियों की मतदाता सूची के साथ कराये जाये.’’

सीओए ने बयान में कहा,‘‘फीफा ने खेल मंत्रालय के मार्फत यह भी सुझाव दिया कि कार्यकारी समिति में छह अनुभवी खिलाड़ियों समेत 23 सदस्य हो सकते हैं. छह खिलाड़ियों में चार पुरूष और दो महिलायें हों और 17 सदस्यों का चुनाव मतदाता करेंगे ।खिलाड़ियों का नामांकन कार्यकारी समिति कर सकती है और उन्हें मतदान का अधिकार भी रहेगा.’’

बयान में कहा गया,‘‘इसे देखते हुए सीओए भारतीय फुटबॉल पर प्रतिबंध लगाने के फीफा के फैसले से हैरान है जबकि मामले का सर्वश्रेष्ठ हल निकालने के लिए बातचीत जारी थी.’’

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COA ने कहा- भारत को निलंबित करने का फीफा का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण

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युवा स्ट्राइकर मनीषा कल्याण ने रचा इतिहास, युएफा महिला चैम्पियंस लीग खेलने वाली पहली भारतीय बनी – manisha kalyan becomes first indian to play uefa womens champions league

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युवा स्ट्राइकर मनीषा कल्याण युएफा महिला चैम्पियंस लीग खेलने वाली पहली भारतीय फुटबॉलर बन गई जिन्होंने साइप्रस में यूरोपीय क्लब टूर्नामेंट में अपोलो लेडीज एफसी के लिये पदार्पण किया.

मनीषा कल्याण युएफा महिला चैम्पियंस लीग खेलने वाली पहली भारतीय बनी

मनीषा कल्याण ने रचा इतिहास. (PC- Asian cup 2023 Twitter)

नई दिल्ली. युवा स्ट्राइकर मनीषा कल्याण (Manisha Kalyan) युएफा महिला चैम्पियंस लीग खेलने वाली पहली भारतीय फुटबॉलर बन गई जिन्होंने साइप्रस में यूरोपीय क्लब टूर्नामेंट में अपोलो लेडीज एफसी के लिये पदार्पण किया. कल्याण साइप्रस की मेरिलेना जार्जियू की जगह 60 मिनट में मैदान में उतरी. अपोलो लेडीज एफसी ने लाटविया के शीर्ष क्लब एसएफके रीगा को 3-0 से हराया.

बीस वर्ष की कल्याण किसी विदेशी क्लब से करार करने वाली चौथी भारतीय महिला है. उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिये और भारतीय महिला लीग में गोकुलम केरल के लिये अच्छा प्रदर्शन किया था. उन्हें 2021 . 22 में एआईएफएफ सर्वश्रेष्ठ महिला फुटबॉलर भी चुना गया.

यह भी पढ़ें- VIDEO: राहुल द्रविड़ के तमतमाते चेहरे को देख जब शोएब अख्तर हुए हैरान, मुझे नहीं पता था तू भी लड़ सकता है?

कल्याण ने ब्राजील के खिलाफ ब्राजील में ही एक अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मैच में गोल करके सुर्खियां बंटोरी थी. अब अपोलो टीम का सामना 21 अगस्त को एफसी ज्यूरिख फ्राएन से होगा.

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मनीषा कल्याण युएफा महिला चैम्पियंस लीग खेलने वाली पहली भारतीय बनी

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