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पिता का टूटा सपना, बच्चों को देख फिर जगी उम्मीद, कम उम्र में तीनों भाई-बहन बने बास्केटबॉल के स्टार

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तरुण सोनी बताते हैं कि उनकी दोनों बेटियों के लिए हरियाणा और छत्तीसगढ़ के कोच ने भी ऑफर दिया है. तीनों का सपना है कि वह देश के लिए खेलकर ना केवल अपने जिले बल्कि अपने राज्य का नाम ऊंचा करें.

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तीनों

तीनों भाई बहन की फोटो

हाइलाइट्स

  • तरुण सोनी के तीनों बच्चे नेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं.
  • झारखंड की टीम में खेलते हैं निशा, लुभाशी और अभिषेक सोनी.
  • तरुण सोनी के बच्चों को हरियाणा और छत्तीसगढ़ से भी ऑफर मिला.

बाड़मेर. एक पिता कभी खुद बास्केटबॉल का इंटरनेशनल खिलाड़ी बनना चाहते था लेकिन एक सड़क दुर्घटना की वजह से उनके सपने अधूरे रह गए. ऐसे में अब एक पिता अपनी दो बेटियों और एक बेटे को इंटरनेशनल बास्केटबॉल के लिए तैयार कर रहा है.

खुद को नेशनल बास्केटबॉल के मैदान में खेलते देखने के सपने को सड़क दुर्घटना में टूटने के बाद तरुण सोनी ने अपने ख्वाबो को अपने बच्चों की आंखों में सजाया है. आज तरुण के तीनों बच्चें जब नेशनल मैदान में उतरते है तो पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. पिता तरुण कुमार बताते हैं कि पसली की हड्डी टूट जाने से उसके कदम रुके लेकिन दो बेटियों और बेटे ने उनके सपने को साकार कर दिया है.

झारखंड की टीम का हैं हिस्सा
भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर की निशा सोनी, लुभाशी सोनी और उसके भाई अभिषेक सोनी झारखंड के लिए बास्केटबॉल के नेशनल खिलाड़ी है. इनके पिता तरुण सोनी को तीनों की सफलता पर बेहद खुशी है. झारखंड से खेलने के सवाल पर तीनों खिलाड़ी बताते हैं कि उनके खेल को झारखंड के कोच ने बेहद पसंद किया और यही वजह है कि आज वह तीनों झारखंड की टीम का हिस्सा हैं.

हरियाणा और छत्तीसगढ़ से भी मिला ऑफर
कांट्रेक्टर पिता सुबह से ही तीनों की ट्रेनिंग में साथ कोट पर पसीना बहाते नजर आते हैं. निशा सोनी जयपुर में अपनी पढ़ाई कर रही हैं वहीं लुभाशी सोनी और उसका भाई अभिषेक सोनी बाड़मेर में स्कूली शिक्षा ले रहे हैं. तीनों ने अब तक कई स्टेट गेम्स में भाग लिया है. निशा सोनी बीते दिनों भावनगर गुजरात में आयोजित 74 वी सीनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप में झारखंड की तरफ से मैदान में उतरी थी वहीं लुभाशी सोनी 14वीं सब जूनियर चैंपियनशिप में हैदराबाद में झारखंड की गर्ल्स टीम का हिस्सा थी. अभिषेक सोनी ने इसी प्रतियोगिता में झारखंड की बॉयज टीम की तरफ से हरियाणा, छत्तीसगढ़ और केरला की टीम को मात दी थी.

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फ्रेंच बॉक्सिंग में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दम दिखाएंगी चम्पारण की बेटियां, 18 देश के खिलाड़ियों से होगी भिड़ंत

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अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले से जिन तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है, उसमें बिहार की कुछ खिलाड़ी भी शामिल हैं.

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प्रतीकात्मक

प्रतीकात्मक तस्वीर 

पश्चिम चम्पारण:- 9 फरवरी 2025 से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छठवीं स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग एशियन चैंपियनशिप का आयोजन होने वाला है. इस चैंपियनशिप में भारत सहित एशिया महादेश के कुल 18 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं. अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस चैंपियनशिप के लिए भारत से कुल 54 खिलाड़ियों का चयन किया गया है, जिसमें सिर्फ बिहार के कुल 24 खिलाड़ियों के नाम हैं.

