Internattional
नॉर्थ सी में अमेरिकी और पुर्तगाली जहाज की टक्कर से भीषण आग

Last Updated:
नॉर्थ सी में अमेरिकी लॉजिस्टिक्स कंपनी क्राउली का जहाज स्टेना इमैक्युलेट पुर्तगाली कंटेनर सोलोंग से टकरा गया, जिससे भीषण आग लग गई. 37 लोगों को बचाया गया, एक अस्पताल में है. आग बुझाने की कोशिश जारी है.

जब बीच समंदर लग गई दो जहाजों में आग.
हाइलाइट्स
- नॉर्थ सी में दो जहाज टकरा गए हैं. इसके बाद तेल से भरे जहाज में आ लग गई.
- जेट ईंधन लेकर जा रहा अमेरिकी जहाज पुर्तगाली कंटेनर सोलोंग से जा टकराया.
- अभी तक 37 लोगों को बचाया जा चुका है, कई लोगों की हालत चिंताजनक.
नॉर्थ सी में दो जहाज टकरा गए हैं. इसके बाद तेल से भरे जहाज में आ लग गई. और टैंकर धू-धू कर जलने लगे. एक जहाज अमेरिकी लॉजिस्टिक्स कंपनी क्राउली का स्टेना इमैक्युलेट है जो जेट ईंधन लेकर जा रहा था. तभी सामने से आ रहे पुर्तगाली ध्वज वाले कंटेनर सोलोंग से जा टकराया. इसके बाद तेल लेकर जा रहे जहाज में भीषण आग लग गई. समंदर में ऊंची-ऊंची आग की लपटें उठने लगीं. इस जहाज पर सैकड़ों लोग सवार थे. अभी तक 37 लोगों को बचाया जा चुका है. उनकी हालत के बारे में अभी भी पूरी जानकारी नहीं मिली है.
जहाज के मालिक ने कहा, पूर्वी यॉर्कशायर तट पर हुई टक्कर के बाद जेट ईंधन उत्तरी सागर में फैल रहा है. स्थानीय सांसद ग्राहम स्टुअर्ट ने बताया कि एक व्यक्ति अस्पताल में है, जबकि दोनों दलों के 36 अन्य लोग सुरक्षित हैं और उनका पता लगा लिया गया है. वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें टैंकर से विशाल आग का गोला और घना धुआं निकलता हुआ दिखाई दे रहा है.
अमेरिका का खास जहाज
टक्कर उस वक्त हुई जब स्टेना इमैक्युलेट लंगर डाले हुए था, तभी पीछे से आकर पुर्तगाली जहाज ने टक्कर मार दी. यह जहाज उन 10 जहाजों में से एक है जिसका इस्तेमाल अमेरिकी सेना संघर्ष या आपात स्थिति के दौरान ईंधन ले जाने के लिए करती है. फ्लोरिडा स्थित कंपनी ने एक बयान में कहा, टक्कर के कारण आग लग गई और ईंधन निकलने की सूचना मिली. स्टेना इमैकुलेट के चालक दल ने जहाज पर कई विस्फोटों के बाद जहाज को छोड़ दिया. सभी क्रॉली नाविक पूरी तरह से सुरक्षित हैं. यह जेट ईंधन अमेरिकी सरकार का था. अमेरिकी वायु सेना के ब्रिटेन में कई अड्डे हैं. वहां पर इन्हें रखना था.
आग बुझाने की कोशिश जारी
हंबरसाइड से एक कोस्टगार्ड हेलीकॉप्टर घटनास्थल पर है. साथ ही, एक कोस्टगार्ड विमान और आग बुझाने वाले जहाज भी मदद कर रहे हैं. लाइफबोट भी भेजी गई हैं. हमें अभी पता चला है कि पिछली घटना के बाद केवल एक चालक दल का सदस्य अस्पताल में है. स्थानीय कार्यकर्ता नियाल स्टीवेन्सन ने बीबीसी को बताया कि उन्होंने आज सुबह 09:30 GMT के बाद “बहुत सारी एम्बुलेंस” और खोज एवं बचाव दल को आते देखा. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर आठ या नौ एम्बुलेंस और कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे. उन्होंने आगे कहा, यह पूरी तरह से हाथ पर हाथ धरे बैठने जैसी स्थिति थी.
