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एशियन कप क्वालिफायर्स : सुनील छेत्री की कप्तानी में कंबोडिया पर बड़ी जीत दर्ज करने उतरेगा भारत – asian cup football qualifiers india vs cambodia match preview sunil chhetri will lead team

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AFC Asian Cup Qualifiers: भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने अपने साथियों को आगाह कर दिया है कि अगर वे कंबोडिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो आधी जंग यहीं पर हार जाएंगे. भारतीय टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्त…और पढ़ें

एशियन कप क्वालिफायर्स: भारत का मकसद कंबोडिया पर बड़ी जीत, छेत्री को कमान

सुनील छेत्री एशियन कप क्वालिफायर्स में भारतीय टीम की कमान संभालेंगे. (AFP)

कोलकाता. भारतीय टीम 5वीं बार एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) एशियाई कप फाइनल्स में जगह बनाने की कवायद में बुधवार को कम रैंकिंग वाले कंबोडिया के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने उतरेगी. करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री की कप्तानी में भारत अपने अभियान की शानदार शुरुआत करने की कोशिश करेगा. छेत्री इस मैच में अपना 80वां गोल करने की कोशिश करेंगे. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (188 मैचों में 117 गोल) और लियोनल मेसी (162 मैचों में 86 गोल) दनादन गोल दागे जा रहे हैं. इन दोनों से किसी की तुलना नहीं की जा सकती है लेकिन छेत्री के पास इस टूर्नामेंट में मेसी से आगे निकलने का मौका होगा.

भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में अभी 106वें स्थान पर है जबकि कंबोडिया उससे 65 स्थान नीचे 171वें स्थान पर है. ग्रुप डी में इन दो टीम के अलावा अफगानिस्तान (150) और हांगकांग (147) शामिल हैं. ऐसे में सुनील छेत्री के पास गोल करने के मौके होंगे. छेत्री अपने करियर के अवसान पर हैं और एशियाई कप के लिए क्वालिफाई करना इस 37 वर्षीय कप्तान के लिए विशेष होगा. चीन के हटने के कारण अगला एशियाई कप 2023 के आखिर या 2024 में होगा और ऐसे में छेत्री इसे अपने शानदार करियर का ‘अंतिम किला’ मान सकते हैं.

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छेत्री ने अपने 126वें मैच से पहले इरादे स्पष्ट करते हुए कहा, ‘मैं क्वालिफाई करना चाहता हूं. अगर मैं वहां नहीं रहूंगा, तो मेरा देश होगा. या तो मैं बीयर पीते हुए उदांता को दौड़ लगाते हुए देखूंगा या आप बीयर पी रहे होंगे और मैं वहां दौड़ूंगा.’ इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के क्वालिफाइंग मैचों से पहले भारत का प्रदर्शन अनुकूल नहीं रहा. उसने इससे पहले जो 3 अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच खेले, उन सभी में उसे हार का सामना करना पड़ा. अफगानिस्तान ग्रुप डी के पहले मैच में शाम साढ़े 4 बजे से हांगकांग से भिड़ेगा, जिसके बाद रात 8.30 बजे से भारत और कंबोडिया का मैच खेला जाएगा.

यही नहीं इस बीच उसे इंडियन सुपर लीग की टीम एटीके मोहन बागान से 1-2 से हार मिली जबकि उसने आई लीग ऑल स्टार्स टीम को 2-1 से हराया लेकिन संतोष ट्रॉफी के उप विजेता बंगाल ने उसे 1-1 से ड्रा पर रोका.

भारतीय टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना आखिरी मैच 7 महीने से भी अधिक समय पहले जीता था जब उसने 16 अक्टूबर 2021 को सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में नेपाल को 3-0 से हराया था. हाल के परिणाम इगोर स्टिमक की कोचिंग वाली टीम के लिए बेहद निराशाजनक रहे. छेत्री ने अपने साथियों को आगाह कर दिया है कि अगर वे कंबोडिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो आधी जंग यहीं पर हार जाएंगे.

छेत्री ने कहा, ‘हम पहला मैच उनसे खेल रहे हैं. अगर हम कंबोडिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो इसका मतलब आप अपनी आधी लड़ाई हार गए हैं. अभी तक, हम केवल कंबोडिया के बारे में सोच रहे हैं, जितना संभव हो उतने वीडियो देख रहे हैं. एक बार जब हम यह मैच खेल लेंगे तो फिर अफगानिस्तान के बारे में सोचेंगे. निसंदेह, अफगानिस्तान भी मजबूत है.’

