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Pakistan Train Hijack Update; Jaffar Express | Balochistan BLA Army | बलूच आर्मी का दावा- सभी 214 बंधकों को मार डाला: कहा- जंग अभी जारी; पाकिस्तानी सेना ने ट्रेन हाईजैक खत्म होने का दावा किया था

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इस्लामाबाद50 मिनट पहले

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पाकिस्तान ने कुछ तस्वीरें जारी करके बताया था कि ट्रेन हाईजैक से बचाए गए लोगों बुरी तरह जख्मी नजर आ रहे हैं। वहीं, पाकिस्तानी सेना ने क्वेटा स्टेशन पर 200 ताबूत भेजे थे। - Dainik Bhaskar

पाकिस्तान ने कुछ तस्वीरें जारी करके बताया था कि ट्रेन हाईजैक से बचाए गए लोगों बुरी तरह जख्मी नजर आ रहे हैं। वहीं, पाकिस्तानी सेना ने क्वेटा स्टेशन पर 200 ताबूत भेजे थे।

पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक करने वाली बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उसने सभी 214 बंधकों को मार डाला है। आज BLA ने एक बयान में कहा कि हमने पाकिस्तानी सेना को बंधकों की अदला-बदली करने के लिए 48 घंटे का समय दिया था। लेकिन पाकिस्तान की जिद के चलते इतने लोगों की जान गई।

BLA ने कहा कि यह युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ, बल्कि और तेज हो गया है। अपनी आजादी के लिए लड़ रहे बलूच लड़ाके लगातार हमले कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना अपने सैनिकों के शव नहीं निकाल पा रही है। BLA ने कहा कि ऑपरेशन दर्रा-ए-बोलान पूरा होने के बाद हम इसकी डिटेल जानकारी देंगे।

BLA ने 12 मार्च को जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक किया था। इसके अगले ही दिन यानी 13 मार्च को पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि ट्रेन हाईजैक संकट खत्म हो गया है। उन्होंने कहा था कि हमने 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं।

पाकिस्तानी सरकार ने बुधवार (12 मार्च) को प्रोटोकॉल के तहत बलूचिस्तान में 200 ताबूत भेजे थे, ताकि इमरजेंसी के हालात में इनका इस्तेमाल किया जा सके।

पाकिस्तानी सरकार ने बुधवार (12 मार्च) को प्रोटोकॉल के तहत बलूचिस्तान में 200 ताबूत भेजे थे, ताकि इमरजेंसी के हालात में इनका इस्तेमाल किया जा सके।

बलूच आर्मी बोली- हमारे लड़ाकों को मारा नहीं गया, उन्होंने खुद शहादत चुनी

BLA ने कहा कि हमारे लड़ाकों ने खुद शहादत चुनी, लेकिन अब पाकिस्तानी सेना हमारे फिदायीन लड़ाकों के शवों को अपनी सफलता के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है। जबकि हमारे लड़ाकों का असली मिशन आखिरी दम तक लड़ना था, वापस लौटना नहीं।

बलूच सेना ने कहा कि हमने हमेशा युद्ध और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक काम किया है, लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने अपने सैनिकों को बचाने के बजाय उन्हें युद्ध के ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया है। पाकिस्तानी सेना अपनी सभी सैन्य और खुफिया क्षमताओं के बावजूद बंधकों को छुड़ाने में विफल रही।

पाकिस्तान बोला- ट्रेन हाईजैक में भारत का हाथ, भारत ने आरोप खारिज किए

पाकिस्तान ने इस ट्रेन हाईजैक में भारत का हाथ होने के आरोप लगाया था। पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने खारिज कर दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि दुनिया जानती है कि आतंकवाद का केंद्र कहां है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा-

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हम पाकिस्तान के किसी भी आरोप का खंडन करते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ग्लोबल टेररिज्म का केंद्र है। पाकिस्तान अपनी अंदरूनी समस्याओं और नाकामियों के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराता रहता है। इससे बेहतर होगा कि वह खुद को देखे।