March 10, 2025, 21:37 IST
जब बीच समंदर लगी आग, धू-धू कर जल उठे तेल से भरे टैंकर, टेंशन में आए कई देश
Internattional
डोनाल्ड ट्रंप का कांग्रेस संबोधन: ट्रेड वार और यूक्रेन सहायता पर चर्चा
Donald Trump address to Congress: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने 44 दिनों के कार्यकाल की उपलब्धिया गिनाई. साथ ही पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन को अमेरिका का सबसे खराब राष्ट्रपति करार दिया. इस दौरान चीन, कनाडा, मैक्सिको के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों के साथ शुरू ट्रेड वार पर चर्चा की. ट्रंप अपने संबोधन में यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता को रोकने की भी घोषणा करने वाले हैं.
डोनाल्ड ट्रंप पर बरसे ट्रूडो, बोले- पुतिन को खुश करने में लगे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को अमेरिकी टैरिफ को बेहद मूर्खतापूर्ण बताया और कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा के खिलाफ व्यापार युद्ध शुरू करते हुए रूस को खुश कर रहे हैं. ट्रूडो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कनाडा ट्रंप के 25 प्रतिशत शुल्क के जवाब में 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी शुल्क लगाएगा. उन्होंने कहा कि आज अमेरिका ने अपने सबसे करीबी साथी और सहयोगी कनाडा खिलाफ व्यापार युद्ध शुरू कर दिया. साथ ही, वे रूस के साथ सकारात्मक रूप से काम करने, झूठ बोलने वाले हत्यारे तानाशाह व्लादिमीर पुतिन को खुश करने की बात कर रहे हैं.
Donald Trump Speech: ट्रंप का दावा- पुतिन ने संकेत दिया है कि वह यूक्रेन के साथ युद्ध खत्म करना चाहते हैं
Donald Trump Speech: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्हें रूस से मजबूत संकेत मिले हैं कि वह शांति के लिए तैयार है. साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उन्हें पत्र लिखकर कहा है कि उनका देश वार्ता की मेज पर आने और खनिज एवं सुरक्षा संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि मैं यूक्रेन में जारी भीषण संघर्ष को समाप्त कराने के लिए भी अथक प्रयास कर रहा हूं. इस भीषण और क्रूर संघर्ष में लाखों यूक्रेनी और रूसी बेवजह मारे गए या घायल हुए हैं. इसका कोई अंत नजर नहीं आ रहा है.
Donald Trump Speech: ट्रंप का दावा- अंडे की कीमत बाइडन के कारण बढ़ी
Donald Trump Speech: पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने यह दावा किया कि बाइडन ने अंडे की कीमतों को नियंत्रण से बाहर जाने दिया. असल में, अंडे की कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण एवियन फ्लू (पक्षी फ्लू) था, जिसकी वजह से पूरे देश में पक्षियों के झुंड को मारने की जरूरत पड़ी. यह कदम बाइडन प्रशासन के दौरान उठाया गया था, लेकिन ट्रंप प्रशासन में भी यह जारी रहा क्योंकि एवियन फ्लू का असर बढ़ता रहा. जब बाइडन ने कार्यभार संभाला था, तब अंडों की कीमत औसतन 1.47 डॉलर थी. जनवरी 2023 तक यह कीमत 4.82 डॉलर तक पहुंच गई थी, यानी 228% की बढ़ोतरी. बाइडन के कार्यकाल के अंत तक, जनवरी 2024 में यह कीमत 4.95 डॉलर तक पहुंच गई थी.
