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भारतीय फुटबॉल टीम ने आखिरी लीग मैच खेले बगैर कैसे 2023 AFC एशियन कप के लिए किया क्वालिफाई? समझिए – india mens football team first time qualified for the asian cup in two successive editions

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AFC Asian Cup Qualifiers: भारतीय फुटबॉल टीम ने लगातार दूसरी बार AFC Asian Cup के लिए क्वालिफाई किया है. भारत को आखिरी एफसी एशियन कप के अपने आखिरी क्वालिफायर्स मुकाबले में मंगलवार को हांगकांग से भिड़ना है. टीम इ…और पढ़ें

भारतीय फुटबॉल टीम ने लगातार दूसरी बार कटाया AFC ASIAN CUP का टिकट

भारतीय फुटबॉल टीम ने एएफसी एशियन कप 2023 के लिए किया क्वालिफाई. (AIFF/Twitter)

नई दिल्ली. भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम (India Football Team) ने बिना अपना आखिरी क्वालिफिकेशन मुकाबला खेले एशियन कप (AFC Asian Cup 2023) के लिए क्वालिफाई  कर लिया है. टीम इंडिया का मंगलवार को अपना आखिरी लीग मैच हांगकांग से खेलना है. उलानबटोर में ग्रुप बी मुकाबले में फलस्तीन ने फिलीपींस को हरा दिया. फिलीपींस की हार से भारतीय टीम सीधे फाइनल्स के लिए क्वालिफाई कर गई.

इस रिजल्ट का मतलब है कि फलस्तीन ने ग्रुप में शीर्ष पर रहने के कारण 24 टीम के फाइनल्स के लिए सीधे क्वालिफाई कर लिया जबकि चार अंकों के साथ दूसरे स्थान पर काबिज होने के बावजूद फिलीपींस की टीम बाहर हो गई. छह क्वालीफाईंग ग्रुप में से केवल शीर्ष पर रहने वाली टीम ही सीधे क्वालिफाई करती हैं. इसके अलावा अपने ग्रुप में दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम को भी आगे बढ़ने का मौका मिलता है.

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भारतीय टीम ने पांचवीं बार किया क्वालिफाई 

भारत के ग्रुप डी में छह अंक हैं और वह गोल अंतर में हांगकांग से पीछे दूसरे स्थान पर है. उसने अपने आखिरी ग्रुप मैच से पहले ही क्वालिफाई कर लिया. यह पहला मौका है जब भारत ने लगातार दूसरी बाद एशियाई कप के लिए क्वालिफाई किया है. भारत 2019 में ग्रुप लीग से बाहर हो गया था. भारतीय फुटबॉल टीम ने कुल मिलाकर 5वीं बार 1964, 1984, 2011, 2019 और अब 2023 में इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाई किया है.

भारत ने क्वालिफायर्स में अपने दोनों शुरुआती मुकाबले जीते 

भारतीय टीम ने क्वालिफायर्स में अभी तक अपने दोनों मुकाबले जीते है. भारत ने पहले मैच में स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री के शानदार गोल के दम पर कंबोडिया को 2-0 से पराजित किया जबकि दूसरे मैच में उसने अफगानिस्तान को 2-1 से हराया. इस मैच में भारत की ओर से सुनील छेत्री ने सहल अब्दुल समद को गोल करने में मदद की.

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VAR का इस्तेमाल अब भारत में भी होगा, एएफसी महिला एशियन कप में रचा जाएगा इतिहास – video assistant referee technique var to debut in india by afc women asian cup football

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एएफसी महिला एशियन कप (AFC Women Asian Cup) में 30 जनवरी के बाद के मुकाबलों में वीएआर यानी वीडियो असिस्टेंट रेफरी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तरह यह वीएआर तकनीक टूर्नामेंट में डेब्यू करेगी. टूर्नामेंट के दौ…और पढ़ें

VAR का अब भारत में होगा डेब्यू, एएफसी महिला एशियन कप में रच जाएगा इतिहास

एएफसी महिला एशियन कप के दौरान भारत में VAR तकनीक का डेब्यू होगा. (सांकेतिक तस्वीर/ट्विटर)

नई दिल्ली. आगामी एएफसी महिला एशियाई कप (AFC Women Asian Cup) इतिहास रचने को तैयार हैं क्योंकि भारत में पहली बार इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल चरण से वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) का इस्तेमाल किया जाएगा. टूर्नामेंट 20 जनवरी से 6 फरवरी तक मुंबई, नवी मुंबई और पुणे तीन स्थलों पर खेला जाएगा. 30 जनवरी के बाद के मैचों में वीएआर का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तरह यह वीएआर तकनीक टूर्नामेंट में डेब्यू करेगी.

टूर्नामेंट के दौरान 6 वीडियो मैच अधिकारी 7 अलग लाइव कैमरा फीड देख पाएंगे. वीएआर चार वर्गों के फैसलों की समीक्षा कर सकता है जिसमें गोल/नो गोल, पेनल्टी/नो पेनल्टी, सीधे रेड कार्ड और गलत खिलाड़ी को रेड या येलो कार्ड देना शामिल है. इस तकनीक का इस्तेमाल 6 को होने वाले फाइनल तक किया जाएगा. इस तकनीक के लिए कैमरा लगाने की तैयारी संबंधित स्थलों पर शुरू हो चुकी है.

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मैच के दिन स्टेडियम के अलावा रेफरियों के ट्रेनिंग स्थान पर भी इसी तरह का वीएआर ‘सेटअप’ लगाया जाएगा और ‘सिम्यूलेटरर्स’ रेफरियों के लिए उनके होटल में भी उपलब्ध होंगे. एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने कहा कि एएफसी रेफरिंग के उच्चतम मानक सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. इसलिए देश में आधिकारिक रूप से वीएआर को पेश किए जाने से पहले ट्रेनिंग स्थलों और स्टेडियमों में कई तकनीकी परीक्षण किए जा रहे हैं.