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इससे पहले पाकिस्तानी फॉरेन ऑफिस ने ये दावा भी किया था कि बलूच लड़ाके हाईजैक के दौरान अफगानिस्तान में मौजूद अपने सरगनाओं के संपर्क में थे, उन्हें वहां से ऑर्डर मिल रहे थे। हालांकि, अफगान सरकार ने इस दावे को नकार दिया है।

बलूच लड़ाकों के हमले में मारे गए क्वेटा के एक बंधक के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते लोग।

बलूच लड़ाकों के हमले में मारे गए क्वेटा के एक बंधक के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते लोग।

बलूचिस्तान के बोलान जिले में हुआ हमला जाफर एक्सप्रेस 11 मार्च की सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी। इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था। इससे पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी ने गुडालार और पीरू कुनरी के बीच इस हमले को अंजाम दिया। यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है। इसका फायदा उठाकर BLA ने ट्रेन पर हमला किया।

सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इसके बाद BLA ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ।

इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और ISI के एजेंट्स सफर कर रहे थे। सभी पंजाब जा रहे थे। इन्होंने BLA के हमले का जवाब दिया, लेकिन BLA ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी मारे गए।

घटना की जानकारी मिलने पर पाकिस्तान आर्मी ने BLA पर जमीनी फायरिंग की और हवा से बम भी बरसाए, लेकिन BLA लड़ाकों ने किसी तरह आर्मी के जमीनी ऑपरेशन को रोक दिया।

पिछले साल 25 और 26 अगस्त 2024 की आधी रात BLA ने इस ट्रेन के रूट में कोलपुर और माच के बीच एक ब्रिज को उड़ा दिया था। इसके चलते ट्रेन की सर्विस रोक दी गई थी। 11 अक्टूबर 2024 से ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई थी।

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी क्या है बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद वे एक आजाद देश के तौर पर रहना चाहते थे, लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर दिया गया था। इस वजह से बलूचिस्तान में सेना और लोगों का संघर्ष आज भी जारी है।

BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग होकर बलूचिस्तान देश का गठन करना है। बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वाले कई संगठन हैं। इनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे ताकतवर संगठन है। ये संगठन 70 के दशक में अस्तित्व में आया, लेकिन 21वीं सदी में इसका प्रभाव बढ़ा है।

BLA बलूचिस्तान को पाकिस्तानी सरकार और चीन से मुक्ति दिलाना चाहता है। उनका मानना है कि बलूचिस्तान के संसाधनों पर उनका हक है। पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को 2007 में आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था।

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान दूसरे नंबर पर सिडनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस की तरफ से जारी वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) रिपोर्ट 2025 में पाकिस्तान को दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित इलाके हैं। देश भर की कुल आतंकी घटनाओं में से 90% इसी इलाके में हुईं।

रिपोर्ट में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को लगातार दूसरे साल पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बताया गया। 2024 में इस ग्रुप ने 482 हमले किए, जिसकी वजह से 558 मौतें हुई थीं, जो 2023 के मुकाबले 91% ज्यादा हैं।

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ट्रंप के आगे झुका मित्र देश, खुद को ‘बर्बाद’ कर US को देगा सबसे नायाब चीज, भारत में सगी बहन ला रही क्रांति!

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Donald Trump News: डोनाल्‍ड ट्रंप ने दुनिया भर में टेरिफ वॉर शुरू कर दी है. ताइवान भी इससे अछूता नहीं है. ताइवान की पूरी अर्थव्‍यवस्‍था सेमीकंडक्‍टर पर टिकी हुई है. ट्रंप के दबाव में अब यह देश अमेरिका में 100 ब…और पढ़ें

ट्रंप के आगे झुका मित्र देश, खुद को 'बर्बाद' कर US को देगा सबसे नायाब चीज

ट्रंप के दबाव के आगे झुका ताइवान. (AFP)

हाइलाइट्स

  • ताइवान अमेरिका में $100 बिलियन का निवेश करेगा.
  • डोनाल्‍ड ट्रंप के दबाव में ताइवान ने लिया निवेश का निर्णय.
  • भारत में टाटा के साथ PSMC सेमीकंडक्टर प्लांट लगा रही.