कोच स्टिमक के लिए हाल के दिनों में सबसे बड़ा झटका रहीम अली की चोट रही है, जिन्होंने छेत्री के साथ मिलकर अग्रिम पंक्ति को हमलावर बनाना शुरू कर दिया था. जैसे ही उन्होंने जेजे लालपेखुला के स्थान को भरना शुरू किया उन्हें मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर होना पड़ा. एएफसी कप में हैट्रिक जमाने वाले एटीके मोहन बागान के फॉरवर्ड लिस्टन कोलासो, मनवीर सिंह और उदांता सिंह कुछ विकल्प दे सकते हैं लेकिन अली के गेंद पर नियंत्रण और सटीक पासिंग का मुकाबला करना मुश्किल है. देखना दिलचस्प होगा कि छेत्री इससे कैसे निपटते हैं क्योंकि वे पांचवें एशियाई कप के लिए क्वालिफाई करना चाहते हैं.

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VAR का इस्तेमाल अब भारत में भी होगा, एएफसी महिला एशियन कप में रचा जाएगा इतिहास – video assistant referee technique var to debut in india by afc women asian cup football

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एएफसी महिला एशियन कप (AFC Women Asian Cup) में 30 जनवरी के बाद के मुकाबलों में वीएआर यानी वीडियो असिस्टेंट रेफरी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तरह यह वीएआर तकनीक टूर्नामेंट में डेब्यू करेगी. टूर्नामेंट के दौ…और पढ़ें

VAR का अब भारत में होगा डेब्यू, एएफसी महिला एशियन कप में रच जाएगा इतिहास

एएफसी महिला एशियन कप के दौरान भारत में VAR तकनीक का डेब्यू होगा. (सांकेतिक तस्वीर/ट्विटर)

नई दिल्ली. आगामी एएफसी महिला एशियाई कप (AFC Women Asian Cup) इतिहास रचने को तैयार हैं क्योंकि भारत में पहली बार इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल चरण से वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) का इस्तेमाल किया जाएगा. टूर्नामेंट 20 जनवरी से 6 फरवरी तक मुंबई, नवी मुंबई और पुणे तीन स्थलों पर खेला जाएगा. 30 जनवरी के बाद के मैचों में वीएआर का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तरह यह वीएआर तकनीक टूर्नामेंट में डेब्यू करेगी.

टूर्नामेंट के दौरान 6 वीडियो मैच अधिकारी 7 अलग लाइव कैमरा फीड देख पाएंगे. वीएआर चार वर्गों के फैसलों की समीक्षा कर सकता है जिसमें गोल/नो गोल, पेनल्टी/नो पेनल्टी, सीधे रेड कार्ड और गलत खिलाड़ी को रेड या येलो कार्ड देना शामिल है. इस तकनीक का इस्तेमाल 6 को होने वाले फाइनल तक किया जाएगा. इस तकनीक के लिए कैमरा लगाने की तैयारी संबंधित स्थलों पर शुरू हो चुकी है.

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मैच के दिन स्टेडियम के अलावा रेफरियों के ट्रेनिंग स्थान पर भी इसी तरह का वीएआर ‘सेटअप’ लगाया जाएगा और ‘सिम्यूलेटरर्स’ रेफरियों के लिए उनके होटल में भी उपलब्ध होंगे. एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने कहा कि एएफसी रेफरिंग के उच्चतम मानक सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. इसलिए देश में आधिकारिक रूप से वीएआर को पेश किए जाने से पहले ट्रेनिंग स्थलों और स्टेडियमों में कई तकनीकी परीक्षण किए जा रहे हैं.

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बराबरी का गोल हुआ तो मैदान पर ही भिड़ गए खिलाड़ी, लात-घूंसे तक चले – Video – players violent after the full time whistle of gabon vs ghana watch video

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गैबॉन ने पिछड़ने के बाद अंतिम मिनटों में बराबरी का गोल दागा. मैच की अंतिम सीटी बजने के बाद घाना के स्थानापन्न खिलाड़ी बेंजामिन टेटेह ने गैबॉन के आरोन बौपेन्ड्जा को मुक्का जड़ दिया. इससे जुड़े वीडियो सोशल मीडिया…और पढ़ें

बराबरी का गोल हुआ तो मैदान पर ही भिड़ गए खिलाड़ी, मुक्के तक चले- Video

घाना और गैबॉन के बीच मुकाबले में खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गई. (Video Grab/Twitter)

याउंदे (कैमरून). अफ्रीका कप ऑफ नेशंस फुटबॉल टूर्नामेंट में घाना और गैबॉन के बीच खेले गए मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हो गई. इस दौरान एक खिलाड़ी को मुक्का भी लग गया. इससे जुड़े वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. गैबॉन ने पिछड़ने के बाद आखिरी क्षणों में गोल कर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया. मैच की अंतिम सीटी बजने के बाद घाना के स्थानापन्न खिलाड़ी बेंजामिन टेटेह ने गैबॉन के आरोन बौपेन्ड्जा को मुक्का जड़ दिया.