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बराबरी का गोल हुआ तो मैदान पर ही भिड़ गए खिलाड़ी, लात-घूंसे तक चले – Video – players violent after the full time whistle of gabon vs ghana watch video

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गैबॉन ने पिछड़ने के बाद अंतिम मिनटों में बराबरी का गोल दागा. मैच की अंतिम सीटी बजने के बाद घाना के स्थानापन्न खिलाड़ी बेंजामिन टेटेह ने गैबॉन के आरोन बौपेन्ड्जा को मुक्का जड़ दिया. इससे जुड़े वीडियो सोशल मीडिया…और पढ़ें

बराबरी का गोल हुआ तो मैदान पर ही भिड़ गए खिलाड़ी, मुक्के तक चले- Video

घाना और गैबॉन के बीच मुकाबले में खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गई. (Video Grab/Twitter)

याउंदे (कैमरून). अफ्रीका कप ऑफ नेशंस फुटबॉल टूर्नामेंट में घाना और गैबॉन के बीच खेले गए मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गई. इस दौरान एक खिलाड़ी को मुक्का भी लग गया. इससे जुड़े वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. गैबॉन ने पिछड़ने के बाद आखिरी क्षणों में गोल कर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया. मैच की अंतिम सीटी बजने के बाद घाना के स्थानापन्न खिलाड़ी बेंजामिन टेटेह ने गैबॉन के आरोन बौपेन्ड्जा को मुक्का जड़ दिया.

इस दौरान स्टेडियम में दोनों टीमों के खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इस ड्रॉ मैच के बाद घाना की टीम अपने ग्रुप (ग्रुप सी) में तीसरे स्थान पर खिसक गई है.  टेटेह को मुक्का मारने के लिए रेड कार्ड दिखाया गया और उन पर प्रतिबंध लगाना तय है. कप्तान आंद्रे अयूव ने 18वें मिनट में ही घाना को बढ़त दिला दी थी लेकिन जिम अलेविनाह ने मैच के 88वीं मिनट में बराबरी का गोल कर दिया.

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1982 की चैंपियन घाना पर जहां ग्रुप चरण से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है तो वही गैबॉन और मोरक्को की टीमों ने अंतिम 16 के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर ली. मोरक्को ने टूर्नामेंट में पदार्पण कर रही कोरोमोस की टीम को 2-0 से हराया. ग्रुप बी के मैच में गिनिया ने सेनेगल की मजबूत टीम को गोलरहित ड्रॉ पर रोक दिया. लिवरपूल के लिए खेलने वाले सादियो माने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए दमदार प्रदर्शन नहीं कर सके.

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Former india international and coach subhash bhowmick passed away – भारत के पूर्व फुटबॉलर ने दुनिया को कहा अलविदा, एशियन गेम्‍स में देश को दिलाया था मेडल

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भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक (subhash bhowmick) का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया. 1970 में वह एशियन गेम्‍स में ब्रॉन्‍ज मेडल जीतने वाली भारतीय भारतीय टीम का भी हिस्‍सा थे.

भारत के पूर्व फुटबॉलर का निधन, एशियन गेम्‍स में देश को दिलाया था मेडल

भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया. (pc: @WestBlockBlues)

नई दिल्‍ली. भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक  (subhash bhowmick)  का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया. वह 72 वर्ष के थे. अपने करियर में सुभाष ने देश के 2 बड़े फुटबॉल क्‍लब ईस्‍ट बंगाल और मोहन बागान का भी प्रतिनिधित्‍व किया. 1970 से 1985 तक उन्‍होंने कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनधित्‍व किया. 1970 में वह एशियन गेम्‍स में ब्रॉन्‍ज मेडल जीतने वाली भारतीय भारतीय टीम का भी हिस्‍सा थे.

उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह लंबे समय से गुर्दे के रोग और मधुमेह से पीड़ित थे और उन्होंने सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली. उन्होंने कहा कि वह पिछले लगभग साढ़े 3 महीने से नियमित रूप से डायलिसिस से गुजर रहे थे. करीब 23 साल पहले उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी.

विवादों से घिरा रहा करियर 

खेल से संन्‍यास लेने के बाद उन्‍होंने कोचिंग में अपना करियर आगे बढ़ाया. वह पहले मोहन बागान के साथ कोच के रूप में जुड़े और फिर ईस्ट बंगाल के सबसे सफल कोच बने. उनके कोच रहते हुए ईस्ट बंगाल ने 2003 में आसियान कप का खिताब जीता था. उन्हें कोलकाता मैदान का ‘जोस मारिन्हो’ कहा जाता था.

महिला टीम के लॉकर रूम में मिले छिपे हुए कैमरे, खेल जगत में खलबली

Womens Asian Cup: ईरान से ड्रॉ खेला, फिर भी महिला टीम ने जीता पूर्व कप्तान का दिल

भौमिक ने 19 साल की उम्र में राजस्थान क्लब से अपने करियर की शुरुआत की. इस राइट विंगर ने ‘ड्रिबलिंग’ ने अपने कौशल के कारण एक दशक तक राष्ट्रीय फुटबॉल में अपना दबदबा बनाये रखा. उन्होंने 1971 में मर्डेका कप में फिलीपींस के खिलाफ हैट्रिक बनायी थी. उनका करियर विवादों से भी घिरा रहा, क्योंकि 2005 में रिश्वत के मामले में दोषी पाये जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था.

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भारत के पूर्व फुटबॉलर का निधन, एशियन गेम्‍स में देश को दिलाया था मेडल

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