बड़ी बात यह है कि सूबे से भारतीय टीम के लिए चयनित इन खिलाड़ियों में पश्चिम चम्पारण जिले के भी तीन खिलाड़ियों की भागीदारी दर्ज की गई है. इनमें दो महिलाएं और एक पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं. चयनित खिलाड़ी 9 फरवरी से 12 फरवरी तक दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अपने प्रतिद्वंदियों से लोहा लेंगे. जीतने वाले को उनके रैंक के अनुसार गोल्ड, सिल्वर और ब्रोंज मेडल दिया जाएगा, जो उनके सुनहरे भविष्य में चार चांद लगाएंगे.

अंतर्राष्ट्रीय के लिए जिले से तीन खिलाड़ियों का चयन
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले से जिन तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है, उनमें बेतिया के चरागाहा निवासी चंदन कुमार पटेल की 12 वर्षीय पुत्री करुणा कुमारी पटेल, गौनाहा प्रखंड के डुमरिया गांव निवासी शिवदयाल राय की पुत्री रुबीना कुमारी राय और नरकटियागंज के रमाशंकर जायसवाल के पुत्र श्रेयश जायसवाल शामिल हैं. खिलाड़ी करुणा और श्रेयश जहां अंडर 14 की कैटिगरी में लड़ने वाले हैं, वहीं खिलाड़ी रुबीना सीनियर प्लेयर की कैटिगरी में अपना दम दिखाने वाली हैं.

मार्शल आर्ट और फ्रेंच बॉक्सिंग के माहिर खिलाड़ी
बड़ी बात यह है कि चम्पारण के ये तीनों खिलाड़ी फ्रेंच बॉक्सिंग में माहिर हैं. संसाधनों के घोर अभाव में भी उन्होंने खुद को इतना बेहतर बना लिया है कि दूसरों के लिए इनका मुकाबला करना बहुत मुश्किल हो सकता है. करुणा के पिता चंदन पटेल बताते हैं कि करुणा 7 वर्ष की उम्र से खुद को फ्रेंच बॉक्सिंग में निखार रही है. उसने राज्य स्तरीय फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड तथा राष्ट्र स्तरीय फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर अपने नाम किया है. इसी प्रकार रुबीना ने भी राज्य तथा राष्ट्र स्तरीय मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में गोल्ड तथा अंतर्राष्ट्रीय मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में सिल्वर अपने नाम किया है. अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने छठवीं स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग एशियन चैंपियनशिप के लिए भी भारतीय टीम में अपनी जगह बना ली है.

ये भी पढ़ें:- अगले 48 घंटे पूर्णिया के लोगों के लिए भारी, सुबह और शाम घने कोहरे के साथ कपकपी, ऐसा रहेगा मौसम

चीन, पाकिस्तान सहित 18 देशों के खिलाड़ी लेंगे हिस्सा
स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग एसोसिएशन पश्चिम चम्पारण के अध्यक्ष संदीप कुमार राय Local 18 को बताते हैं कि 9 फरवरी को आयोजित होने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन, थाईलैंड, जापान, कोरिया और श्रीलंका सहित कुल 18 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे.

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चम्पारण की बेटियां इस खेल में दिखाएंगी दम, 18 देश के खिलाड़ियों से होगी भिड़ंत

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फ्रेंच बॉक्सिंग में दम दिखाएंगी चंपारण की बेटियां, चीन-पाकिस्तान समेत 18 देशों के खिलाड़ियों से होगी भिड़ंत

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French Boxing Asian Championship : फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन दिल्ली में 09 फरवरी से किया जाएगा. इसमें चीन-पाकिस्तान के साथ-साथ 18 अन्य देश भी भाग लेंगे. इसमें बिहार के पश्चिम चंपारण की बेटियां भी दमखम…और पढ़ें

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पश्चिम चम्पारण. 9 फरवरी 2025 से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छठवीं स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग एशियन चैंपियनशिप का आयोजन होने वाला है. इस चैंपियनशिप में भारत सहित एशिया महादेश के कुल 18 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं. अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस चैंपियनशिप के लिए भारत से कुल 54 खिलाड़ियों का चयन किया गया है, जिसमें सिर्फ बिहार के कुल 24 खिलाड़ियों के नाम हैं.

