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संभल के सीओ अनुज चौधरी पर विवाद: पूर्व पहलवान से पुलिस अफसर तक का सफर.

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Sambhal CO Anuj Chaudhary: संभल के सीओ और पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान अनुज चौधरी इस समय विवादों में हैं. उन्होंने होली पर मुस्लिम समुदाय से घर में रहने की अपील की है. नवंबर में हुई संभल हिंसा में उनके पैर में गो…और पढ़ें

क्या 'दंगल' का हीरो, खाकी में 'विलेन' बन गया? सीओ अनुज चौधरी पर क्यों उठे सवाल

संभल के सीओ अनुज चौधरी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं.

हाइलाइट्स

  • पूर्व पहलवान और संभल के सीओ अनुज चौधरी विवादों में घिरे
  • चौधरी की होली पर मुस्लिम समुदाय से घर में रहने की अपील
  • पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान और अर्जुन अवार्ड विजेता हैं अनुज चौधरी

Sambhal CO Anuj Chaudhary:  उत्तर प्रदेश के संभल जिले के सर्किल ऑफिसर (CO) और पूर्व चैंपियन पहलवान अनुज चौधरी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. अनुज चौधरी की पहचान मजबूत कद काठी के साथ-साथ एक बेधड़क अंदाज वाले पुलिस अफसर के तौर पर है. इस बार संभल में होली का त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने को लेकर कोतवाली में पीस कमेटी की एक बैठक हुई. सीओ अनुज चौधरी ने बैठक में मुस्लिम समुदाय से अपील की कि होली के दिन वे घरों से न निकलें. उन्होंने कहा कि सिर्फ वही लोग बाहर निकलें जिन्हें रंग से कोई आपत्ति न हो. सीओ चौधरी ने कहा कि होली साल में एक बार आती है, जबकि साल में 52 जुमे होते हैं. मीटिंग में यह सहमति बनी कि होली का रंग खेलने के बाद जुमे की नमाज अदा की जाएगी. संभल में जामा मस्जिद विवाद को लेकर 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद प्रशासन होली के त्योहार को लेकर अलर्ट है. संयोग से होली वाले दिन शुक्रवार है और इस दिन मुस्लिम समुदाय मस्जिद में नमाज अदा करता है. वैसे ही ये रमजान का महीना है.

संभल हिंसा में पैर में लगी थी गोली
ये पहला मौका नहीं है जब पूर्व पहलवान और डिप्टी एसी अनुज चौधरी चर्चा में आए हैं. संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान जब हिंसा भड़क गई थी तो वो दंगाइयों की गोली से घायल भी हुए थे. उनके पैर में पैर गोली लगी थी. इसके बाद सीओ अनुज चौधरी का एक बयान काफी वायरल हुआ था, जिसमें वह कह रहे हैं कि पुलिस को भी आत्मरक्षा का अधिकार है और पुलिसकर्मी मरने के लिए पुलिसबल में भर्ती नहीं हुए हैं. हमने किसी जाहिल की गोली से मरने के लिए वर्दी नहीं पहनी है. हिंसा के दौरान चार युवकों की गोली लगने से मौत हो गई थी. हालांकि पुलिस का कहना है कि उसने गोली नहीं चलाई. ये युवक दंगाइयों की गोली लगने से मरे हैं.

बेधड़क अंदाज वाले पुलिस अफसर हैं अनुज चौधरी.

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आजम खान से हो गई थी बहस
अनुज चौधरी जब रामपुर में तैनात थे, उस समय उनकी सपा नेता आजम खान से भी कहा-सुनी हो गई थी.अनुज चौधरी और आजम खान के बीच हुई इस बहस का वीडियो भी जबरदस्त वायरल हुआ था.  उस दौरान भी अनुज चौधरी चर्चाओं में रहे थे. दरअसल आजम खान सपा प्रतिनिधि मंडल के साथ मुरादाबाद के कमिश्नर से मिलने जा रहे थे. उस समय सीओ सिटी अनुज चौधरी ने साफ कहा था कि सिर्फ 27 लोग ही अंदर जाएंगे. ये सुनते ही आजम खान ने अनुज चौधरी से कहा था कि समाजवादियों ने ही पहलवानों को सम्मान दिलाने की शुरुआत की थी. सीएम अखिलेश यादव का एहसान याद है. ये सुनते ही अनुज चौधरी ने कहा था कि एहसान कैसा? अर्जुन अवार्ड मिला है. किसी के एहसान से अर्जुन अवार्ड नहीं मिलता.