इस दौरान स्टेडियम में दोनों टीमों के खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इस ड्रॉ मैच के बाद घाना की टीम अपने ग्रुप (ग्रुप सी) में तीसरे स्थान पर खिसक गई है.  टेटेह को मुक्का मारने के लिए रेड कार्ड दिखाया गया और उन पर प्रतिबंध लगाना तय है. कप्तान आंद्रे अयूव ने 18वें मिनट में ही घाना को बढ़त दिला दी थी लेकिन जिम अलेविनाह ने मैच के 88वीं मिनट में बराबरी का गोल कर दिया.

इसे भी देखें, वसीम जाफर के जवाब ने माइकल वॉन की कोशिश पर फेरा पानी, फैंस बोले- ‘अंकल करा ली न बेइज्‍जती’

1982 की चैंपियन घाना पर जहां ग्रुप चरण से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है तो वही गैबॉन और मोरक्को की टीमों ने अंतिम 16 के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर ली. मोरक्को ने टूर्नामेंट में पदार्पण कर रही कोरोमोस की टीम को 2-0 से हराया. ग्रुप बी के मैच में गिनिया ने सेनेगल की मजबूत टीम को गोलरहित ड्रॉ पर रोक दिया. लिवरपूल के लिए खेलने वाले सादियो माने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए दमदार प्रदर्शन नहीं कर सके.

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Former india international and coach subhash bhowmick passed away – भारत के पूर्व फुटबॉलर ने दुनिया को कहा अलविदा, एशियन गेम्‍स में देश को दिलाया था मेडल

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भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक (subhash bhowmick) का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया. 1970 में वह एशियन गेम्‍स में ब्रॉन्‍ज मेडल जीतने वाली भारतीय भारतीय टीम का भी हिस्‍सा थे.

भारत के पूर्व फुटबॉलर का निधन, एशियन गेम्‍स में देश को दिलाया था मेडल

भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया. (pc: @WestBlockBlues)

नई दिल्‍ली. भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और मशहूर कोच सुभाष भौमिक  (subhash bhowmick)  का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया. वह 72 वर्ष के थे. अपने करियर में सुभाष ने देश के 2 बड़े फुटबॉल क्‍लब ईस्‍ट बंगाल और मोहन बागान का भी प्रतिनिधित्‍व किया. 1970 से 1985 तक उन्‍होंने कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनधित्‍व किया. 1970 में वह एशियन गेम्‍स में ब्रॉन्‍ज मेडल जीतने वाली भारतीय भारतीय टीम का भी हिस्‍सा थे.

उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह लंबे समय से गुर्दे के रोग और मधुमेह से पीड़ित थे और उन्होंने सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली. उन्होंने कहा कि वह पिछले लगभग साढ़े 3 महीने से नियमित रूप से डायलिसिस से गुजर रहे थे. करीब 23 साल पहले उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी.

विवादों से घिरा रहा करियर 

खेल से संन्‍यास लेने के बाद उन्‍होंने कोचिंग में अपना करियर आगे बढ़ाया. वह पहले मोहन बागान के साथ कोच के रूप में जुड़े और फिर ईस्ट बंगाल के सबसे सफल कोच बने. उनके कोच रहते हुए ईस्ट बंगाल ने 2003 में आसियान कप का खिताब जीता था. उन्हें कोलकाता मैदान का ‘जोस मारिन्हो’ कहा जाता था.

महिला टीम के लॉकर रूम में मिले छिपे हुए कैमरे, खेल जगत में खलबली

Womens Asian Cup: ईरान से ड्रॉ खेला, फिर भी महिला टीम ने जीता पूर्व कप्तान का दिल

भौमिक ने 19 साल की उम्र में राजस्थान क्लब से अपने करियर की शुरुआत की. इस राइट विंगर ने ‘ड्रिबलिंग’ ने अपने कौशल के कारण एक दशक तक राष्ट्रीय फुटबॉल में अपना दबदबा बनाये रखा. उन्होंने 1971 में मर्डेका कप में फिलीपींस के खिलाफ हैट्रिक बनायी थी. उनका करियर विवादों से भी घिरा रहा, क्योंकि 2005 में रिश्वत के मामले में दोषी पाये जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था.

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भारत के पूर्व फुटबॉलर का निधन, एशियन गेम्‍स में देश को दिलाया था मेडल

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