बड़ी बात यह है कि सूबे से भारतीय टीम के लिए चयनित इन खिलाड़ियों में पश्चिम चम्पारण ज़िले के भी तीन खिलाड़ियों की भागीदारी दर्ज की गई हैं. इनमें दो महिलाएं तथा एक पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं. चयनित खिलाड़ी 9 फरवरी से 12 फरवरी तक दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अपने प्रतिद्वंदियों से लोहा लेंगे, जितने वाले को उनके रैंक के अनुसार गोल्ड, सिल्वर तथा ब्रोंज़ मेडल दिया जाएगा, जो उनके सुनहरे भविष्य में चार चांद लगाएंगे.

अंतर्राष्ट्रीय के लिए ज़िले से तीन खिलाड़ियों का चयन
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में बिहार के पश्चिम चम्पारण ज़िले से जिन तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है, उनमें बेतिया के चरागाहा निवासी चंदन कुमार पटेल की 12 वर्षीय पुत्री करुणा कुमारी पटेल, गौनाहा प्रखंड के डुमरिया गांव निवासी शिवदयाल राय की पुत्री रुबीना कुमारी राय तथा नरकटियागंज के रमाशंकर जायसवाल के पुत्र श्रेयश जायसवाल शामिल हैं. खिलाड़ी करुणा तथा श्रेयश जहां अंडर 14 की कैटिगरी में लड़ने वाले हैं, वहीं खिलाड़ी रुबीना सीनियर प्लेयर की कैटेगरी में अपना दम दिखाने वाली हैं.

मार्शल आर्ट तथा फ्रेंच बॉक्सिंग के माहिर खिलाड़ी
बड़ी बात यह है कि चम्पारण के ये तीनों खिलाड़ी फ्रेंच बॉक्सिंग में माहिर हैं. संसाधनों के घोर अभाव में भी उन्होंने खुद को इतना बेहतर बना लिया है कि दूसरों के लिए इनका मुकाबला करना बहुत मुश्किल हो सकता है.करुणा के पिता चंदन पटेल बताते हैं कि करुणा 7 वर्ष की उम्र से खुद को फ्रेंच बॉक्सिंग में निखार रही है. उसने राज्य स्तरीय फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड तथा राष्ट्र स्तरीय फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर अपने नाम किया है. इसी प्रकार रुबीना ने भी राज्य तथा राष्ट्र स्तरीय मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में गोल्ड तथा अंतर्राष्ट्रीय मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में सिल्वर अपने नाम किया है. अपनी शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने छठवीं स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग एशियन चैंपियनशिप के लिए भी भारतीय टीम में अपनी जगह बना ली है.

चीन पाकिस्तान सहित कुल 18 देशों के खिलाड़ी लेंगे हिस्सा
स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग एसोसिएशन पश्चिम चम्पारण के अध्यक्ष संदीप कुमार राय बताते हैं कि 9 फरवरी को आयोजित होने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन, थाईलैंड, जापान, कोरिया तथा श्रीलंका सहित कुल 18 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे.

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फ्रेंच बॉक्सिंग में दम दिखाएंगी चंपारण की बेटियां, जानें कितने देश लेंगे भाग

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Australian Open: जोकोविच 11वें खिताब से 2 कदम दूर, ज्वेरेव-सबालेंका भी सेमीफाइनल में, बोपन्ना हारे

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Australian Open 2025: ऑस्ट्रेलियन ओपन में मंगलवार को आर्यना सबालेंका, नोवाक जोकोविच, अलेक्जेंडर ज्वेरव जैसे कई सितारों ने खिताब की ओर कदम बढ़ाए तो कुछ के सपने टूट भी गए. रोहन बोपन्ना अपना मुकाबला हार गए.