Donald Trump News: डोनाल्‍ड ट्रंप जबसे दूसरी बार अमेरिका के राष्‍ट्रपति बने हैं, उन्‍होंने भारत, चीन सहित दुनिया भर के देशों से ट्रेड वॉर शुरू कर दी है. ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिका में मैन्‍युफैक्‍चरिंग बढ़े और उनके देश से बिजनेस दूसरे देशों में ना छिटके. ट्रंप के टेरिफ वॉर से कनाडा-मैक्सिको जैसे देश दहशत में हैं. अमेरिका के खास मित्र देश ताइवान में भी ट्रंप की हनक का असर दिखने लगा है. ताइवान दुनिया भर में अपनी सेमीकंडक्‍टर चिप के लिए जाना जाता है. खुद ताइवान के राष्‍ट्रपति ने यह ऐलान किया कि वो अमेरिका में 100 बिलियन डॉलर यानी 87 हजार करोड़ से ज्‍यादा रकम सेमीकंडक्‍टर बनाने के लिए निवेश करने वाले हैं.

ताइवान के राष्ट्रपति और देश की टॉप चिप निर्माता TSMC यानी ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ने गुरुवार को ज्‍वाइंट प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान इसका ऐलान करने के साथ-साथ यह भी कहा कि अमेरिका में 100 बिलियन डॉलर निवेश करने के फैसला ट्रंप के दबाव में नहीं लिया गया है. ग्राहकों की मांग के कारण यह फैसला लेना पड़ा. टीएसएमसी अमेरिका के एरिजोना में दो पैकेजिंग सुविधाओं के साथ-साथ तीन और चिप निर्माण संयंत्रों में 100 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी.

ट्रंप के चक्‍कर मे घाटे में ताइवान
यहां बड़ा सवाल यह है कि ताइवान की अर्थव्‍यवस्‍था का एक बड़ा हिस्‍सा सेमीकंडक्‍टर के निर्माण से आता है. अगर यह अन्‍य देशों में शिफ्ट हो जाएगा तो ताइवान के अस्तित्‍व पर खतरा पैदा हो सकता है. ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने इस बात से इनकार किया कि TSMC का निवेश निर्णय अमेरिका के राजनीतिक दबाव के कारण था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले कहा था कि ताइवान ने अमेरिकी चिप व्यवसाय को छीन लिया है और वह इसे वापस चाहते हैं.

भारत में सगी बहन ला रही क्रांति!
ताइवान की तीसरी सबसे बड़ी सेमीकंडक्‍टर निर्माता कंपनी PSMC यानी पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स के साथ मिलकर भारत में काम कर रही है. ये दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी सेमीकंडक्‍टर कंपनी है. टाटा के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्‍टर बनाने का प्‍लांट लगाया जा रहा है. इस परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है. दावा किया जा रहा है क‍ि एक बार यह प्रोजेक्‍ट पूरा हो जाए तो देश में करीब 20 हजार जॉब्‍स पैदा हो सकती हैं.

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Tahawwur Rana Extradition: मुंबई Attack Accused तहव्वुर राणा Extradition से बचने के लिए पहुंचा US Supreme Court

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Tahawwur Rana US Supreme Court: मुंबई में 26/11 हमले का आरोपी तहव्वुर राणा भारत प्रत्यर्पण से बचने की कोशिश में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां उसकी याचिका खारिज हो गई. उसने भारत में प्रताड़ना और हत्या का खत…और पढ़ें

चला मुस्लिम वाला दांव... अबू सलेम की दलीलों का भी लिया सहारा, फिर भी झटका

तहव्वुर राणा को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है.

