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Podcast: ईशान ने दोहरा शतक जड़ तोड़ा वेस्टइंडीज के क्रिस गेल का रिकॉर्ड

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ईशान किशन ने मात्र 126 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूर्ण किया. किशन ने 131 गेंदों पर अपनी 210 रनों की पारी में 24 चौके और 10 छक्के लगाए. क्रिस गेल ने 2015 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में 138 गेंदों पर दोहरा शतक बनाया था. इस मैच में गेल ने  215 रन की पारी खेली थी. ईशान किशन भारत के लिए वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले चौथे बल्लेबाज़ बन गए हैं. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा ने दोहरा शतक लगाया था. किशन दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के सातवें बल्लेबाज़ हैं.  यह वनडे इतिहास  का नौवां दोहरा शतक था. इसमें रोहित शर्मा इकलौते बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वनडे में तीन दोहरे शतक बनाए हैं.

तीन मैचों की सीरीज़ के तीसरे और अंतिम मैच में ईशान किशन के रिकॉर्डतोड़ दोहरे शतक के साथ विराट कोहली की शानदार 113 रनों की शतकीय पारी की बदौलत भारत ने इस मैच में बांग्लादेश को 227 रनों से करारी शिकस्त दी. भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में  में आठ विकेट पर 409 रन बनाए. जवाब में बांग्लादेश की टीम 34 ओवर में 182 रन बनाकर पैवेलियन लौट गई. शाकिब अल हसन ने सबसे अधिक 43 रन बनाए. कप्तान लिटन दास ने 29, यासिर अली ने 25 और महमूदुल्लाह ने 20 रनों का योगदान दिया.

भारत की ओर से तीन विकेट लेकर शार्दुल ठाकुर सबसे कामयाब गेंदबाज़ रहे. मोहम्मद सिराज, अक्षर पटेल और उमरान मलिक को 1-1 विकेट मिला.  बांग्लादेश के खिलाफ ये भारत की वनडे में यह सबसे बड़ी जीत है.  उसने इससे पहले भारत ने 11 अप्रैल 2003 को उसके खिलाफ ढाका में 200 रन से जीत दर्ज की थी. वैसे ये सीरीज़ बांग्लादेश ने 2-1 से अपने नाम की.

बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज जयदेव उनादकट की 12 साल बाद टेस्ट टीम में वापसी हुई है. उन्हें चोटिल मोहम्मद शमी की जगह शामिल किया गया है. उनादकट ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मात्र टेस्ट खेला था और उस मैच में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था.

और अब चर्चा फीफा वर्ल्ड कप 2022 की

कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप 2022 में लीग मैचों से शुरू हुआ उलटफेर का दौर क्वार्टर फानइल के सफर तक पहुंचकर भी थमा नहीं है. क्रोएशिया ने फुटबॉल विश्व कप में अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर किया. उसने क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर-1 टीम और पांच बार की चैंपियन ब्राज़ील को शिकस्त सेमीफाइनल में प्रवेश किया. क्रोएशिया ने पेनल्टी शूटआउट में ब्राज़ील पर 4-2 से रोमांचक जीत दर्ज की. अतरिक्त समय तक खेल समाप्त होने के बाद स्कोर 1-1 की बराबरी पर था.

ब्राज़ील के लिए नेमार ने गोल तो किया, लेकिन वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. क्रोएशिया लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में पहुंची है. जबकि ब्राज़ील की टीम लगातार दूसरी बार ही क्वार्टर फाइनल में बाहर हो गई. क्रोएशिया ने जापान के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में भी पेनल्टी शूटआउट में मुकाबला जीता था. सेमीफाइनल में अर्जेंटीना का मुकाबला क्रोएशिया से होगा.

क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने नीदरलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराया. निर्धारित समय में दोनों टीमें 2-2 गोल से बराबरी पर रही. इसके बाद इंजरी टाइम में कोई टीम कोई गोल नहीं कर सकी और फिर निर्णय पेनल्टी शूटआउट के ज़रिए हुआ. इस मैच में अपना आखिरी फीफा वर्ल्ड कप खेल रहे लियोनेल मेसी भी अपने सपने को हक़ीक़त में तब्दील करने की पुरज़ोर कोशिश करेंगे

उधर, मोरक्को ने दिग्गज खिलाड़ियों से लैस पुर्तगाल को हराकर फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप में एक नया इतिहास रचा. क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल पर शानदार जीत के साथ मोरक्को ने सेमीफाइनल में स्थान बना लिया. कतर में खेले गए मुकाबले में यूसुफ एन नेसरी के हैडर से किए गए गोल की बदौलत अंतिम लम्हों में 10 खिलाड़ियों से खेलने के बावजूद मोरक्को ने पुर्तगाल को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी और अरब देश बना.