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ये विवाद भी जुड़े हैं उनके साथ
अनुज चौधरी उस वक्त भी सुर्खियों में रहे थे, जब राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान वो संभल में एक शख्स को हिदायत दे रहे थे और कह रहे थे कि लोग खुशियां मनाएंगे अगर किसी को पसंद नहीं है तो वो किनारे हो जाए. लेकिन अगर किसी ने व्यवधान डाला और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की तो उससे उसी अंदाज में निपटा जाएगा. इसके अलावा उनका ऑन डयूटी एक धार्मिक कार्यक्रम में भजन गाते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ था. तब भी उनके वर्दी में ऐसा करने पर काफी सवाल उठे थे. इसी तरह एक बार वह एक शोभा यात्रा में खाकी वर्दी पहने हुए हनुमान जी की गदा लेकर चले थे.  

एक शोभा यात्रा में खाकी वर्दी पहने हुए हनुमान जी की गदा लेकर चले.

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कुश्ती में बढ़ाया देश का मान
मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव से ताल्लुक रखने वाले अनुज चौधरी अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में देश का मान बढ़ा चुके हैं. अनुज चौधरी साल 1997 से 2014 तक कुश्ती में नेशनल चैंपियन रहे. उन्होंने नेशनल गेम्स में दो बार सिल्वर मेडल जीते हैं, पहली बार 2002 और दूसरी बार 2010 में. अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने की बात की जाए तो उनके खाते में एशियाई चैंपियनशिप के दो कांस्य पदक हैं. ये उपलब्धि उन्होंने 2005 में वुहान में और उसके चार साल बाद पट्टाया में हासिल की थी. 2010 के नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में अनुज चौधरी ने देश को रजत पदक दिलाया था. अनुज चौधरी ने 2004 एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. 2008 बीजिंग ओलंपिक के लिए वह क्वालीफाई करने में असफल रहे थे. इसके अलावा वह शेर-ए- हिंद, भारत कुमार, उत्तर प्रदेश केसरी और वीर अभिमन्यु खिताब भी जीते हैं.   

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अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया
अनुज चौधरी को साल 2001 में लक्ष्मण अवार्ड से सम्मानित किया गया. साल 2005 में अनुज चौधरी को अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया. इसके बाद अनुज चौधरी स्पोर्ट्स कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए और साल 2012 में वह डिप्टी एसपी बनाए गए. अनुज चौधरी इस समय संभल में सीओ के पद पर कार्यरत हैं. 

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डोनाल्ड ट्रंप ने लिया ऐसा फैसला कि ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी को लगा झटका! खेल से जुड़ा है मामला

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Donald Trump Ban Transgender Community: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हाल में उन ऑर्डर पर साइन किए जिसमें महिला खेल में ट्रांसजेंडर्स को बैन करने का प्रावधान है.

डोनाल्ड ट्रंप ने लिया ऐसा फैसला कि ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी को लगा झटका!

डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से ट्रांसजेंडर्स को झटका!

नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हाल में उन ऑर्डर पर साइन किए जिसमें महिला खेल में ट्रांसजेंडर्स को बैन करने का प्रावधान है. इसके तहत अब ट्रांसजेंडर्स महिला खेलों में पार्टिसिपेट नहीं कर पाएंगे. इस आदेश का नाम ‘कीपिंग मेन आउट ऑफ वीमेंस स्पोर्ट्स’ हैं. हालांकि, यह सिर्फ अमेरिका के खेलों के लिए हैं. इंटरनेशनल ओलंपिक एसोसिएशन ने इसपर कुछ नहीं कहा है.

ट्रंप ने यह भी कहा कि वह लॉस एंजिल्स में 2028 में अमेरिकी धरती पर खेलों की वापसी से पहले ट्रांसजेंडर एथलीटों पर अपने नियमों को बदलने के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर दबाव डालेंगे. उन्होंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो को आईओसी को “यह स्पष्ट करने” का आदेश दिया है कि “हम चाहते हैं कि वे ओलंपिक और इस बिल्कुल हास्यास्पद विषय से जुड़ी हर चीज को बदल दें.”