हाइलाइट्स

  • तहव्वुर राणा भारत आने से बच रहा है
  • प्रत्यर्पण से बचने की कोशिश में वह लगा है
  • अबू सलेम जैसी दलील ही उसने दी है

वॉशिंगटन: मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा कानून के शिकंजे से बचने के लिए हाथ-पैर मार रहा है. इसके लिए वह अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था, जिससे उसे झटका लगा है. तहव्वुर नहीं चाहता कि उसे भारत के हवाले किए जाए. राणा के वकील ने प्रत्यर्पण पर इमरजेंसी तरीके से रोक लगाने की मांग की थी. आतंकी तहव्वुर भारत न आने के लिए वही हथकंडे अपना रहा है, जो कभी अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम ने किया था. तहव्वुर का कहना है कि उसकी धार्मिक पहचान और सामाजिक पृष्ठभूमि के कारण उसे प्रताड़ित किया जाएगा और उसकी हत्या हो सकती है. सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस एलेना कागन ने उसकी अर्जी खारिज की थी, जिसके बाद राणा के वकील सीधे चीफ जस्टिस के पास पहुंच गए.

अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को भी पुर्तगाल से भारत लाया गया था. अबू सलेम को भारत लाना आसान नहीं था. अबू सलेम बार-बार पुर्तगाल की कोर्ट में अर्जी दायर करता रहा कि उसे राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया जा रहा है और अगर उसका प्रत्यर्पण किया जाता है तो उसे भारत में निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिलेगी और उसकी जान को खतरा हो सकता है. अबू सलेम बॉम्बे बम धमाकों के मामले में जुड़ा था. अबू सलेम पर आरोप था कि उसने अवैध हथियारों की सप्लाई की. अबू सलेम पर टाडा की अलग-अलग धाराओं में आरोप लगाए गए थे.

अबू सलेम क्या करता रहा बहाने?
अबू सलेम पाकिस्तानी पासपोर्ट पर एक फर्जी नाम से पुर्तगाल में प्रवेश कर गया. मुंबई में एक टाडा अदालत ने उसे 15 अक्टूबर 1993 को एक घोषित अपराधी करार दिया. बाद में उसके खिलाफ एक गैर जमानती वारंट जारी किया. इंटरपोल ने 18 सितंबर 2002 को उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया. 20 सितंबर 2002 को इंटरपोल ने उसे गिरफ्तार किया. 13 दिसंबर 2002 को भारत ने 9 आपराधिक मामलों में अबू सलेम के प्रत्यर्पण की अपील पुर्तगाल से की. पुर्तगाल के न्याय मंत्रालय ने 28 मार्च 2003 को एक आदेश में अबू सलेम के प्रत्यर्पण की इजाजत दी.

भारत न भेजा जाए, इसे लेकर अबू सलेम ने पुर्तगाल की अदालत में कहा कि उसे राजनीतिक कारणों से प्रताड़ित किया जाएगा. अबू सलेम ने कहा कि अगर उसे भारत भेजा जाता है तो उसकी जान खतरे में आ जाएगी और मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा. उसने राजनीतिक शरण लेने के लिए भी आवेदन किया, लेकिन पुर्तगाली अधिकारियों ने उसकी याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि वह एक आपराधिक भगोड़ा है. क्योंकि अबू सलेम एक फर्जी नाम और पासपोर्ट के जरिए पुर्तगाल पहुंचा था, इसलिए उसने इसका फायदा लेने की कोशिश की. उसने दावा किया कि वह वही व्यक्ति नहीं है जिसे भारत ढूंढ रहा है. अबू सलेम को मौत की सजा नहीं दी जाएगी, इसी शर्त पर पुर्तगाल ने उसके प्रत्यर्पण की मंजूरी दी.

क्या कह रहा है तहव्वुर?
आतंकी तहव्वुर राणा ने अपनी अर्जी में कहा कि वह एक पाकिस्तानी मुस्लिम और पाकिस्तानी आर्मी का पूर्व सदस्य है, जिसके कारण उन्हें हिरासत में प्रताड़ित किया जा सकता है. उसने यह भी कहा कि स्वास्थ्य स्थितियों के कारण उसकी मौत हो सकती है. तहव्वुर राणा पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमन हेडली का सहयोगी है. पिछले महीने पीएम मोदी के साथ वाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने राणा के प्रत्यर्पण की पुष्टि की थी.