उससे पहले कैमरून, सेनेगल और घाना की टीम केवल क्वॉर्टर फाइनल तक ही पहुंच सकी थीं. पुर्तगाल की टीम फीफा वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है. लेकिन दिग्गज खिलाड़ी रोनाल्डो ने एक सबसे अधिक 196 इंटरनेशनल मैच खेलने के मामले में कुवैत के बदेर अल मुतावा ने 196 मैच की बराबरी कर ली है.

डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस भी अंतिम चार में स्थान बनाने में कामयाब रही. फ्रांस ने फीफा वर्ल्ड कप 2022 के चौथे क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड पर 2-1 से रोमांचक जीत दर्ज की. फ्रांस की टीम लगातार दूसरी बार और कुल मिलाकर सातवीं बार फीफा वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में स्थान बनाने में सफल रही है. जबकि इंग्लैंड सातवीं बार वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में पराजित हुई. डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस का सेमीफाइनल में सामना मोरक्को से होगा.

फ्रांस की टीम अगर अपने खिताब को बरकरार रखने में कामयाब हो जाती है तो वह पिछले 60 साल में लगातार दो विश्व कप जीतने वाली पहली टीम बन जाएगी. ऐसा कारनामा ब्राजील ने 1958 और 1962 में लगातार दो वर्ल्ड कप जीतकर किया था.  इसके बाद से कोई टीम लगातार दो वर्ल्ड नहीं जीत सकी है.

अब फिर से बात क्रिकेट की…

सुपरओवर में स्मृति मंधाना की ज़बर्दस्त बल्लेबाजी के चलते भारत ने दूसरे टी-20 आई मैच में  ऑस्ट्रेलिया को 4 रनों से हराकर पांच मैचों की टी-20  सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है. सुपरओवर में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 21 रनों का लक्ष्य दिया. जवाब में  ऑस्ट्रेलियाई टीम 16 रन ही बना सकी. रेणुका ठाकुर ने अंतिम ओवर में सिर्फ 16 रन दिए. इस मैच में भारतीय टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 187 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने भी इतने रन ही बनाए थे. आखिरी गेंद पर भारत को जीत के लिए पांच रनों की जरूरत थी. देविका वैद्य ने अंतिम गेंद पर चैका लगाकर मैच को टाई कर दिया. भारत की तरफ से स्मृति मंधाना ने 79 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली. पहला मैच टी20 आई मैच ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट से जीता था.

और अंत में मुल्तान में खेले गए दूसरे टेस्ट के चौथे दिन ही मेजबान टीम इंग्लैंड ने पाकिस्तान पर 26 रनों से जीत दर्ज कर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. 355 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान टीम दूसरी पारी में 328 रन बनाकर आउट हो गई. इंग्लैंड के लिए मार्क वुड ने घातक  गेंदबाजी करते हुए दूसरी पारी में 4 विकेट चटकाए. ओली रॉबिन्सन और जेम्स एंडरसन को 2- 2 विकेट लेने में सफलता मिली. पहली पारी में इंग्लैंड ने 281 रन बनाने के बाद पाकिस्तान को 202 रनों पर समेट दिया. दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 275 रन बनाए और पाकिस्तान को 328 रन पर आउट कर सीरीज अपने नाम की. इससे पहले रावलपिंडी टेस्ट  इंग्लैंड ने 74 रनों से जीता था.

न्यूज़ 18 हिन्दी पॉडकास्‍ट के साप्ताहिक स्पेशल स्पोर्ट्स बुलेटिन में आज इतना ही.  ताजतरीन खेल खबरों  के साथ हम फिर हाज़िर होंगे. तब के लिए नवीन श्रीवास्तव को इजाज़त दीजिए. नमस्कार.