Donald Trump Speech: ट्रंप ने पाकिस्तान का धन्यवाद किया, आखिर क्या मामला
Donald Trump Speech: चार साल पहले अफगानिस्तान में जिस शख्स ने अमेरिका को दर्द दिया था, उसे ट्रंप की सरकार ने ढूंढ निकाला है. 2021 काबुल धमाकों के जिम्मेदार आतंकी को अमेरिका ने अपने कब्जे में ले लिया है. इसकी घोषणा डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में की. डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार रात अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट धमाके के जिम्मेदार आतंकी को अमेरिका ने पकड़ लिया है. उसे अमेरिका लाया जा रहा है. 2021 में हुए इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान को शुक्रिया कहा है. अब सवाल है कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान का धन्यवाद क्यों किया?
डोनाल्ड ट्रंप का दावा गलत, पेरिस जलवायु समझौते के तहत केवल 5.8 बिलियन डॉलर आवंटित हुए
डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को खरबों डॉलर का नुकसान नहीं हुआ. यह दावा गलत है. पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पदभार संभालने के बाद अंतरराष्ट्रीय जलवायु वित्त पोषण के लिए हर वर्ष 11.4 बिलियन डॉलर का भुगतान करने का वचन दिया था. हालांकि, वैश्विक वित्त लक्ष्य के लिए अमेरिका का योगदान बहुत कम रहा, क्योंकि कांग्रेस ने कम धन आवंटित किया. बाइडेन के विदेश विभाग ने घोषणा की कि उसने 2022 तक अंतरराष्ट्रीय जलवायु वित्त पोषण के लिए 5.8 बिलियन डॉलर आवंटित किए हैं. अमेरिकी जलवायु वित्त योगदान कभी भी खरबों डॉलर तक नहीं पहुंचा है.
Donald Trump address to Congress: ट्रंप ने की घोषणा- जेलेंस्की व्यापक शांति के लिए तैयार
Donald Trump address to Congress: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में इसकी पुष्टि की कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उन्हें पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने व्यापक शांति के लिए तैयार रहने की बात कही है. जेलेंस्की ने इस पत्र में कहा कि अमेरिका के नेतृत्व में यूक्रेन शांति को राजी है. अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने 350 बिलियन डॉलर यूक्रेन में खर्च किया, जबकि यूरोप ने 100 बिलियन डॉलर खर्च किया. उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन में लाखों लोगों की मौत को रोकने के लिए काम कर रहे हैं.
Donald Trump address to Congress: भारत हम पर ज्यादा टैरिफ चार्ज करता है
Donald Trump address to Congress: डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 2 अप्रैल से जो देश जितना टैरिफ लगाएगा हम उन पर उतना ही टैक्स लगाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं चाहता था एक अप्रैल से करूं, लेकिन एक अप्रैल से नहीं किया क्यों एक अप्रैल ‘अप्रैल फूल’ डे है. उन्होंने भारत का नाम लेकर कहा कि भारत हम पर ज्यादा टैरिफ चार्ज करता है. वह कई चीजों पर 100 फीसदी से अधिक टैरिफ चार्ज करता है.
Donald Trump address to Congress: हम ब्यूरोक्रेसी को अमेरिका में कम करेंगे, और असल लोकतंत्र की बहाली करेंगे
Donald Trump address to Congress: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि हम ब्यूरोक्रेसी को अमेरिका में कम करेंगे, और असल लोकतंत्र की बहाली करेंगे. उन्होंने कहा कि इलेक्टेड ब्यूरोक्रेट का वक्त अमेरिका में खत्म हो गया है. अमेरिकी नागरिकता खरीदने के लिए 5 मिलियन डॉलर देने होगा दुनिया के लोगो को. बाइडन के फालतू सरकारी खर्च को कम करने के लिए एलन मस्क कम कर रहे हैं.