Aus Open: जोकोविच 11वें खिताब से 2 कदम दूर, ज्वेरेव-सबालेंका भी सेमीफाइनल में

AUSTRALIAN OPEN: नोवाक जोकोविच और आर्यना सबालेंका सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद.

नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलियन ओपन में मंगलवार को कई सितारों ने खिताब की ओर कदम बढ़ाए तो कुछ के सपने टूट भी गए. पुरुष सिंगल्स में नोवाक जोकोविच और अलेक्जेंडर ज्वेरव भी सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं. जोकोविच ने 12वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. वे यहां 10 बार चैंपियन रह चुके हैं. महिला सिंगल्स में आर्यना सबालेंका क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर लगातार तीसरे खिताब के करीब पहुंच गई हैं. वहीं, रोहन बोपन्ना अपना मुकाबला हार गए और इसके साथ ही ऑस्ट्रेलियन ओपन में भारतीय चुनौती खत्म हो गई.

विश्व की नंबर एक खिलाड़ी आर्यना सबालेंका ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में मंगलवार को एक और जीत दर्ज की. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अनास्तासिया पावलुचेंकोवा को 2-6, 6-2, 6-3 से हराया. अब वे मेलबर्न पार्क में लगातार 19 मैच जीत चुकी हैं. सेमीफाइनल में उनका मुकाबला अपनी दोस्त और 11वीं वरीयता प्राप्त पाउला बडोसा से होगा. पाउला बडोसा ने तीसरी वरीयता प्राप्त कोको गॉफ को 7-5, 6-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई.

हिंगिस का रिकॉर्ड बराबर कर सकती हैं सबालेंका
आर्यना सबालेंका अगर इस बार भी चैंपियन बनती है तो फिर वे ऑस्ट्रेलियाई ओपन के महिला सिंगल्स में मार्टिना हिंगिस के बाद खिताबी हैट्रिक बनाने वाली पहली खिलाड़ी बन जाएंगी. हिंगिस ने 1997 से 1999 तक यह कारनामा किया था.

नोवाक ने पहला सेट हारकर भी जीता मैच 
37 साल के नोवाक जोकोविच ने पुरुष सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में 21 साल के कार्लोस अल्कारेज को हराया. सर्बिया के जोकोविच ने पहला सेट हारने के बाद शानदार वापसी की और 4-6, 6-4, 6-3, 6-4 से मैच जीता. ये चारों ही सेट एक-एक घंटे से ज्यादा देर तक चले. 247 मिनट के इस मुकाबले में कई रैलियां बेहद लंबी रहीं. एक अन्य क्वार्टर फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त अलेक्जेंडर ज्वेरेव ने अमेरिका के टॉमी पॉल को हराया. जर्मनी के ज्वेरेव ने रैंकिंग में 12वें स्थान पर काबिज पॉल को 3 घंटे 28 मिनट मुकाबले में 7-6, 7-6, 2-6, 6-1 से मात दी.

बोपन्ना-शुआई झांग की जोड़ी हारी 
भारत के रोहन बोपन्ना और शुआई झांग की जोड़ी मिक्स्ड डबल्स के क्वार्टर फाइनल में उतरी. इंडो-चीनी जोड़ी को स्थानीय वाइल्ड कार्ड जॉन पीयर्स और ओलिविया गैडेकी की जोड़ी के खिलाफ सुपर टाईब्रेक में मैच प्वाइंट भुनाने में नाकाम रहने के बाद टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा. बोपन्ना और झांग की जोड़ी किआ एरेना में एक घंटे आठ मिनट तक चले मुकाबले में 6-2, 4-6, 9-11 से हार गई. इस हार के साथ ही साल के पहले ग्रैंड स्लैम में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई. बोपन्ना पहले ही पुरुष डबल्स से बाहर हो गए थे. सिंगल्स में सुमित नागल, डबल्स में युकी भांबरी और एन श्रीराम बालाजी सहित भारत के सभी खिलाड़ी अलग-अलग राउंड में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं. (इनपुट भाषा)

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Aus Open: जोकोविच 11वें खिताब से 2 कदम दूर, ज्वेरेव-सबालेंका भी सेमीफाइनल में

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