ट्रंप ने कहा कि उन्होंने होमलैंड सिक्योरिटी प्रमुख क्रिस्टी नोएम को “महिला एथलीट के रूप में खुद को बताते हुए धोखाधड़ी से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले पुरुषों द्वारा किए गए वीजा आवेदनों को अस्वीकार करने का निर्देश दिया है.”

हालांकि, एनसीएए ने कहा कि जन्म के समय महिला एथलीट जिसने हार्मोन थेरेपी (उदाहरण के लिए टेस्टोस्टेरोन) शुरू कर दी है. वह महिला टीम के साथ अभ्यास कर सकती है. लेकिन वह चैंपियनशिप के लिए टीम में प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकती. नेशनल कॉलेजिएट एथलेटिक एसोसिएशन (NCAA) ने 6 फरवरी को ट्रांसजेंडर एथलीटों के लिए अपनी भागीदारी नीति में बदलाव किया. जिसमें महिलाओं के खेलों में प्रतिस्पर्धा को केवल उन एथलीटों तक सीमित कर दिया गया जिन्हें जन्म के समय महिला माना गया था.

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डोनाल्ड ट्रंप ने लिया ऐसा फैसला कि ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी को लगा झटका!

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Kabaddi World Cup will start on this date in Rajgir. India and Pakistan will face each other*

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Sports News: महिला कबड्डी विश्वकप में कुल 15 देश शिरकत करती नजर आएगी.जिसमें भारत,पोलैंड,युगांडा,केन्या, ईरान,चाईनीज ताईपे, नेपाल, जापान, कोरिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया समेत रोमानिया और बांग्लादेश की टीम शामिल है.ए…और पढ़ें

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सांकेतिक

सांकेतिक तस्वीर.

राजगीर को एक बार फिर खेल की सौगात दी गई है.अभी बीते कुछ दिनों पहले ही हॉकी की सफल मेजबानी से गदगद होकर खेल विभाग ने राजगीर को एक और मेजबानी सौंप दी है.अब राजगीर स्थित खेल परिसर में महिला कबड्डी विश्व कप का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान भारत समेत कुल 15 देशों की महिला कबड्डी टीम मैच खेलेगी. कार्यक्रम का आयोजन 7 मार्च से 12 मार्च तक किया जाएगा.सभी गेम राजगीर स्थित स्पोर्ट्स परिसर में ही होंगे.

लगभग 13 वर्ष बाद बिहार को एक बार फिर कबड्डी की मेजबानी करने का मौका मिला है.इससे पूर्व पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में वर्ष 2012 के दौरान कबड्डी का आयोजन किया जा चुका है.वहीं दूसरी और राजगीर के लिए ये इस तरह की मेजबानी का पहला मौका है.खेल के टाइमिंग को लेकर विभाग के द्वारा आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.लेकिन इसका आयोजन 07 मार्च से 12 मार्च तक होना है.

किन देशों के बीच होगा मुकाबला
महिला कबड्डी विश्वकप में कुल 15 देश शिरकत करती नजर आएगी.जिसमें भारत,पोलैंड,युगांडा,केन्या, ईरान,चाईनीज ताईपे, नेपाल, जापान, कोरिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया समेत रोमानिया और बांग्लादेश की टीम शामिल है.एक टीम पाकिस्तान को लेकर फिलहाल संशय बनी हुई है.

कहां रहेंगे प्लेयर्स
प्लेयर्स के रहने के लिए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित नया हॉस्टल भवन दिया जाएगा. जहां उनके लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी. यह निर्णय मैच के लिए मिले कम समय और खिलाड़ियों को ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़े इसलिए लिया गया है.

दर्शकों के लिए खास इंतजाम
मैच के दौरान दर्शकों के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे.फिलहाल कबड्डी विश्वकप के आयोजन में प्रत्येक मैच के दौरान 5000 दर्शक क्षमता रहेगी.इस दौरान दर्शकों के विशेष मनोरंजन का भी ख्याल रखा जाएगा.ऐसे में राजगीर को लगातार मिलते जा रहे ऐसी सौगातों से खेलप्रेमी रोमांचित हैं. उम्मीद की जा रही है कि जैसे हॉकी को एक उत्सव की तरह मनाया गया था. वैसे ही कबड्डी को भी सेलिब्रेट किया जाएगा.