Donald Trump address to Congress: यूक्रेन के साथ संभावित मिनरल डील को लेकर ट्रंप ने कही ये बात
Donald Trump address to Congress: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण और दुर्लभ खनिजों के घरेलू उत्पादन की योजना की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह के अंत में, मैं अमेरिका में महत्वपूर्ण खनिज और दुर्लभ पृथ्वी तत्वों के उत्पादन को नाटकीय रूप से बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाऊंगा. उनकी इस घोषणा को यूक्रेन के साथ संभावित मिनरल डील से देखकर देखा जा रहा है. ग्रेफाइट, लिथियम, यूरेनियम और 17 रासायनिक तत्व जिन्हें रेयर अर्थ कहा जाता है, आर्थिक विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वच्छ ऊर्जा तकनीक, जैसे पवन टर्बाइन, ऊर्जा नेटवर्क और इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ कुछ हथियार प्रणालियों के उत्पादन के लिए आवश्यक हैं.
Donald Trump address to Congress: मैंने 100 एक्जीक्यूटिव आदेश पर हस्ताक्षर किए
Donald Trump address to Congress: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पिछले छह हफ्ते में मैंने 100 एक्जीक्यूटिव आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. अवैध सीमा क्रॉसिंग के खिलाफ मैंने दक्षिणी सीमाओं पर राष्ट्रीय इमरजेंसी घोषित किया. हर एक नए कानून बनने पर मैंने 10 पुराने कानून खत्म करने का आदेश दिया हैं. मैंने मैक्सिको की खाड़ी को अमेरिकी खाड़ी नाम दिया है. अमेरिका में फ्री स्पीच की वापसी हुई है, सरकारी सेंसरशिप को मैंने खत्म किया है.
Donald Trump address to Congress: अमेरिका के सपने को कोई नहीं रोक सकता, बाइडेन सबसे खराब राष्ट्रपति थे
Donald Trump address to Congress: अमेरिका के अच्छे दिन शुरू
Donald Trump address to Congress: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि छह सप्ताह पहले जब उन्होंने कैपिटोल में प्रवेश किया तो अमेरिका से सुनहरे दिनों की शुरुआत हो गई. इसके बाद कई अहम फैसले लिए गए. अमेरिका तेजी से आगे बढ़ रहा है.
Donald Trump Address Live: डोनाल्ड ट्रंप का भाषण शुूरू, होने वाली हैं कई अहम घोषणाएं
Donald Trump Address Live: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भाषण शुरू हो गया है. राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद यह उनका पहला भाषण है. इस दौरान वह कई अहम घोषणाएं करने वाले हैं.
जस्टिन ट्रूडो ने दी धमकी- अमेरिका के सामने कभी नहीं झुकेगा कनाडा
इस बीच कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि अमेरिका ने हमारे साथ ट्रेड वार शुरू कर दिया है. उस कनाडा के खिलाफ जो उसका सबसे करीबी साझेदार था और सहयोगी था. हम उसके सबसे करीबी मित्र हैं. लेकिन, कनाडा भी अब चुप नहीं बैठेगा. हम इस जंग से पीछे नहीं हटेंगे. खासकर तब जब हमारे देश के भविष्य की बात हो.
Donald Trump address to Congress: वाइट हाउस में मौजूद रहेंगे एलन मस्क
Donald Trump address to Congress: डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के दौरान उनके सबसे खास करीबी एलन मस्क वाइट हाउस के गेस्ट बॉक्स में मौजूद रहेंगे. इस वक्त मस्क राष्ट्रपति के सबसे करीबी लोगों में शामिल हैं. वह ट्रंप प्रशासन में सबसे प्रभावी व्यक्ति माने जाते हैं. हालांकि उनके कामकाज पर अमेरिका में विवाद भी हो रहा है.
Donald Trump Address Live: यूक्रेन के साथ मिनरिल डील की घोषणा कर सकते हैं ट्रंप
Donald Trump Address Live: अमेरिकी राष्ट्रपति अपने संबोधन में यूक्रेन के साथ मिनरल डील की घोषणा कर सकते हैं. बीते दिनों यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के अमेरिका दौरे के दौरान हुई खटपट के बीच यह डील काफी अहम मानी जा रही है. जेलेंस्की ने शुरू में बिना सुरक्षा गारंटी ऐसी कोई डील नहीं करने की बात कही थी. हालांकि बाद में जेलेंस्के के तेवर नरम पड़ गए हैं.