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ISL : मणिपुर के फुटबॉलर गौरामांगी सिंह एफसी गोवा से जुड़े, सहायक कोच की मिली जिम्मेदारी – isl indian former footballer gouramangi singh joins fc goa as assistant coach

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मणिपुर के रहने वाले गौरामांगी सिंह 2007 से 2012 के बीच चर्चिल ब्रदर्स का हिस्सा रहे जिसके साथ उन्होंने आईलीग (2008-09), दो आईएफए शील्ड (2009 और 2011) और दो डूरंड कप (2009 और 2011) खिताब जीते. उन्हें साल 2010 मे…और पढ़ें

ISL : मणिपुर के फुटबॉलर गौरामांगी एफसी गोवा से सहायक कोच के तौर पर जुड़े

गौरामांगी सिंह आईएसएल के आगामी सीजन में एफसी गोवा के लिए असिस्टेंट कोच की जिम्मेदारी निभाएंगे. (Twitter)

पणजी. भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर गौरामांगी सिंह (Gouramangi Singh) आगामी सीजन से पहले इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) फ्रेंचाइजी एफसी गोवा से जुड़ गए हैं. गौरामांगी ने एक बयान में कहा, ‘क्लब और उनके खेल के स्तर को जानने के कारण यह मेरे कोचिंग करियर का सही दिशा में उठाया बड़ा कदम है.’

टाटा फुटबॉल अकादमी में खेल के गुर सीखने वाले गौरामांगी 15 साल के अपने करियर के दौरान देश के कुछ सबसे बड़े क्लब की ओर से खेले. गौरामांगी ने डेम्पो एससी के साथ 2004-05 सत्र में राष्ट्रीय फुटबॉल लीग और फेडरेशन कप का खिताब जीता. इसके अगले साल उन्होंने महिंद्रा यूनाईटेड के साथ इस उपलब्धि को दोहराया.

इसे भी देखें, फीफा वर्ल्ड कप के दौरान फैंस का मैच देखने का मजा हो सकता है किरकिरा, लग सकती है बड़ी पाबंदी

वह 2007 से 2012 के बीच चर्चिल ब्रदर्स का हिस्सा रहे जिसके साथ उन्होंने आईलीग (2008-09), दो आईएफए शील्ड (2009 और 2011) और दो डूरंड कप (2009 और 2011) खिताब जीते. मणिपुर के इस खिलाड़ी को 2010 में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का साल का सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी चुना गया. चार साल बाद उन्होंने चेन्नईयिन एफसी की ओर से आईएसएल में पदार्पण किया.

वर्ष 2018 में गौरामांगी पूर्णकालिक कोचिंग से जुड़ गए. वह 2019 से राष्ट्रीय महासंघ के एक लाइसेंस धारक कोच हैं और पिछले तीन सत्र से बेंगलुरु यूनाइटेड के सहायक कोच की भूमिका निभा रहे थे.

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ISL : मणिपुर के फुटबॉलर गौरामांगी एफसी गोवा से सहायक कोच के तौर पर जुड़े

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Nainital: 15 अगस्त 1947 को हुआ था इस फुटबॉल टूर्नामेंट का पहला फाइनल, प्लेयरों की लंबाई का नियम भी दिलचस्प – students football competition in dsa flats since 15 august 1947 in nainital localuk

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जब देश में हर शहर में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, तब उत्तराखंड के नैनीताल में एक फुटबाॅल प्रतियोगिता का आयोजन इसलिए खास हो गया है क्योंकि पहली बार यह 15 अगस्त 1947 को ही संपन्न हुई थी. 75 साल की हो ग…और पढ़ें

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नैनीताल

नैनीताल का 75 साल पुराना फुटबाॅल टूर्नामेंट

(रिपोर्ट- हिमांशु जोशी)



नैनीताल. उत्तराखंड की पर्यटन नगरी के मल्लीताल में स्थित ऐतिहासिक DSA मैदान में इन दिनों ‘एनएच पांडे इंडिपेंडेंस डे चिल्ड्रन फुटबॉल’ टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है. इस टूर्नामेंट में 12 स्कूलों की टीमें हिस्सा ले रही हैं. इस टूर्नामेंट से जुड़ी खास बात यह है कि इसका सबसे पहला फाइनल इसी मैदान में देश की आजादी के दिन यानी 15 अगस्त, 1947 को खेला गया था. 1 अगस्त, 2022 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट की एक खास विशेषता यह भी है कि प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों की लंबाई 4 फुट 9 इंच से कम होना जरूरी है.

इसमें स्कूलों के केवल कक्षा 8वीं तक के छात्र प्रतिभाग कर सकते हैं. इस साल इस टूर्नामेंट में 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें 4 पूल में डिवाइड किया गया है. पूल ए में बिरला विद्या मंदिर, जीडी जेएम चोरगलिया और बीएसएसवी, पूल बी में सरस्वती शिक्षा मंदिर, सनवाल स्कूल और वुडब्रिज स्कूल, पूल सी में लेक्स इंटरनेशनल भीमताल, सेंट जोसेफ और नैनी स्कूल, पूल डी में आरएसएसवी निशांत, लॉन्ग व्यू पब्लिक स्कूल और लेक्स इंटरनेशनल शामिल हैं.