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राजगीर में पहली बार होगा महिला कबड्डी विश्व कप, 15 देशों की टीमें लेंगी हिस्स

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3 फुट के पैरा खिलाड़ी का जबरदस्त कमाल! स्टेट प्रतियोगिता में जीते 2 गोल्ड, अब नेशनल के लिए भी चयन

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Meerut Kailash Prakash Stadium: यूपी में मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए बड़ी संख्या में खिलाड़ी पहुंचते हैं. ऐसे में यहां प्रतिदिन प्रेक्टिस करने वाले 3 फुट के 23 वर्षीय शेखर पर सबकी निगाहें…और पढ़ें

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पैरा

पैरा खिलाड़ी शेखर

हाइलाइट्स

  • पैरा एथलीट शेखर ने स्टेट प्रतियोगिता में जीते दो गोल्ड मेडल.
  • शेखर का चेन्नई में नेशनल चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ.
  • शेखर का सपना अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनकर भारत का नाम रोशन करना है.

मेरठ: जीवन में कुछ करने का जुनून हो तो भले ही कितनी ही कठिन परिस्थितियों क्यों ना हो. उसमें भी नए-नए कीर्तिमान हासिल करते हुए एक विशेष पहचान बनाई जा सकती है. जिसका नजारा मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में देखने को मिल रहा है. यूं तो यहां पर आपको विभिन्न खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हुए नजर आएंगे, लेकिन यहां सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र 3 फीट के 23 वर्षीय खिलाड़ी पैरा खिलाड़ी शेखर हैं.

पैरा खिलाड़ी शेखर अपने कठिन परिश्रम के बदौलत निरंतर शॉट पुट और जैवलिन थ्रो गेम में बेहतर परफॉर्म करते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने बरेली में आयोजित उत्तर प्रदेश पैरा एथलीट्स चैंपियनशिप में भी दोनों ही गेम में गोल्ड मेडल लाकर माता-पिता का नाम रोशन किया है. ऐसे में लोकल-18 द्वारा उनसे खास बातचीत की गई.

बनना था डाक्टर बन गए खिलाड़ी

पैरा खिलाड़ी शेखर ने लोकल-18 से बताया कि उनका सपना डॉक्टर बनने का था. इसलिए वह मेडिकल लाइन से संबंधित डी फार्मा में अध्ययन कर रहे थे. इसी बीच उनका एक दोस्त उन्हें कैलाश प्रकाश स्टेडियम ले आया. खेल से संबंधित क्षेत्र में आगे बढ़ाने की सलाह दी. उसके बाद उन्होंने एथलीट कोच गौरव त्यागी से प्रशिक्षण हासिल करना शुरू किया. शेखर बताते हैं कि 7 माह पहले ही उन्होंने अपने गेम की शुरुआत की थी.

देश का विश्व में नाम करने का है सपना 

पैरा खिलाड़ी शेखर ने बताया उनका सपना अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने का है. साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं में शॉट पुट और जैवलिन थ्रो में परचम लहराते हुए भारत का नाम गर्व के साथ रोशन करना है. उन्होंने बताया कि साल 2026 में पैरा एशियाई चैंपियनशिप भी आयोजित होने वाली है. जिसको लेकर वह तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में 6 मीटर तक शॉट पुट एवं 15 मीटर तक वह भाला फेंक लेते हैं. उन्होंने बताया कि उनके पिता आर्मी में तैनात हैं. वहीं माता गृहणी हैं.

अद्भुत प्रतिभा का धनी हैं शेखर

एथलीट कोच गौरव त्यागी ने बताया कि जिस तरीके से शेखर द्वारा कड़ी मेहनत की जाती है. उससे उन्हें पूरा विश्वास है कि एशियाई पैरा ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल लाकर शेखर नया इतिहास रचेंगे. उन्होंने बताया कि स्टेडियम की अगर बात की जाए तो सबसे छोटी हाइट के पैरा खिलाड़ी के तौर पर शेखर यहां पर प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं.  कोच ने बताया कि बरेली में आयोजित  हुई प्रतियोगिता में भी मुरादाबाद के खिलाड़ी को हराकर शेखर ने 2 गोल्ड मेडल हासिल किए हैं. इसके साथ ही वह चेन्नई में आयोजित होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में उनका चयन हुआ है.

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3 फुट के पैरा खिलाड़ी का जबरदस्त कमाल! स्टेट प्रतियोगिता में जीता 2 गोल्ड

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