Internattional
अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट हमले के मास्टरमाइंड शरीफुल्लाह को पकड़ा

Last Updated:
US News: अमेरिका ने 2021 काबुल एयरपोर्ट बम विस्फोट के जिम्मेदार आतंकी शरीफुल्लाह उर्फ जफर को पकड़ा है. पाकिस्तान की मदद से अफगानिस्तान में सीक्रेट ऑपरेशन कर उसे गिरफ्तार किया गया.

अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट हमले के मास्टरमाइंड शरीफुल्लाह को पकड़ा. अब्दुल रहमान अल लोगारी ने आत्मघाती हमला किया था.
हाइलाइट्स
- काबुल एयरपोर्ट बम विस्फोट का मास्टरमाइंड शरीफुल्लाह गिरफ्तार.
- पाकिस्तान की मदद से अफगानिस्तान में सीक्रेट ऑपरेशन कर उसे पकड़ा गया.
- शरीफुल्लाह ने 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत में मुख्य भूमिका निभाई थी.
US News: अमेरिका को उसका वह दुश्मन मिल गया है, जिसे वह चार साल से ढूंढ रहा था. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि काबुल एयर पोर्ट के बाहर 2021 में हुए एक घातक आत्मघाती बम विस्फोट के मास्टरमाइंड को पकड़ लिया गया है. अब उसे अमेरिका लाया जा रहा है. इस्लामिक स्टेट के उस आतंकवादी को पकड़ने में पाकिस्तान ने मदद की है. जी हां, अमेरिकी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने अफगानिस्तान में एक सीक्रेट ऑपरेशन किया. इस दौरान आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के उस आतंकी को अरेस्ट कर लिया, जिसने 2021 में अमेरिका को खून के आंसू रुलाए थे. उसके साथ अमेरिका ने दो और आतंकियों को हिरासत में लिया है. ट्रंप ने कांग्रेस को अब तक एक आतंकी के प्रत्यर्पण की जानकारी दी है. जिस आतंकी को अमेरिका प्रत्यर्पित कर ला रहा है, उसकी पहचान शरीफुल्लाह उर्फ जफर के तौर पर की गई है.
शरीफुल्लाह उर्फ जफर ने 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत में मुख्य भूमिका निभाई थी. उसे अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने दो हफ्ते पहले ही जेल से रिहा किया था. जेल में ही काबुल एयरपोर्ट विस्फोट में शामिल आत्मघाती हमलावर समेत कई आकाओं से उसकी दोस्ती हुई थी. जेल से बाहर आते ही उसने अमेरिकी सैनिक दस्तों की निगरानी शुरू कर दी थी. शरीफुल्ला उर्फ जफर साल 2016 में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की एक शाखा खुरासन में भर्ती हुआ था.
शरीफुल्लाह का एक और नाम जफर भी है. अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों और तत्कालीन अफगान सरकार ने उसे आतंकवादक आरोप में साल 2019 में पकड़कर अफगानिस्तान की जेल में बंद कर दिया था. जेल में रहने के दौरान ही उसकी मुलाकात आतंक के अनेक आकाओं से हुई थी, जो इस्लामिक स्टेट समेत अन्य आतंकी दस्तों में शामिल थे. इनमें वह आत्मघाती हमलावर भी शामिल था, जिसने काबुल एयरपोर्ट पर हमला किया था.