75 साल पुराना है इस टूर्नामेंट का इतिहास

राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ मल्लीताल टीम के कोच कुंदन सिंह सुयाल का कहना है कि कोरोना के चलते दो साल तक इस टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो पाया था. हालांकि इस बार छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है. खेलने से बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है, जिससे वह काफी क्षेत्र में आगे रहते हैं.

बता दें कि इस टूर्नामेंट को सीआरएसटी ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की तरफ से आयोजित किया गया है. इस एसोसिएशन के मेंबर ललित तिवारी बताते हैं कि हर साल यह प्रतियोगिता 1 अगस्त से 15 अगस्त तक आयोजित होती है और 15 अगस्त के दिन इसका फाइनल मुकाबला खेला जाता है. 15 अगस्त, 1947 को इस प्रतियोगिता का पहला फाइनल मुकाबला हुआ था, जो सीआरएसटी स्कूल और जीआईसी के बीच खेला गया था. इस साल इस टूर्नामेंट को नैनीताल बैंक की तरफ से स्पॉन्सर किया गया है.

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Nainital: 15 अगस्त 1947 को हुआ था इस फुटबॉल टूर्नामेंट का पहला फाइनल

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COA ने कहा- भारत को निलंबित करने का फीफा का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण – fifas decision to suspend india is unfortunate coar

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प्रशासकों की समिति ने मंगलवार को कहा कि चुनाव और संविधान के ढांचे जैसे मसलों पर सहमति बनने के करीब पहुंचने के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ पर प्रतिबंध के फीफा के दुर्भाग्यपूर्ण फैसले से वे हैरान हैं.

COA ने कहा- भारत को निलंबित करने का फीफा का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण

सीओए ने फीफा के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. (सांकेतिक तस्वीर)

नई दिल्ली. प्रशासकों की समिति (COA) ने मंगलवार को कहा कि चुनाव और संविधान के ढांचे जैसे मसलों पर सहमति बनने के करीब पहुंचने के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ पर प्रतिबंध के फीफा के दुर्भाग्यपूर्ण फैसले से वे हैरान हैं. भारत को करारा झटका देते हुए विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा ने मंगलवार को तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए.

सीओए ने एक बयान में कहा ,‘‘सीओए हैरान है कि फीफा का फैसला ऐसे समय में आया है जब उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार फीफा, एएफसी, एआईएफएफ, सीओए और खेल मंत्रालय समेत सभी पक्षों के बीच गहन बातचीत जारी थी.’’ इसने कहा ,‘‘सीओए एआईएफएफ के चुनाव संबंधी माननीय उच्चतम न्यायालय के तीन अगस्त 2022 के आदेश का पालन करने के लिये प्रतिबद्ध है और सभी पक्षों से बातचीत जारी थी.’’

यह भी पढ़ें- डूरंड कप की तैयारियों का जायजा लेने लम्पक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स पहुंचे मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह

इसने आगे कहा,‘‘सभी पक्षों के बीच पिछले कुछ दिन से जारी बातचीत में सुझाव रखा गया था कि एआईएफएफ कार्यकारी समिति के वर्तमान चुनाव 36 प्रदेशों के प्रतिनिधियों की मतदाता सूची के साथ कराये जाये.’’

सीओए ने बयान में कहा,‘‘फीफा ने खेल मंत्रालय के मार्फत यह भी सुझाव दिया कि कार्यकारी समिति में छह अनुभवी खिलाड़ियों समेत 23 सदस्य हो सकते हैं. छह खिलाड़ियों में चार पुरूष और दो महिलायें हों और 17 सदस्यों का चुनाव मतदाता करेंगे ।खिलाड़ियों का नामांकन कार्यकारी समिति कर सकती है और उन्हें मतदान का अधिकार भी रहेगा.’’

बयान में कहा गया,‘‘इसे देखते हुए सीओए भारतीय फुटबॉल पर प्रतिबंध लगाने के फीफा के फैसले से हैरान है जबकि मामले का सर्वश्रेष्ठ हल निकालने के लिए बातचीत जारी थी.’’

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COA ने कहा- भारत को निलंबित करने का फीफा का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण

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