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Sunita Williams In Space Donald Trump: जल्द लौटेंगी NASA Astronauts, Elon Musk करेंगे Rescue

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Sunita Williams Hair: डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरिक्ष में फंसी भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को जल्द पृथ्वी पर लाने का वादा किया. डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स के बालों की की तारीफ क…और पढ़ें

सुनीता विलियम्स के बाल तो... अंतरिक्ष यात्री को लेकर क्या कह गए डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स के बालों की तारीफ की.

हाइलाइट्स

  • सुनीता विलियम्स की वापसी पर ट्रंप ने बड़ा बयान दिया
  • ट्रंप ने कहा है कि सुनीता विलियम्स की जल्द वापसी होगी
  • ट्रंप ने सुनीता विलियम्स के बालों की तारीफ की

न्यूयॉर्क/वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के घने बालों की सराहना की और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे दो अंतरिक्ष यात्रियों को संदेश दिया कि उन्हें जल्द धरती पर वापस लाया जाएगा. ट्रंप (78) ने अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे बुच विल्मोर और विलियम्स को पृथ्वी पर वापस लाने में मदद करने के लिए व्यक्तिगत रूप से एक बचाव दल को कक्षा में भेजने की संभावना का जिक्र किया और आठ दिन के मिशन के नौ महीने तक जारी रहने के लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की आलोचना की. ट्रंप ने ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, ‘बाइडन ने उन्हें वहीं फंसा छोड़ दिया.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे दो अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं. मैंने एलन मस्क से कहा, ‘मेरा एक काम करो. क्या तुम उन्हें बाहर निकाल कर ला सकते हो?’ उन्होंने कहा ‘हां’. वह वहां जाने की तैयारी कर रहे हैं, मुझे लगता है कि दो सप्ताह में.’ ट्रंप ने कहा कि मस्क अभी एक यान तैयार कर रहे हैं जो ऊपर जाएगा और उन्हें वहां से ले जाएगा. ट्रंप ने ओवल ऑफिस में विलियम्स पर कहा,‘उस महिला के बाल बेहद घने है, अच्छे हैं और मजबूत हैं. ये मजाक नहीं है.’ उन्होंने ये बात नौ महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे विलियम्स और विल्मोर के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कही.

बाइडन पर बोला हमला
ट्रंप ने बाइडन को ‘देश के इतिहास का सबसे अक्षम राष्ट्रपति’ करार दते हुए कहा ‘उन्होंने आपके साथ ऐसा होने दिया, लेकिन यह राष्ट्रपति ऐसा नहीं होने देगा.’ ट्रंप ने कहा, ‘उन्हें वहीं छोड़ दिया गया है. मुझे उम्मीद है कि वे एक-दूसरे को पसंद करते होंगे या शायद वे एक-दूसरे से प्यार करते होंगे, मुझे नहीं पता, लेकिन उन्हें वहीं छोड़ दिया गया है. इस बारे में सोचें. वहां भी खतरा है. वहां कुछ विफलताएं हो सकती हैं. यह बहुत बुरा होगा. उन्हें बाहर निकालना ही होगा.’

‘आठ महीने से फंसे’
वहीं मस्क ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि ‘अंतरिक्ष यात्री वहां केवल आठ दिन के लिए गए थे लेकिन वे वहां आठ महीने से हैं.’ उन्होंने कहा, ‘स्पेसएक्स छह महीने पहले एक और यान भेजकर उन्हें वापस ला सकता था, लेकिन बाइडन व्हाइट हाउस ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया (नासा ने नहीं). राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें जल्द से जल्द वापस लाने के लिए कहा और हम ऐसा कर रहे हैं.’

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सुनीता विलियम्स के बाल तो… अंतरिक्ष यात्री को लेकर क्या कह गए डोनाल्ड ट्रंप

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