कैसे शरीफुल्लाह ने अमेरिका को रुलाया
साल 2021 में जब अमेरिकी सेना अफगानिस्तान से वापस लौट रही थी, उसके दो सप्ताह पहले ही तालिबान ने आतंकवाद के अनेक आकाओं को जेल से रिहा कर दिया था. उनमें शरीफुल्लाह भी शामिल था. शरीफुल्लाह जैसे ही जेल से बाहर आया, तुरंत उससे आतंकी संगठन के लोगों ने संपर्क किया. उसे काम पर लग जाने के लिए कहा. उसे अमेरिकन सैनिक दस्तों की निगरानी का काम सौंपा गया था. शरीफुल्लाह उसके आतंकी आकाओं ने कहा था कि वह एक आत्मघाती हमलावर के लिए हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक ऐसा स्थान ढूंढे, जहां से अगर वह प्रवेश करे तो किसी को बहुत ज्यादा शक ना हो.
शरीफुल्लाह इलाके का जानकार था
इसके बाद शरीफुल्लाह काम पर लग गया. शरीफुल्लाह उस इलाके का गहन जानकार था. उसने काफी खोजबीन के बाद एक ऐसा रास्ता खोज निकाला, जहां से अंदर जाने पर आत्मघाती हमलावर के ऊपर सुरक्षा बलों को शक ना हो. इसके लिए उसने बाकायदा वहां मौजूद सुरक्षा बलों की चौकियों और अमेरिकी सेना के दस्तों का भी विशेष रूप से आकलन किया. उसके बाद उसने वह रास्ता अपने आतंकवादी आकाओं को बता दिया. उसके बाद उसे तत्काल उस इलाके से दूर जाने के लिए कहा गया.
शरीफुल्लाह की वजह से ही आतंकी हमला हुआ
दिलचस्प तथ्य यह भी है कि शरीफुल्लाह ने जो रास्ता खोजा था, वह आतंकियों के लिए काम कर गया. वास्तव में शरीफुल्लाह के बताए रास्ते पर जब आत्मघाती हमलावर काली जैकेट पहन कर आगे गया तो उस पर अमेरिकी सेना के लोगों को ज्यादा शक नहीं हुआ.अमेरिका खुफिया विभाग की आधिकारिक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि शक ना होने के कारण वहां मौजूद सैन्य अधिकारियों ने अपने स्नाइपर को उसे जगह से दूर रहने को कहा था. इसी के चलते आत्मघाती हमलावर अब्दुल रहमान अल लोगारी वहां तक पहुंच गया और उसने जोरदार धमाका किया. इसमें 13 अमेरिकी सैनिकों समेत अनेकों अफगान नागरिकों की मौत हो गई.
क्या है शरीफुल्लाह की क्राइम कुंडली
अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि शरीफुल्लाह इसके पहले भी अनेक आतंकी गतिविधियों और अपराधों में शामिल था. उसने साल 2016 में काबुल में अमेरिकी दूतावास पर हमले के लिए निगरानी की थी. इस निगरानी के दौरान उसने सटीक जानकारी दी थी कि किस समय सुरक्षाकर्मियों का दस्ता बदलता है. इसके साथ ही उसने एक हमलावर को वहां तक पहुंचाने का काम भी किया था. इसके अलावा उसने नाइट क्लब समेत सरकारी संस्थानों पर हमला करने वाले आतंकवादियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी. इसमें मास्को नाइट क्लब हमला भी शामिल है. फिलहाल अमेरिका ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ के बाद आतंक के और कई बड़े राज पर्दाफाश हो सकते हैं.
Delhi,Delhi,Delhi
March 05, 2025, 13:45 IST
कौन है वह आतंकी, जिसे ट्रंप ने ‘पाताल’ से ढूंढ निकाला, जानिए क्राइम कुंडली
Internattional
अमेरिका में डेसिग्नेटेड सर्वाइवर: राष्ट्रपति पद का गुप्त उत्तराधिकारी.

Last Updated:
US Designated Survivor: डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए भी ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना गया था. ये वो शख्स होता है जो आपात स्थिति में राष्ट्रपति पद संभालता है. इसका नाम गोपनीय रखा जाता है. यह परंपरा शीत…और पढ़ें

डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ वो शख्स होता है जो आपात स्थिति में राष्ट्रपति पद संभालता है.
हाइलाइट्स
- ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ आपात स्थिति में राष्ट्रपति बनता है
- ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ का नाम गोपनीय रखा जाता है
- अमेरिका में यह परंपरा शीत युद्ध के दौरान शुरू हुई थी
US Designated Survivor: डोनाल्ड ट्रंप ने जब 20 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली तो उनके नए प्रशासन के सभी लोग वहां मौजूद नहीं थे. शपथ ग्रहण समारोह और स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस (सालाना भाषण) जैसे आयोजनों के लिए एक ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना जाता है. यह व्यक्ति, आमतौर पर राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल का कोई व्यक्ति होता है, जिसे कार्यक्रम में शामिल न होने के लिए चुना जाता है ताकि, किसी आपात स्थिति में राष्ट्रपति पद का उत्तराधिकार बरकरार रखा जा सके. ये इसलिए किया जाता है कि राष्ट्रपति की मृत्यु या अक्षम होने की स्थिति में उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? वैसे तो उपराष्ट्रपति और सदन के अध्यक्ष सहित लगभग 20 अधिकारियों की सूची है जो राष्ट्रपति पद के उत्तराधिकारी हो सकते हैं. लेकिन ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ उस स्थिति में राष्ट्रपति के पद पर आ सकता है जब वे सभी लोग किसी भयावह घटना में मारे गए हों.
ऐसे बहुत कम मौके होते हैं जब अमेरिका के शीर्ष नेता एक ही कमरे में इकट्ठा होते हैं. आम तौर पर राष्ट्रपति के स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस यानी सालाना भाषण में न केवल राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और कांग्रेस के दोनों सदन बल्कि सुप्रीम कोर्ट के सभी नौ न्यायाधीश और राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल होते हैं. यह कल्पना करना जितना भयानक है, इस तरह के आयोजन के दौरान कैपिटल बिल्डिंग पर टारगेटेड परमाणु हमला या आतंकवादी हमला एक झटके में अमेरिकी संघीय सरकार के लगभग पूरे नेतृत्व को मिटा सकता है.
ये भी पढ़ें- औरंगजेब जब दिल्ली पर करता था राज तो उसकी कब्र औरंगाबाद में क्यों, क्या है उसका हाल?
कैसे चुना जाता है डेसिग्नेटेड सर्वाइवर?
डेसिग्नेटेड सर्वाइवर का चयन राष्ट्रपति और उनके सलाहकारों द्वारा किया जाता है. इसके लिए आमतौर पर कैबिनेट के किसी सदस्य को चुना जाता है, जो संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिए पात्र हो. डेसिग्नेटेड सर्वाइवर की पहचान आमतौर पर सार्वजनिक नहीं की जाती है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. हालांकि, कुछ मामलों में मीडिया या जनता को इसकी जानकारी मिल जाती है. इस व्यक्ति को एक सुरक्षित और गुप्त स्थान पर रखा जाता है, जहां से वह आपातकालीन स्थिति में काम कर सके.
ये भी पढ़ें- क्या है संविधान का अनुच्छेद 19 (1) (ए), जो करता है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार की बात
गुप्त रखा जाता है उसका नाम
शपथ ग्रहण समारोह और स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस आयोजन के लिए ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ का नाम गुमनाम रखा जाता है. आम तौर पर शपथ ग्रहण के लिए निवर्तमान प्रशासन डेसिग्नेटेड सर्वाइवर को चुनता है. 2021 में जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह के लिए चुने गए ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ के नाम का कभी खुलासा नहीं किया गया. 2017 में डोनाल्ड ट्रंप के पिछले शपथ ग्रहण समारोह के लिए, दो ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ थे. एक थे रक्षा सचिव जेह जॉनसन जिन्हें निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चुना था. दूसरे थे सीनेटर ओरिन हैच, जिन्हें ट्रंप ने चुना था.
ये भी पढ़ें– वो समुद्र तट जहां कपड़े पहनकर आने वालों को नहीं मिलेगी एंट्री, जानें क्यों बनाया ये नियम
क्यों शुरू हुई ये परंपरा
‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ की परंपरा शीत युद्ध के दौरान शुरू हुई थी, जब परमाणु हमले का खतरा अधिक था. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर किसी आपदा या हमले में सरकार के सभी उच्च पदाधिकारी मारे जाएं, तो भी देश का नेतृत्व करने के लिए कोई व्यक्ति मौजूद हो. क्योंकि शीत युद्ध के समय सोवियत संघ के साथ तनाव चरम पर था. उस दौर में यह अकल्पनीय नहीं था कि सोवियत संघ परमाणु हथियार से कैपिटल पर निशाना नहीं साधेगा. माना जाता है कि यह परंपरा कम से कम 1960 के दशक से चली आ रही है.
ये भी पढ़ें- Explainer: क्या है ब्लू घोस्ट लैंडर, क्यों भेजा गया वो चंद्रमा पर, क्या करेगा वहां
कब बना था उत्तराधिकार अधिनियम
कांग्रेस ने 1792 में मूल राष्ट्रपति उत्तराधिकार अधिनियम पारित किया, जिसमें उपराष्ट्रपति के बाद सीनेट के अस्थायी अध्यक्ष को नॉमिनेट किया गया. उसके बाद प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष को नॉमिनेट किया गया. इस अधिनियम में 1886 और 1947 में दो बार संशोधन किया गया जब यह उत्तराधिकार के वर्तमान क्रम पर पहुंचा. उपराष्ट्रपति, सदन के अध्यक्ष, सीनेट के अस्थायी अध्यक्ष, उसके बाद राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के सदस्य उसी क्रम में आते हैं जिस क्रम में उनके मंत्रिमंडल के पद बनाए गए थे. जो राज्य सचिव से शुरू होकर रक्षा सचिव के साथ समाप्त होता है.
ये भी पढ़ें- Explainer: वो कौन सा पड़ोसी देश जहां की जेलों में बंद हैं सबसे ज्यादा भारतीय, किन अपराधों में हैं सलाखों के पीछे
कौन कब इसके लिए चुना गया
2023 में, राष्ट्रपति जो बाइडन के स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस के दौरान वाणिज्य सचिव गीना रायमोंडो को ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना गया था. 2016 में, तत्कालीन गृह मंत्री जेह जॉनसन को ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ चुना गया था. यह परंपरा अमेरिकी सरकार की सुरक्षा और उत्तराधिकार सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है. व्हाइट हाउस द्वारा स्वीकार किए गए पहले नॉमिनेटेड ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’शिक्षा सचिव टेरेल बेल थे, जो राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के 1981 में कांग्रेस के संयुक्त सत्र में दिए गए संबोधन में अनुपस्थित थे, लेकिन काफी समय बाद तक बेल की पहचान नहीं हो पाई थी. हालांकि व्हाइट हाउस कभी भी ‘डेसिग्नेटेड सर्वाइवर’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करता. वो उन्हें ‘उपस्थित न होने वाला कैबिनेट सदस्य’ कहता है.
New Delhi,Delhi
March 05, 2025, 16:04 IST
अगर US प्रेसीडेंट समेत मारे जाएं ये लोग? तो राष्ट्रपति बनेगा ये सीक्रेट शख्स
-
Fashion22 hours ago
These ’90s fashion trends are making a comeback in 2017
-
Entertainment22 hours ago
The final 6 ‘Game of Thrones’ episodes might feel like a full season
-
Fashion22 hours ago
According to Dior Couture, this taboo fashion accessory is back
-
Entertainment22 hours ago
The old and New Edition cast comes together to perform
-
Sports22 hours ago
Phillies’ Aaron Altherr makes mind-boggling barehanded play
-
Business22 hours ago
Uber and Lyft are finally available in all of New York State
-
Entertainment22 hours ago
Disney’s live-action Aladdin finally finds its stars
-
Sports22 hours ago
Steph Curry finally got the contract he deserves from the Warriors